Posts Tag: Quote Writer 32k posts List Grid Previous Page 3 Next *प्रणय प्रभात* 21 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 13 Share Ravi Prakash 21 Apr 2025 · 1 min read *दिख रही घनघोर चुप्पी, लोग घबराते दिखे (हिंदी गजल)* *दिख रही घनघोर चुप्पी, लोग घबराते दिखे (हिंदी गजल)* _________________________ 1) दिख रही घनघोर चुप्पी, लोग घबराते दिखे बात दिल में है मगर कब, होंठ तक लाते दिखे 2) शब्द... Hindi · Quote Writer · गजल गीतिका 3 15 Share Ravi Prakash 21 Apr 2025 · 1 min read *अखबार रोज पढ़ता हूॅं मैं (राधेश्यामी छंद)* *अखबार रोज पढ़ता हूॅं मैं (राधेश्यामी छंद)* _________________________ 1) अखबार रोज पढ़ता हूॅं मैं, पन्नों को रोज पलटता हूॅं। कागज पर मुद्रित शब्दों से, यों रखता गहन निकटता हूॅं।। 2)... Hindi · Quote Writer · राधेश्यामी छंद 14 Share *प्रणय प्रभात* 21 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 14 Share Suryakant Dwivedi 21 Apr 2025 · 1 min read खाई ठोकर चल दिए, यही समय की चाल। खाई ठोकर चल दिए, यही समय की चाल। कहने वाले कब थके, दुनिया तो भूचाल।। रख सीने में हौसला, अपनी मंजिल ठान पूछा किसने कब भला, क्या तेरा है हाल।।... Quote Writer 15 Share ललकार भारद्वाज 21 Apr 2025 · 1 min read शान्ति चाहिए तो (द्वितीय मुक्तक) शान्ति चाहिए तो (द्वितीय मुक्तक) आबरू बचानी हैं तो तलवार उठानी पड़ेगी, औरो के भरोसे नही खुद आवाज उठानी पड़ेगी। कायरो के जैसे मोदी योगी चिल्लायेगे कबतक, आज ही इनको... Quote Writer 20 Share Dr. Kishan tandon kranti 21 Apr 2025 · 1 min read " यादों से " " यादों से " मुझे फुर्सत कहाँ कि मैं मौसम सुहाना देखूँ, तेरी यादों से निकलूँ तब ना ये जमाना देखूँ। Quote Writer 24 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Apr 2025 · 1 min read *यार जान से बढ़ कर हमारे हैं* *यार जान से बढ़ कर हमारे हैं* ************************ यार जान से बढ़ कर हमारे हैं। नीले नभ के चमकते सितारे हैं। याद आए रंग बीते जमाने के, चर्चे हो गए... Quote Writer 24 Share Ravi Prakash 20 Apr 2025 · 1 min read *फैली मायूसी दिखी, हालत है लाचार (कुंडलिया)* *फैली मायूसी दिखी, हालत है लाचार (कुंडलिया)* _________________________ फैली मायूसी दिखी, हालत है लाचार पंगु बनाई जा चुकी, भारत की सरकार भारत की सरकार, काम कब करने पाती सड़कों पर... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 3 27 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 22 Share Shubham Anand Manmeet 20 Apr 2025 · 1 min read दिल की बातें दिल ही जाने दिल की बातें दिल ही जाने तुम क्या जानो यार सुनो, इश्क में पड़के हुआ कबीरा अनपढ़ या गँवार चुनों.....।। शुभम आनंद मनमीत Quote Writer 1 29 Share Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya" 20 Apr 2025 · 1 min read नहीं वजह हैं कोई प्रिये, आज तुम्हें बताने की। नहीं वजह हैं कोई प्रिये, आज तुम्हें बताने की। चारों तरफ हत्याएं हो रही, अस्मत लुटे जमाने की।। काश किसी में माद्दा होता, जो केशव बन जाने का। डूब जाते... Quote Writer 31 Share Shubham Anand