Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2022 · 1 min read

जो कहा तूने नहीं

प्यार इस हद तक तुझसे किया है मैंने ।
जो कहा तूने नहीं वो भी सुना है मैंने ।।
देख कर तुझको ही चलती हैं ये सांसें मेरी।
तुझको खुद में बहुत महसूस किया है मैंने ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 68 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
Dr. Pratibha Mahi
कैद अधरों मुस्कान है
कैद अधरों मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
हिंदी दोहा शब्द- घटना
हिंदी दोहा शब्द- घटना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*तपसी वेश सिया का पाया (कुछ चौपाइयॉं)*
*तपसी वेश सिया का पाया (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
मौनता  विभेद में ही अक्सर पायी जाती है , अपनों में बोलने से
मौनता विभेद में ही अक्सर पायी जाती है , अपनों में बोलने से
DrLakshman Jha Parimal
मेहनत
मेहनत
Anoop Kumar Mayank
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
तानाशाहों का हश्र
तानाशाहों का हश्र
Shekhar Chandra Mitra
2280.पूर्णिका
2280.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll
कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll
गुप्तरत्न
कागजी फूलों से
कागजी फूलों से
Satish Srijan
गुज़रा है वक़्त लेकिन
गुज़रा है वक़्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
💐Prodigy Love-18💐
💐Prodigy Love-18💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
'अशांत' शेखर
Arj Kiya Hai...
Arj Kiya Hai...
Nitesh Kumar Srivastava
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में  जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
Swati
माँ की गोद में
माँ की गोद में
Surya Barman
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
Aadarsh Dubey
पहनते है चरण पादुकाएं ।
पहनते है चरण पादुकाएं ।
Buddha Prakash
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कवि दीपक बवेजा
इमारत बड़ी थी वो
इमारत बड़ी थी वो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Jindagi ko dhabba banaa dalti hai
Jindagi ko dhabba banaa dalti hai
Dr.sima
यकीन
यकीन
Sidhartha Mishra
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंक मार सकती है इसीलिए होशिय
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंक मार सकती है इसीलिए होशिय
तरुण सिंह पवार
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
Things to learn .
Things to learn .
Nishant prakhar
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
हर फ़साद की जड़
हर फ़साद की जड़
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...