Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2022 · 1 min read

गुरू

दोहा – ज्ञान बिना मिलता नहीं,
इस जग में सम्मान।
गुरू ज्ञान का दाता,
जो करता भव से पार।।

बिना ज्ञान के हर मनुज,
हैं पशु के समान।
ज्ञान की अलख जलाए जो
वो गुरू वर हैं आप।।

मेरी पहली गुरू मेरी मां को मैं प्रणाम करती हूं।
मेरे दूजे गुरू पिता का आर्शीवाद लेती हूं।
जिन्होंने ज्ञान का दीपक जलाया है मेरे मन में।
मैं अपने उन गुरू को बारम्बार प्रणाम करती हूं।

मेरे मन के अंधेरे को मिटाकर रोशनी भर दी।
भगा अज्ञानता को, ज्ञान की अनमोल धरोहर दी।
मेरे गुरू आपने सद्मार्ग पर चलना सिखाया है।
सही क्या है ,गलत क्या है, फर्क करना सिखाया है।

ज्ञान ऐसा खजाना है,
जो कभी खो नहीं सकता।
ज्ञान को पा लिया जिसने,
वो रंक हो नहीं सकता।

वेदों और पुराणों ने गुरू महिमा को गाया है।
ईश्वर भी ज्ञान लेने को स्वयं प्रथ्वी पर आया हैं।
कहूं क्या शब्द मैं उनको ,वो भी उनके सिखाएं हैं।
इसलिए ईश्वर से पहले ,गुरू का नाम आता है।
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ

Language: Hindi
Tag: Poem
3 Likes · 2 Comments · 211 Views
You may also like:
आपकी इस मासूमियत पर
आपकी इस मासूमियत पर
gurudeenverma198
लौह पुरुष -सरदार कथा काव्य
लौह पुरुष -सरदार कथा काव्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🌹🌹हर्ट हैकर, हर्ट हैकर,हर्ट हैकर🌹🌹
🌹🌹हर्ट हैकर, हर्ट हैकर,हर्ट हैकर🌹🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
::: प्यासी निगाहें :::
::: प्यासी निगाहें :::
MSW Sunil SainiCENA
Writing Challenge- धूप (Sunshine)
Writing Challenge- धूप (Sunshine)
Sahityapedia
💐🙏एक इच्छा पूरी करना भगवन🙏💐
💐🙏एक इच्छा पूरी करना भगवन🙏💐
Suraj kushwaha
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
पता ही नहीं चला
पता ही नहीं चला
Surinder blackpen
हमारा संविधान
हमारा संविधान
AMRESH KUMAR VERMA
किसी नौजवान से
किसी नौजवान से
Shekhar Chandra Mitra
मेरी नज़्म, शायरी,  ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
मेरी नज़्म, शायरी, ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
अनंत पांडेय "INϕ9YT"
सेना सर्व धर्म स्थल में
सेना सर्व धर्म स्थल में
Satish Srijan
# निनाद .....
# निनाद .....
Chinta netam " मन "
राधे राधे happy Holi
राधे राधे happy Holi
साहित्य गौरव
मेरी दिव्य दीदी - एक श्रृद्धांजलि
मेरी दिव्य दीदी - एक श्रृद्धांजलि
Shyam Sundar Subramanian
जीवन का इक आइना, होते अपने कर्म
जीवन का इक आइना, होते अपने कर्म
Dr Archana Gupta
दूसरी सुर्पनखा: राक्षसी अधोमुखी
दूसरी सुर्पनखा: राक्षसी अधोमुखी
AJAY AMITABH SUMAN
कहानी,✍️✍️
कहानी,✍️✍️
Ray's Gupta
बेटी से ही संसार
बेटी से ही संसार
Prakash juyal 'मुकेश'
मधुमास
मधुमास
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
असली नशा
असली नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दर्द ख़ामोशियों से
दर्द ख़ामोशियों से
Dr fauzia Naseem shad
" पर्व गोर्वधन "
Dr Meenu Poonia
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने...
Shubham Pandey (S P)
*अनुकूल जो करता गया (गीतिका)*
*अनुकूल जो करता गया (गीतिका)*
Ravi Prakash
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
*रंग पंचमी*
*रंग पंचमी*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बाल दिवस
बाल दिवस
Saraswati Bajpai
【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!*
【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
■ समझाइश...
■ समझाइश...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...