“तजुर्बा”
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“तजुर्बा”
तजुर्बे ने एक बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है।
हर रौशनी उन्हीं की होती है,
जिन्होंने अन्धेरों में शमा जलाई है।
“तजुर्बा”
तजुर्बे ने एक बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है।
हर रौशनी उन्हीं की होती है,
जिन्होंने अन्धेरों में शमा जलाई है।