Posts Tag: Gazal ग़ज़ल 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anurag Anjaan 5 Mar 2025 · 1 min read बहते रहो सदा ग़ज़ल चलते रहो हवाओं सा, बहते रहो सदा जो भी मिले जहाँ में, कहते चलो सदा टूटे हैं सारे ख़्वाब, बिखरने लगे हैं हम फिर भी यूं ही जहाँ में,... Hindi · Best Hindi Poetry · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · शेर 1 46 Share साहित्य गौरव 14 Jan 2025 · 1 min read हसीन ए गजल तुम कहो तो कह दूं हसीन ए गजल, सादगी पर तुम्हारी बेहतरीन ए गजल। सुर्ख लबों पे बेतहाशा रंगीन ए गजल, फरमा रहा हूं शौक से शौकीन ए गजल। पूनम... Hindi · Gazal ग़ज़ल · कविता · मेरी नज़्म 1 79 Share मनोज कर्ण 4 Jan 2025 · 1 min read मुसम्मम इरादा कीजिए अरमानों को यूँ सीने में द़फनाकर ग़र्दिश-ए-हालात पे,न रोया कीजिए बस मंजिल पर निगाहें टिकाकर कुछ मुसम्मम इरादा कीजिए चश्में को आंखों पर उल्टा रखकर निशाँ हथेली न निहारा कीजिए... Hindi · Gazal ग़ज़ल · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · काव्य रचना · नज़म 3 157 Share मनोज कर्ण 15 Dec 2024 · 1 min read एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए रूबरू खुद से हो जाए ,सबके नहीं है नसीब में उम्र का जारी सफ़र, पर मंजिल नहीं नसीब में.. गर्दिशों ने दी है दस्तक तो सुकून कहाँ नसीब में मुद्दत... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एक ग़ज़ल · कविता गीत शायरी गजल · रूबरू खुद से हो जाए 3 164 Share मनोज कर्ण 5 Dec 2024 · 1 min read एक ग़ज़ल :- भूला है हमने *भूला है हमने* भूला है हमने ,जो हंँसने की आदत , मगर रोने का भी ,न दिल चाहता है... बेखुदी में दिल भी , इतना है आहत , जाने ना... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एक ग़ज़ल · नज़म · भूला है हमने 3 2 240 Share Vivek saswat Shukla 30 Oct 2024 · 1 min read करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! रेशे वक्त के पिरोकर, जिंदगी बुन रहा हूं!! पहले मंजिल तो एक ही थी, दोनों की! वो कहां जा रहा है, मैं... Hindi · Gazal ग़ज़ल · Shero Shayar · Viveksaswat · Viveksaswatsher · Viveksaswatshukla 118 Share *प्रणय प्रभात* 12 Sep 2024 · 1 min read #ग़ज़ल/ #ग़ज़ल ■ अनछुआ सा ख़याल आने दो।। 【प्रणय प्रभात】 ◆ इक ग़ज़ल को वजूद पाने दो। अनछुआ सा ख़याल आने दो।। ◆ सबकी चाहत है उम्र भर रोऊँ। तुम मुझे... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 2 2 112 Share Ami 9 Sep 2024 · 1 min read वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी वो दिन, वो लम्हे जैसे एक हज़ार साल की रवानी थी, हर सांस में बसी, इक इश्क़ की रवायती कहानी थी। बिना किसी तशवीश के, हम थे बस फ़ितरत के... Hindi · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 3 141 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Aug 2024 · 1 min read फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी, यकीनन फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी तुम ज़माने की बेवजह बातों पर मुतमईन ना होना, तेरी इबादत में इन... Hindi · Gazal ग़ज़ल · आमीन · इबादत · शेर 166 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 30 Jun 2024 · 1 min read बचा लो जरा -गजल लुटी हुई तकदीरों को बचा लो जरा , इन हाथों की लकीरों को बचा लो ज़रा। मैं गुजर रहा हूँ मुद्दत से इस कशमकश में, में खो न जाऊ भीड़... Hindi · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 137 Share डॉक्टर रागिनी 28 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(नाम तेरा रेत पर लिखते लिखाते रह गये) *ग़ज़ल* हम समन्दर के किनारे गीत गाते रह गये । सीपियों की खोज में लहरें हटाते रह गये। ले गए थे कैमरा हम खींचने फ़ोटो मगर, उसने पर्दा कर लिया... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 240 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (ज़िंदगी) ज़िंदगी चलते -चलते गिरी फिर उठी ज़िन्दगी। आगे हर हाल में ही बढ़ी ज़िन्दगी।। उम्र भर साथ तेरा निवाहेंगे हम। तुम मिले यूँ लगा मिल गई ज़िन्दगी। भोर से साँझ... