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11 Oct 2022 · 1 min read

*झूल रहा है टॉमी झूला( बाल कविता )*

*झूल रहा है टॉमी झूला( बाल कविता )*
—————————————-
झूल रहा है टॉमी झूला
बच्चों जैसा हँसकर फूला

कहता है हम भी तो बच्चे
कुत्ते हैं ,पर मन के सच्चे

अगर पार्क में मालिक ! आओ
हमको भी तो संग खिलाओ

छोटा भाई समझ बुला लो
जब तुम झूलो ,हमें झुला लो
●●●●●●●●●●●●●●●
*रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा*
*रामपुर (उत्तर प्रदेश)*
_मोबाइल 9997615451_

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