Manmeet 20 Apr 2025 · 1 min read मैं तुम्हें याद करता ही नहीं, मैं तुम्हें याद करता ही नहीं, महसूस करता हूँ,,,, हर पल, हर क्षण, हर जगह मैं तुम्हें बाहर ही नहीं, भीतर भी महसूस करता हूँ,,, आत्मा में, गहरी संवेदना में,... Quote Writer 1 24 Share Shubham Anand Manmeet 20 Apr 2025 · 1 min read चलो ! चलें उस सफ़र पर चलो ! चलें उस सफ़र पर जहाँ मौन हो, एकांत हो !! मिला दूँ तुमको, तुम्ही से जब मन तुम्हारा शांत हो !! तुमसे बेहतर, तुमसे अच्छा कौन है? कहाँ... Quote Writer 1 25 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 25 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2025 · 1 min read अ अ ब Quote Writer 1 26 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Apr 2025 · 1 min read . . सुना है मैंने.. मुझ से नफ़रत करते हो ग़र अब भी कम हो तो जी भर के पूरी शिद्दत से करो हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 26 Share Saurabh Kumar 20 Apr 2025 · 1 min read मैं ज़िंदगी हूँ मैं ज़िंदगी हूँ ------------------- मैं ज़िंदगी हूँ | मैं तेरी जान हूँ || मैं तेरा ख्बाब हूँ , ख्याल हूँ | मैं हक़ीक़त की बात हूँ | मैं आश हूँ... Quote Writer 1 1 22 Share Ravi Prakash 20 Apr 2025 · 1 min read *मॉं (राधेश्यामी छंद)* *मॉं (राधेश्यामी छंद)* 1) वह केंद्र बिंदु होती है मॉं, संपूर्ण परिधि मुस्काती है। घर सद्विचार से युक्त सदा, यह मॉं ही सिर्फ बनाती है।। 2) बच्चों को गढ़ती आई... Hindi · Quote Writer · राधेश्यामी छंद 20 Share Ravi Prakash 20 Apr 2025 · 1 min read *कर रहे देश टुकड़े-टुकड़े (राधेश्यामी छंद)* *कर रहे देश टुकड़े-टुकड़े (राधेश्यामी छंद)* ➖➖➖➖➖➖➖➖ 1) कर रहे देश टुकड़े-टुकड़े, भारत-भर में मनमानी है। चाहे ओढ़ें यह जो नकाब, पर छवि जानी-पहचानी है।। 2) यह सभी जगह पर... Hindi · Quote Writer · राधेश्यामी छंद 17 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 17 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 20 Apr 2025 · 1 min read विचार विचार तुम्हारे द्वारा किए गए सत्कर्म ही तुम्हारा वास्तविक धर्म है इस बात का जिस दिन तुम्हें बोध हो जाएगा उस दिन मानव धर्म तुम्हारे लिए सर्वोपरि हो जाएगा l... Quote Writer 1 22 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 20 Apr 2025 · 1 min read विचार विचार तुम्हारे द्वारा किए गए सत्कर्म ही तुम्हारा धर्म है, जिस दिन इस बात का तुम्हें बोध हो जाएगा उस दिन मानव धर्म तुम्हारे लिए सर्वोपरि हो जाएगा l सारे... Quote Writer 1 16 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Apr 2025 · 1 min read जाति मजहब भाषाओं पर, देश का किया कबाड़ा जाति मजहब भाषाओं पर, देश का किया कबाड़ा टुकड़े टुकड़े बांट दिया, पिला अलगाव का काढ़ा वोट के नाम पर बांट रहे हैं,ले ले कर अब भाड़ा नेताओं ने कुर्सी... Quote Writer 1 57 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 18 Share Dr. Mulla Adam Ali 20 Apr 2025 · 1 min read अनकही दास्तां अनकही दास्तां हर किताब के भीतर एक अनकही दास्तां होती है, कभी किसी लेखक की अधूरी मोहब्बत, तो कभी किसी पाठक की पूरी ज़िंदगी। वो बोलती नहीं, पर महसूस होती... Quote Writer 1 20 Share Dr. Mulla Adam Ali 20 Apr 2025 · 1 min read किताब अगर बोलती, किताब अगर बोलती, ......