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 181 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(उनकी नज़रों से ख़ुद को बचाना पड़ा) ग़ज़ल ------ उम्र भर हुक्म उनका बजाना पड़ा प्यार का मोल ऐसे चुकाना पड़ा याद आयी बहुत वो हसीं ज़िन्दगी उनकी गलियों से जब -जब भी जाना पड़ा टूटना ही... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 183 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (तुमने जो मिलना छोड़ दिया...) तुमने जो मिलना छोड़ दिया... ---------------------/// तुमने जो मिलना छोड़ दिया हम ने भी सँवरना छोड़ दिया ग़मगीन बहारों के ग़म में फूलों ने महकना छोड़ दिया आते जाते हो... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 1 187 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (जब भी मेरे पास वो आया करता था..) जब भी मेरे पास वो आया करता था.. ----------------/----------------------- जब भी मेरे पास वो आया करता था। मौसम ख़ुशगवार हो जाया करता था।। ख़्वाबों में अक्सर पहरों बतियाते हम। रातों... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 174 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...) थाम लोगे तुम अग़र... थाम लोगे तुम अग़र तो आसरा मिल जाएगा। ज़िंदगी जीने की ख़ातिर हौंसला मिल जाएगा।। ख़ूबसूरत साथ पाकर ग़म से पाएंगे निज़ात। ख़ुशनुमां यूँ इश्क़ का... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 142 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया) शुक्रिया यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया। फूलों से मेरा जिस्म सजाने का शुक्रिया।। इतना मिला है प्यार मुझे आपसे सनम। करती हूँ ऐसे साथ निभाने का शुक्रिया।। बारिश... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 151 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें) नफ़ासत ,नज़ाकत,इबादत की बातें। चलो फिर करें हम मुहब्बत की बातें। हुआ आज मौसम बहुत ही सुहाना चलो हम करें कुछ शरारत की बातें किया आपने जब नज़र से इशारा... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 160 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read इतनी के बस ! जान देने की मेरी तैयारियाँ इतनी कि बस। और जीने की मेरी लाचारियाँ इतनी कि बस।। सबके होठों पे सजी है मुस्कुराहट देखिए, और आँखों में छिपी मक्कारियाँ इतनी कि... Hindi · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 148 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-जितने पाए दर्द नुकीले जितने पाए दर्द नुकीले उतने गाए गीत सुरीले साँप हमारा क्या कर लेंगे वो ज़हरीले हम ज़हरीले आदमखोर हुई है दुनिया आँखें काली,चेहरे पीले सबको जीवन बाँटे कुदरत साँसे गिनकर... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 133 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-जितने घाव पुराने होंगे जितने घाव पुराने होंगे उतने दर्द सयाने होंगे हँसने और हँसाने वाले पागल या दीवाने होंगे जाल वहीं पे लाज़िम समझो जहाँ जहाँ भी दाने होंगे खंजर तो कोरा कागज़... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 212 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है ! वैसे तो दुनिया को दुनिया प्यारी है। पर मुझ में अपनी ही एक ख़ुमारी है। याद नहीं आता है अब कोई मुझको, दुनियादारी आख़िर दुनियादारी है। कैसे उसकी बातों का... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 129 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-क्या समझते हैं ! हमारी हर परेशानी को वो झूठा समझते हैं इधर हम हैं कि उनके झूठ को सच्चा समझते हैं हमारी सोच का इस बात से होता है अंदाज़ा हमें तुम क्या... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 116 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-सपेरे भी बहुत हैं ! गो ज़हर भरे नागों के डेरे भी बहुत हैं पर अपने इलाके में सपेरे भी बहुत हैं माना के सियह रात है क़ाबिज़ हैं अँधेरे हर रात के आँचल में... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 93 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-कुछ नहीं आता ! दिन-रात की आफत के सिवा कुछ नहीं आता चाहत में मुसीबत के सिवा कुछ नहीं आता लो चाय में भी चाय की पत्ती नहीं डाली तुमको तो मुहब्बत के सिवा... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 142 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-समय की ताल पर किसलिए हँसते हो मेरे हाल पर नाचते हैं सब समय की ताल पर इश्क़ ने ला कर कहाँ पटका मुझे अब ग़ज़ल होती है आटे दाल पर बद्दुआ मत ले... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 138 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-न जाने किसलिए न जाने किसलिए ऐसा यहाँ हर बार होता है उन्हें काँटे मिले जिनको गुलों से प्यार होता है हवाओ तुम ही जा कर बिजलियों को आज समझाओ बहुत मुश्किल से... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 129 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-दुनिया में दुनियादारी का बोझ दुनिया में दुनियादारी का बोझ उठाना पड़ता है और कई सपनों को चुपके से मर जाना पड़ता है शिव हों या सुकरात ज़हर यूँ ही पीता है कौन मगर आम... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 123 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल-दिल में दुनिया की पीर दिल में दुनिया की पीर ज़िंदा है यानि मेरा ज़मीर ज़िंदा है कोई हिन्दू है कोई मुस्लिम है कैसे कह दूँ कबीर ज़िंदा है तुझको देखा तो बस यही सोचा... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 125 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है! सभी के ऐब गिनवाना बड़े लोगों की आदत है करें क्यूँ फिक्र दुनिया की जो अपनी साफ़ नीयत है हमें ही कम मिला सब कुछ यही सबको शिकायत है सभी... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 147 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत की हंसीं दुनिया में जाना छोड़ देंगें हम बिना शिकवा किए रिश्ते निभाना छोड़ देंगें हम हमारा साथ देने का अगर वादा करो हमसे तुम्हारी एक ही हाँ पर... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 138 Share लवकुश यादव "अज़ल" 23 Mar 2024 · 1 min read कई वर्षों से ठीक से होली अब तक खेला नहीं हूं मैं /लवकुश यादव "अज़ल" तुम्हारे साथ की होली अभी खेला नही हूँ मैं, तुम्हारी खातिर अब अजनबी चेहरा नहीं हूं मैं। न बिखरे आस मेरी अब चले आओ प्रिय हम तक, कई वर्षों से... Hindi · Gazal ग़ज़ल · अज़ल · फागुन होली फागुन होली 1 179 Share Bhupendra Rawat 11 Mar 2024 · 1 min read मैं ख़ुद से ज्यादा तुझसे प्यार करता हूँ मैं कोशिशें हज़ार करता हूँ मैं ख़ुद के दिल में ही वार करता हूँ तेरी जुस्तजू में हूँ आज तलक तेरे दिए वादे पर आज भी एतबार करता हूँ बड़ा... Gazal ग़ज़ल 1 621 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read किसलिए चेहरे पर ये इताब किसलिए | ज़िन्दगी हमसे हिसाब किसलिए | भोर की प्यारी चमक सी तू दिखे, शाम तक गम का ख़िताब किसलिए | पूछतें हाल ओ ख़बर अमीर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 165 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read हौंसलों की उड़ान हौंसलों की उड़ानें हुईं कम नहीं | कट गये पर मिरे ऐ खुदा ग़म नहीं | कश्तियों को लिए मैं चला जा रहा, रोक ले राह, तूफ़ान में दम नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 172 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read और हो जाती जफ़ाओं में वफा की ग़र तिजारत और हो जाती | सनम तुझको यहाँ मुझसे मुहब्बत और हो जाती | ज़रा सा मुस्कुराकर फिर पलक क्यों झुक गई आखिर ? पलक... