नारी का अस्तित्व
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नारी का अस्तित्व
पग-पग पर संघर्ष, झेलती आई नारी ।
दो धारी तलवार, शीश पर जिम्मेदारी।।
मनुज सोच निर्वस्त्र, दिखाई देती जग में।
नारी का अस्तित्व, रक्त रंजित रग-रग में।।
रेखा कापसे ‘कुमुद’
नर्मदापुरम मप्र
नारी का अस्तित्व
पग-पग पर संघर्ष, झेलती आई नारी ।
दो धारी तलवार, शीश पर जिम्मेदारी।।
मनुज सोच निर्वस्त्र, दिखाई देती जग में।
नारी का अस्तित्व, रक्त रंजित रग-रग में।।
रेखा कापसे ‘कुमुद’
नर्मदापुरम मप्र