तो शायद शिकायत भी करती... “तुमने मुझे अलमारी में कैद कर दिया, मोबाइल स्क्रीन पर फिसलती उंगलियों ने मुझे भुला दिया। मैं तो वो दरवाज़ा थी, जो... Quote Writer 1 23 Share Dr. Mulla Adam Ali 20 Apr 2025 · 1 min read अगर किताब बोलती अगर किताब बोलती Quote Writer 1 18 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read "मेरे नाम" "मेरे नाम" कुछ अनकही बातें अनसुनी ही रह जाती हैं। इसलिए कह रहा हूँ। ...मुझे नहीं पता कि 60 पुस्तकें प्रकाशित होने पर किन-किन क्षेत्रों में कितने रिकार्ड बने हैं।... Quote Writer 69 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read "आपकी दुआएँ" "आपकी दुआएँ" मेरी कलम में प्यास है। साँसें और यादें साथ रही तो मेरी पुस्तकों की संख्या शतक पार हो जाएगी। आप सबकी दुआएँ मेरे साथ रहे। Quote Writer 41 Share ललकार भारद्वाज 20 Apr 2025 · 1 min read शान्ति चाहिए तो (प्रथम मुक्तक) शान्ति चाहिए तो (प्रथम मुक्तक) शान्ति चाहिए तो शक्ति दिखानी पड़ेगी, माँ भारती बचानी हैं तो युक्ति बनानी पड़ेगी। अखंड भारत तो कहते हैं गर्व से हम सभी पर, खंड... Quote Writer 18 Share ARVIND KUMAR GIRI 20 Apr 2025 · 1 min read --सड़क हादसे-- --सड़क हादसे-- हादसों की जद में जीवन खपाना नहीं शाम को लौटकर घर जाना भी है घर का दीपक तभी जल सकेगा सही मेहनत कर उसे तेल-बाती लाना भी है... Quote Writer 24 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read " आत्मा " " आत्मा " इंसान को इंसान माफ कर देता है। तकदीर भी माफ कर देती है। शायद भगवान भी माफ कर देता है। लेकिन इंसान की आत्मा... वह कभी माफ... Quote Writer 24 Share Suryakant Dwivedi 20 Apr 2025 · 1 min read क्यों करें प्रतीक्षा कल की क्यों करें प्रतीक्षा कल की जबकि कल आता नहीं है समय बिंदु की रेखाओं ! कल कदा भाता नहीं है।। सूर्यकांत Quote Writer 18 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read " बोझ " " बोझ " किसी को डरो, ना डरो। पर आत्मा की नजर से डरो। यह अच्छे-बुरे सब कुछ देखती है। यह अन्तिम साक्षी होती है। आत्मा का बोझ ही संसार... Quote Writer 27 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read " आह " " आह " आह बहुत खराब चीज है। किसी की आह मत लीजिए, क्योंकि यह सब कुछ जला देती है। आह लोहे तक को भस्म कर देती है। Quote Writer 44 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Apr 2025 · 1 min read "वक्त के रंग" "वक्त के रंग" कल को किसी ने नहीं देखा है। वक्त के कई रंग होते हैं। पर जो इंसानी विवशता को बहाना या मजाक समझते हैं। कहीं ऐसा ना हो... Quote Writer 40 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 20 Apr 2025 · 1 min read मोहने को मोहन मोहिनी रूप धरे, मोहने को मोहन मोहिनी रूप धरे, छम छम पायल मन भरमावत है, तीखे कजरारे नयनन से वार करे, मंद मंद मुस्कान सब भूलावत है । @विहल Quote Writer 24 Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Apr 2025 · 1 