*झूल रहा है टॉमी झूला( बाल कविता )*

*झूल रहा है टॉमी झूला( बाल कविता )*
—————————————-
झूल रहा है टॉमी झूला
बच्चों जैसा हँसकर फूला
कहता है हम भी तो बच्चे
कुत्ते हैं ,पर मन के सच्चे
अगर पार्क में मालिक ! आओ
हमको भी तो संग खिलाओ
छोटा भाई समझ बुला लो
जब तुम झूलो ,हमें झुला लो
●●●●●●●●●●●●●●●
*रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा*
*रामपुर (उत्तर प्रदेश)*
_मोबाइल 9997615451_