Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2024 · 1 min read

चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए

कितना आकर्षण है सत्ता का,पल भर चैन न आए
कई दल तोड़े कई बनाए, फिर भी कुर्सी से नहीं अघाए
वोटों की तैयार हैं फसलें,कई चैतुए आए
नए नए मोर्चे बना बना, जनता को भरमाए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
गले गले तक भ्रष्टाचार में डूबे, कट्टर ईमानदार बताए
चोरी और फिर सीनाजोरी,जैलों से सरकार चलाए
खाकर शपथ संविधान की,माल चकाचक खाए
कैसे पहचानें इनको, बात समझ न आए
मुंख पर है जनता की सेवा, और अंदर मेवा ही मेवा
चल नहीं सकता है पग भर, फिर भी सरकार चलाए
कैसे कैसे दल और नेता, इनसे भगवान बचाए
नहीं नीति रीति न धर्म-कर्म, कुर्सी को ललचाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
Sarfaraz Ahmed Aasee
"बताया नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
Manisha Manjari
प्रकृति का गुलदस्ता
प्रकृति का गुलदस्ता
Madhu Shah
पायल
पायल
Kumud Srivastava
दुनिया में तरह -तरह के लोग मिलेंगे,
दुनिया में तरह -तरह के लोग मिलेंगे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
"किस बात का गुमान"
Ekta chitrangini
माँ
माँ
The_dk_poetry
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
* विजयदशमी मनाएं हम *
* विजयदशमी मनाएं हम *
surenderpal vaidya
कलम के सिपाही
कलम के सिपाही
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हर पल
हर पल
Neelam Sharma
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
Ram Krishan Rastogi
.
.
NiYa
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
सारी दुनिया में सबसे बड़ा सामूहिक स्नान है
सारी दुनिया में सबसे बड़ा सामूहिक स्नान है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
छपास रोग की खुजलम खुजलई
छपास रोग की खुजलम खुजलई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
In case you are more interested
In case you are more interested
Dhriti Mishra
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच तो कुछ नहीं है
सच तो कुछ नहीं है
Neeraj Agarwal
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल
हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल
Shweta Soni
दूर देदो पास मत दो
दूर देदो पास मत दो
Ajad Mandori
2321.पूर्णिका
2321.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
इस मोड़ पर
इस मोड़ पर
Punam Pande
शब्द
शब्द
Dr. Mahesh Kumawat
*नजर के चश्मे के साथ ऑंखों का गठबंधन (हास्य व्यंग्य)*
*नजर के चश्मे के साथ ऑंखों का गठबंधन (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
■ जय लोकतंत्र
■ जय लोकतंत्र
*प्रणय प्रभात*
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...