Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2017 · 1 min read

**दुख-सुख की सिर्फ एक ही साथी** नर नहीं है वो है सिर्फ नारी

** दुख सुख में जो साथ है देती
और नहीं कोई, नारी है
मुश्किल से जो जूझ है जाती
और नहीं कोई, नारी है

** रोने कभी नहीं देती वो
खुद सहती खुद रोती है
ममता देती पीड़ा सहती
मुँह से कुछ नहीं कहती है

** पुरुष प्रधान समाज में रहती
फिर भी अस्तित्व बना लेती
अपने को नहीं मिटने देती
साख अपनी बना लेती

** रोज सुबह उठकर के भी वह
काम सभी कर लेती है
शक्ति इतनी है उसमें
घर परिवार की देखभाल
रोजगार भी वह कर लेती है

** देवों ने भी माना लोहा
नारी ही वह शक्ति है
जिसके आगे नर मानव की
स्वयं अपनी अधूरी हस्ती है

** नारी से ही पूर्ण है नर
नारी से ही संपूर्ण शक्ति है
नारी से ही बना है नर
नारी से ही बल और बुद्धि है

** नीरु की वाणी ऐ मानव
रखना तुम हमेशा याद
नारी का न करना अपमान
इसे देना भरपूर सम्मान
भरपूर सम्मान जो दोगे इसको
जीवन में पाओगे यश और मान

** याद हमेशा रखना यह तुम
नारी है ,कमज़ोर नहीं ये

** दुख-सुख की है एक ही साथी
नर नहीं है वह है सिर्फ नारी

Language: Hindi
725 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कहां से कहां आ गए हम..!
कहां से कहां आ गए हम..!
Srishty Bansal
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
DrLakshman Jha Parimal
कुदरत
कुदरत
Neeraj Agarwal
चमकना है सितारों सा
चमकना है सितारों सा
कवि दीपक बवेजा
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
Shreedhar
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
श्याम सिंह बिष्ट
दोहे
दोहे "हरियाली तीज"
Vaishali Rastogi
💐गीता च रामायणं च ग्रन्थद्वयं बहु विलक्षणं💐
💐गीता च रामायणं च ग्रन्थद्वयं बहु विलक्षणं💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
महबूबा
महबूबा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
*नेकलेस (कहानी)*
*नेकलेस (कहानी)*
Ravi Prakash
जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
खुदसे ही लड़ रहे हैं।
खुदसे ही लड़ रहे हैं।
Taj Mohammad
पीर
पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
Soniya Goswami
माय
माय
Acharya Rama Nand Mandal
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
Shweta Soni
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
जलियांवाला बाग,
जलियांवाला बाग,
अनूप अम्बर
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
मैंने तो ख़ामोश रहने
मैंने तो ख़ामोश रहने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
बाल  मेंहदी  लगा   लेप  चेहरे  लगा ।
बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
पर खोल…
पर खोल…
Rekha Drolia
Loading...