“पलायन”
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“पलायन”
…तब हमने जाना
सारी दुनिया ही रस-युक्त है
वो रसों का महा आयन है,
हिन्दी में होते रस-दस
मगर संसार सागर तो
सिर्फ रसों के लिए पलायन है।
“पलायन”
…तब हमने जाना
सारी दुनिया ही रस-युक्त है
वो रसों का महा आयन है,
हिन्दी में होते रस-दस
मगर संसार सागर तो
सिर्फ रसों के लिए पलायन है।