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Tag: Hindi Poem
68 posts
*दादी चली गई*
*दादी चली गई*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दिल जल रहा है
दिल जल रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मोहब्बत बनी आफत
मोहब्बत बनी आफत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*तेरा इंतज़ार*
*तेरा इंतज़ार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
देह मिलन
देह मिलन
Kavita Chouhan
लड़ते रहो
लड़ते रहो
Vivek Pandey
क्यों करूँ नफरत मैं इस अंधेरी रात से।
क्यों करूँ नफरत मैं इस अंधेरी रात से।
Manisha Manjari
ठोकरों ने गिराया ऐसा, कि चलना सीखा दिया।
ठोकरों ने गिराया ऐसा, कि चलना सीखा दिया।
Manisha Manjari
"कुछ अधूरे सपने"
MSW Sunil SainiCENA
असफ़लताओं के गाँव में, कोशिशों का कारवां सफ़ल होता है।
असफ़लताओं के गाँव में, कोशिशों का कारवां सफ़ल होता है।
Manisha Manjari
आओ पितरों का स्मरण करें
आओ पितरों का स्मरण करें
Kavita Chouhan
कुछ बारिशें बंजर लेकर आती हैं।
कुछ बारिशें बंजर लेकर आती हैं।
Manisha Manjari
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
Manisha Manjari
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है?
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है?
Manisha Manjari
गीता की महत्ता
गीता की महत्ता
Pooja Singh
सागर ने लहरों से की है ये शिकायत।
सागर ने लहरों से की है ये शिकायत।
Manisha Manjari
244.
244. "प्यारी बातें"
MSW Sunil SainiCENA
धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं।
धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं।
Manisha Manjari
ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है।
ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है।
Manisha Manjari
रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी।
रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी।
Manisha Manjari
जीवन क्षणभंगुरता का मर्म समझने में निकल जाती है।
जीवन क्षणभंगुरता का मर्म समझने में निकल जाती है।
Manisha Manjari
नसीब की बात
नसीब की बात
Famyas Siwani
246.
246. "हमराही मेरे"
MSW Sunil SainiCENA
अंधेरी रातों से अपनी रौशनी पाई है।
अंधेरी रातों से अपनी रौशनी पाई है।
Manisha Manjari
घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है।
घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है।
Manisha Manjari
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
Manisha Manjari
मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी।
मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी।
PRATIK JANGID
रिश्ते
रिश्ते
Mamta Rani
जब हवाएँ तेरे शहर से होकर आती हैं।
जब हवाएँ तेरे शहर से होकर आती हैं।
Manisha Manjari
::: प्यासी निगाहें :::
::: प्यासी निगाहें :::
MSW Sunil SainiCENA
:::::::::खारे आँसू:::::::::
:::::::::खारे आँसू:::::::::
MSW Sunil SainiCENA
वर्षा की बूँद
वर्षा की बूँद
Aditya Prakash
बुरा वक्त और मनुष्य
बुरा वक्त और मनुष्य
Abhishek prabal
247.
247. "पहली पहली आहट"
MSW Sunil SainiCENA
गुरु
गुरु
Mamta Rani
खामोशियों ने हीं शब्दों से संवारा है मुझे।
खामोशियों ने हीं शब्दों से संवारा है मुझे।
Manisha Manjari
:::: हवा ::::
:::: हवा ::::
MSW Sunil SainiCENA
गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है।
गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है।
Manisha Manjari
जमी हुई धूल
जमी हुई धूल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हिन्द की बिंदी
हिन्द की बिंदी
Ruchi Sharma
जय माता की
जय माता की
Pooja Singh
वर्तमान से वक्त बचा लो:चतुर्थ भाग
वर्तमान से वक्त बचा लो:चतुर्थ भाग
AJAY AMITABH SUMAN
ये अनुभवों की उपलब्धियां हीं तो, ज़िंदगी को सजातीं हैं।
ये अनुभवों की उपलब्धियां हीं तो, ज़िंदगी को सजातीं हैं।
Manisha Manjari
२४३.
२४३. "आह! ये आहट"
MSW Sunil SainiCENA
ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ
ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ
Faza Saaz
💐प्रेम कौतुक-522💐
💐प्रेम कौतुक-522💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"कोरोना लहर"
MSW Sunil SainiCENA
139. मैं अकेला ही ठीक हूँ
139. मैं अकेला ही ठीक हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
गणेश है हम सबके प्यारे
गणेश है हम सबके प्यारे
Kavita Chouhan
245.
245. "आ मिलके चलें"
MSW Sunil SainiCENA
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