min read तुम ही शिवानी मेरी सांस में रहती तुम ही शिवानी मेरी सांस में रहती मुझ में लहू बनकर तुम बहती मैं नाड़ी हूं तुम धड़कन हो मैं फुलवारी तुम उपवन हो तुम बिन जीना है अब मुश्किल... Quote Writer 24 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Apr 2025 · 1 min read शिव जो कैलाश पर्वत पे जाके बसे शिव जो कैलाश पर्वत पे जाके बसे उनके संग उमा भी शिवानी बनी राम संग जो रही साथ बन में चली सीता माता जगत कल्याणी बनी हमको दिल से भुलाने... Quote Writer 22 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Apr 2025 · 1 min read मीठी सी वाणी जो परियों की रानी, मीठी सी वाणी जो परियों की रानी, सबकी दिवानी है मेरी शिवानी सपने संजोती जो अपनो में खोती वो, किस्से कहानी की रानी शिवानी सपनो में सागर की,अपनो के आंगन... Quote Writer 24 Share नेताम आर सी 19 Apr 2025 · 1 min read गुण और गुनाह, गुण और गुनाह, दोनों की कीमत होती है। फर्क इतना है कि, गुण की कीमत मिलती है। और गुनाह की कीमत, चुकानी पड़ती है।। जोहार Quote Writer 1 24 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 19 Apr 2025 · 1 min read कहो जय भीम कहो जय भीम बाबा साहेब का बुंदेलखंडी गीत पहने हम जो सूट बूट सब बाबा साहेब की देन, कहो जय भीम, पहले पानी पीबे मिलें ना अब मिलें आरो़ को... Quote Writer 26 Share नेताम आर सी 19 Apr 2025 · 1 min read गुण और गुनाह, गुण और गुनाह, दोनों की कीमत होती है। परन्तु फर्क इतना है कि, गुण की किमत मिलती है, और गुनाह की कीमत चुकानी पड़ती है।। जोहार Quote Writer 22 Share अश्विनी (विप्र) 19 Apr 2025 · 1 min read तुम्हारी सोच है कि जैसा चाहो वैसा मै ढल जाऊ। तुम्हारी सोच है कि जैसा चाहो वैसा मै ढल जाऊ। तुम्हारे मुताबिक़ ही सोचूं,तुम जैसा चाहो वैसा काम आऊ। माना कि लोहा तो मैं नहीं लेकिन यह भी नहीं कि... Quote Writer 24 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Apr 2025 · 1 min read अर्सा गुज़र गया है यूँ तो अर्सा गुज़र गया है यूँ तो इंतज़ार हमेशा तुम्हारा ही रहेगा, जो आ जाओगे तो ज़िंदगी गुजार लेंगे न आओगे तो क्या.. तन्हा ही सही उम्र काट लेंगे ......!!!! हिमांशु... Quote Writer 25 Share Dr. Kishan tandon kranti 19 Apr 2025 · 1 min read " महक " " महक " कुछ मोहब्बत की तो कुछ इबादत की झलक है तुझमें, किस रिश्ते से बाँधू हर रिश्ते में महक है तुझमें...। Quote Writer 26 Share Saurabh Kumar 19 Apr 2025 · 1 min read दिन बीत जाते है यादें बनकर | दिन बीत जाते है यादें बनकर | बातें रह जाती है कहानी बनकर | दोस्त हमेशा दिल के करीब रहता | कभी खट्टी - मीठी नोंक -झोंक के साथ |... Quote Writer 1 1 31 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 19 Apr 2025 · 1 min read मिला जो है वही स्वीकार्य है, मिला जो है वही स्वीकार्य है, विधाता का लिखा यह कार्य है, कठिन है या सरल देखा कहां समझकर बस सभी अनिवार्य है।। Quote Writer 35 Share स्वयं प्रकाश पाण्डेय "स्वयं" 19 Apr 2025 · 1 min read घर ताव से नहीं घर ताव से नहीं भाव से चलते हैं रिश्ते घाव से नहीं लगाव से चलते हैं Quote Writer 1 33 Share Previous Page 3 Next