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 229 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read खुली तस्वीर को घूरती आँखें यहाँ जब हुस्न की तासीर को | इश्क बैठा हारकर फिर कोसता तकदीर को | है कहाँ मासूमियत अब दिल फ़रेबी से सभी, ज़हर की इन प्यालियों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 1 2 150 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बाकी है उल्फ़तों की डगर बाकी है | जुल्म़तो का कहर बाकी है | मुद्दतों बाद मिलने आयी, चाह अब भी उधर बाकी है | हाथ माँ ने रखा जब सर पर,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · कविता/ग़ज़ल 171 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मुहब्बत क्या बला है बैठ तन्हा सोंचता अक्सर, मुहब्बत क्या बला है । प्यार में खुशियाँ बहुत कम, दर्द का साया घना है । रात दिन हो एक जैसा, दिल में गर बेचैनियाँ हो,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 136 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मैं मकां उसी से बचा गया जो लिखा नसीब में है तेरे, वही ज़िन्दगी में तू पा गया । कहीं कोई रोता ही रह गया, तो कहीं किसी को हँसा गया । कहीं मज़हबी सा बवाल... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 236 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read नहीं है निगाहें वही पर मोहब्बत नहीं है । दिलों में किसी के वज़ाअत नहीं है । नक़ाबों के पीछे छिपाते हैं सूरत, शरीफ़ों के अन्दर शराफ़त नहीं है । न पर्दा... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 175 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निकलते देखे हैं आँखों से अंगार निकलते देखे हैं । चाहत में बीमाऱ निकलते देखे हैं । दरिया भी कितनी ही राहें बदले पर, पानी से पतवार निकलते देखे हैं । आँसू कम... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 125 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बढ़ जाएगी हुस्न की चौखट पे जाकर बेखुदी बढ़ जाएगी । चाहतों में गलतियों से बेरुखी बढ़ जाएगी । पीर दिल की बस जुबां पर चढ़ने तो दो तुम ज़रा, मयकदों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 142 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुल्क की खातिर सियासत भी जरूरी है । पर सियासत में रफ़ाक़त भी जरूरी है । रख दिया तुमने जलाकर इन च़रागों को, आँधियों से फिर हिफ़ाज़त भी जरूरी है... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 208 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमसे मिलकर आज राहत है मुझे । तिश्नगी है और चाहत है मुझे । बेवज़ह तुम रूठ जाते हो सनम, प्यार की तेरे जरूरत है मुझे । धड़कनें कहतीं सुनो... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 239 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read मिल गया इक किराये का खाली मकां मिल गया । किसको आखिर मुकम्मल जहां मिल गया । कोई तरसा है दो गज़ ज़मीं के लिए, और किसी को खुला आसमां मिल गया... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 119 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इश्क़ की हर एक कहानी से किनारा कर लिया । कफ़्न लेकर ज़िन्दगानी से किनारा कर लिया । था बहुत मशगूल यारों उल्फ़तों की शाम में, अब जहां की हर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 1 147 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अगर तुम साथ होती तो सफ़र आसान हो जाता । गुनाहों से निकल शायद मैं फिर इंसान हो जाता । नहीं मिलती ज़माने में दिलों की बस्तियाँ उजड़ी, मोहब्बत का... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 154 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गहरे थे रिश्ते जो उनके रंग क्यों फीके मिले । रेशमी चादर के धागे रोज़ ही उधड़े मिले । आशिकी मासूक से हो या वतन की आन से, इश्क में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 122 Share Vijay kumar Pandey 10 Jan 2024 · 1 min read "प्यासा"के गजल टुटेगा जब दिल ,वफा जान जाओगे। तोड़ने का फलसफा जान जाओगे। यूं हँसते नही तो अच्छा था मुझपे , इक दिन नुकसान नफा जान जाओगे। क्या होता है बढ़ती उम्र... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 247 Share Page 1 Next