Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 326 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2023 · 1 min read मूर्दों का देश उसकी नज़्में छापना ही मत! तुम उसके नग़्में गाना ही मत!! जब तक कोई शायर ज़िंदा है उसकी चीखें सुनना ही मत!! #प्यासा #नाकाम #बेरोजगार #असफल #कवि #मुफलिस #मैं_शायर_बदनाम #गरीब... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 289 Share Buddha Prakash 8 Feb 2023 · 1 min read बिस्तर से आशिकी हे ! बिस्तर के आशिक , आशिकी मत कर इससे, ले डूबेगी एक दिन तुझको, आलस्य के साथ में, समय की घड़ी निकल जाएगी, तेरे हाथ से, कैसा ये इश्क... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 2 2 285 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Feb 2023 · 1 min read किसी से मत कहना आजकल यहां पर तो दिन में भी रात है किसी से मत कहना ये अंदर की बात है... (१) सरकार तो केवल अमीरों के साथ है किसी से मत कहना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · हास्य-व्यंग्य 199 Share Ravindra Nirala 5 Feb 2023 · 1 min read सोलकनक गुलामी अखनो सोलकन सब गुलामी नैय छोड़लक गुलामी कायल विद्धवान सब करैत अछि किया ओकरा पिछलांगु बनवा म खूब रास सम्मान मिलैत रहैत अछि किया कि सोलकन साहित्यकार सब दोसर मंच... Maithili · हास्य-व्यंग्य 181 Share Sudhir srivastava 4 Feb 2023 · 1 min read नववर्ष पर आप भी खुश हो लीजिए नववर्ष पर आप खुश हो लीजिए ************ आइए!हम भी नववर्ष की खुशियों में डूब जायें अपनी परंपरा अपने संस्कार को ठेंगा दिखाएं और बड़ी बेशर्मी से नववर्ष का हुड़दंग मचाएं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 120 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read अगर कोई पापा की परी 👼स्थिर है ( scientific poetry) अगर कोई पापा की परी 👼 स्थित है ...................., तो वह स्थित ही रहेगी...., जब तक उस पर कोई.... ''प्रपोज किए जाने का वाह्य बल कार्य न करें..... ''| Scientific... Hindi · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 108 Share Dhirendra Panchal 29 Jan 2023 · 1 min read जीनगी हो गइल कांट देखा बबुआ पहिले वाली बात तोहे समझाइब । मत बुझिहा की ताना हउवे बुड़बक तोहें बनाइब । दुनिया के ई पहिल पहाड़ा बच के रहा बचा के । प्यार मोहब्बत... Bhojpuri · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 407 Share Brijpal Singh 27 Jan 2023 · 1 min read उन्हें नहीं मालूम उन्हें लगता है कि वो ऐसा है उन्हें नहीं मालूम कि वो वैसा है। उन्हें लगता है कि वो वैसा कमाता है, उन्हें नहीं मालूम वो कैसा कमाता है। उन्हें... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 1 358 Share Surinder blackpen 19 Jan 2023 · 1 min read कुकिंग शुकिंग कुकिंग शुकिंग मुझमें एक खूबी है बड़ी प्यारी। कुकिंग में हूं मैं,सब पर भारी। जितने मन से खाना हूं बनाती उतने चाव से खाती खिलाती। बजट महीने का हिला मैं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 173 Share आकाश महेशपुरी 15 Jan 2023 · 1 min read आशिक़ी सब लुटाकर क्यों दुखी तू यार है मुफ़्त में मिलता नहीं ये प्यार है जो तुझे कंगाल भी ना कर सके आशिक़ी ऐ दोस्त वह बेकार है - आकाश महेशपुरी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 2 191 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 2 min read कुत्ते का श्राद्ध फतेह बहादुर नाम है मेरा एस पी का हूँ बाबू । सारा आफिस मेरे अंडर, साहब भी मेरे काबू। जो मैं कहता वैसे करते, रॉन्ग हो या राइट। आय व्यय... Hindi · सारे नाम काल्पनिक हैं · हास्य-व्यंग्य 2 102 Share आकाश महेशपुरी 7 Jan 2023 · 1 min read गुदगुदाना चाहता हूँ आपको मैं गुदगुदाना चाहता हूँ हास्य की कविता सुनाना चाहता हूँ भूल जाएँ आप अपना दर्द सारा इसलिए कुछ पल हँसाना चाहता हूँ - आकाश महेशपुरी दिनांक- 02/01/2023 Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 159 Share आकाश महेशपुरी 3 Jan 2023 · 1 min read फटी सी जीन्स... फटी सी जीन्स की खातिर बहुत पैसे उड़ाते हैं सुनो यूँ हीं नहीं हम शौक से घुटने दिखाते हैं तुम्हारी है नहीं औकात हमसे बात करने की जमाना है हमारा... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 1 166 Share आकाश महेशपुरी 30 Dec 2022 · 1 min read व्याह का यह जश्न... व्याह का यह जश्न चलता देखिए और दूल्हे को मचलता देखिए दीप तो है दीप जलता है मगर एक परवाने को जलता देखिए - आकाश महेशपुरी दिनांक- 29/12/2022 Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 136 Share Dr. Kishan Karigar 29 Dec 2022 · 4 min read अकादमी पुरूस्कार वला नांगैड़ (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे कहअ त एहनो कहूँ नांगैड़ भेलैयै जे गुमाने चूर भेल नंगड़डोलौन सन नांगैड़ डोलबैत रहौअ. कोई बुझलक गमलक किछो नै आ फूफकार जे ओकरा सन... Maithili · हास्य-व्यंग्य 1 781 Share आकाश महेशपुरी 29 Dec 2022 · 1 min read ठंड में ऐसे नहाना चाहिए सिर्फ टोपी को हटाना चाहिए एक अंजुल जल उठाना चाहिये भीग जाए चेहरा कुछ बाल भी ठंड में ऐसे नहाना चाहिए - आकाश महेशपुरी दिनांक- 17/12/2022 Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 225 Share आकाश महेशपुरी 26 Dec 2022 · 1 min read इश्क़ में सैंडिल मिले सौभाग्य से प्यार में रस घोलने की चीज है मिल गयी, ना बोलने की चीज है इश्क़ में सैंडिल मिले सौभाग्य से अक्ल को यह खोलने की चीज है - आकाश महेशपुरी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 165 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2022 · 1 min read असली पप्पू न मील में मज़दूर सुरक्षित! न खेत में किसान सुरक्षित! न अस्पताल में मरीज़ सुरक्षित! न सीमा पर जवान सुरक्षित!! असली पप्पू कौन है? मेरे देश की मीडिया मौन है!... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 476 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 19 Dec 2022 · 3 min read चमचागिरी - एक कला चमचागिरी एक कला है l इसमे पारंगत होने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती l यह आपके द्वारा किए गए सामान्य प्रयासों से आरंभ होकर धीरे - धीरे... Hindi · व्यंग्य · हास्य-व्यंग्य 1 1k Share Surinder blackpen 4 Dec 2022 · 1 min read लिपस्टिक की दुहाई लिपस्टिक की दुहाई** सुनिये लिपस्टिक का भी ज़रा रोना अरे जब से आया ,हाय ये मुआ क्रोना। मास्क लगा कर रखते हैं सब अब तो कदर हाथों की जिनको ,बार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 241 Share Surinder blackpen 3 Dec 2022 · 1 min read खांसी की दवाई की व्यथा😄😄 पड़ी पड़ी थक गई मैं दराज़ में डेट एक्सपायरी की निकट मेरेआई। समय पर मेरा रसपान न करो बोलो समस्या बड़ी विकट मेरे भाई। कोई कहे कड़वी ,कोई कहे खट्टी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 240 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Nov 2022 · 1 min read जनता देख रही है खड़ी खड़ी जनता देख रही है खड़ी खड़ी लगा रहे हैं फिर वादों की झड़ी आते ही चुनाव कहानी नई गढ़ी सबको देंगे अंगूठी हीरे से जड़ी नवयौवनाओं को हीरे का हार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 1 262 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Nov 2022 · 1 min read आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आपने किया आंदोलन जी, पैदा हो गए कट्टर जी अब वे ईमानदारी की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई, कट्टर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 4 246 Share Suryakant Dwivedi 24 Nov 2022 · 1 min read तीर तुक्के तीर तुक्के ******** चल वैजयंती **** अब अकेला दौड़ रहा हूँ कल तक मेरे साथ बहुत से लोग दौड़ते थे कुछ हांफ गये कुछ कांप गये।। चल वैजयंती....! नई सोच... Hindi · हास्य-व्यंग्य 222 Share आकाश महेशपुरी 23 Nov 2022 · 1 min read चुनाव के बादल झूठी झड़ी वादों की लगाने को आ गए हम सबको फिर से उल्लू बनाने को आ गए जबसे घिरे चुनाव के बादल हैं दोस्तों मेढक ये टर्र टर्र सुनाने को... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 132 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Nov 2022 · 1 min read नया पाकिस्तान दिखाने वाला दांत इनका जय श्रीराम! और खाने वाला दांत इनका नाथूराम!! बनाना चाहते दरअसल ये भारत को! मनुस्मृति की तर्ज़ पर नया पाकिस्तान!! #हिंदू #मुसलमान #मीडिया #नेता #राजनीति #घृणा... Hindi · कटाक्ष · हास्य-व्यंग्य 144 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Nov 2022 · 1 min read आत्म ग्लानि जिस व्यक्ति ने अपनी निर्दोष पत्नी को ज़मीन में धंस कर मरने के लिए मजबूर किया हो उसे भी आख़िरकार नदी में डूब कर मरना ही था... Hindi · कटाक्ष · हास्य-व्यंग्य 282 Share आकाश महेशपुरी 10 Nov 2022 · 2 min read भूत अउर सोखा सोखा जब जब आवेला तऽ टाने बीयर, वाइन, झुठहूँ रोज उपाटेला ऊ चुरइल भूतिन डाइन। निमनो मनई झूमे लागे कूदे अउरी नाँचे, जब सोखा गाँवे में आके अंतर मंतर बाँचे।... Bhojpuri · भोजपुरी कविता · हास्य-व्यंग्य 1 605 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 7 Nov 2022 · 1 min read भैंस के आगे बीन बजाना जिन कानों पर जूँ न रेंगे क्या भला उन्हें समझाना? बोल-बोल कर बता-बता कर केवल अपना मुँह दुखाना अकर्मण्य की आदत बन गई उनसे भी क्या कर्म कराना? वह तो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 2 557 Share Ram Krishan Rastogi 5 Nov 2022 · 1 min read ढूंढते ही रह जाओगे ढूंढते ही रह जाओगे **************** बातो में कुछ बाते, चीजों में कुछ चीजे, इक्कीसवीं सदी में, ढूंढते ही रह जाओगे। घरों में पुरानी खाट, तराजू के लिए बाट, स्कूलों में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 11 289 Share Kumar Kalhans 4 Nov 2022 · 1 min read नेता जी का जूता। नेताजी हैरान थे, जूता बदलते बदलते , परेशान थे, किसी भी कंपनी का , कैसा भी जूता , मंगाया जाता था, नेता जी का पैर, जरूर घायल हो जाता था,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 4 138 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read आत्मनिर्भरता का फार्मूला आत्मनिर्भरता का यह फार्मूला! देश बेचू राम ने तुम्हें दिया!! चाय बनाओ और पकौड़ी छानो! अगर रोज़गार नहीं तो क्या हुआ!! #बेरोजगारी #महंगाई #भ्रष्टाचार #शिक्षा #इलाज #अपराध #हक़ #कटाक्ष #व्यंग्य... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 236 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read अरबों रुपए के पटाखे एक रात में ही भारत में अरबों रूपए के पटाखे छोड़ दिए जाते हैं यानि कि हर दीवाली को इस देश का दिवाला निकल जाता है। Shekhar Chandra Mitra #Corruption... Hindi · हास्य-व्यंग्य 252 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read देश का दिवाला देश का दिवाला निकालने वाले नेताओं ने दीवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं। Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #riots #दंगा #महंगाई #गरीबी #politics #दलित #आदिवासी #election #चुनाव #Diwali Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 199 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read ये कैसी दीवाली है? दूसरे की दुनिया में आग लगाकर अपने घर में उजाला फैलाने को ही दीवाली मनाना तो नहीं कहते हैं न! Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #politics #महंगाई #गरीबी #riots... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 2 280 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read तमसो मा ज्योतिर्गमय अंधेरे में डूबे हुए एक देश भारत की ओर से दुनिया को दीवाली की शुभकामनाएं! Shekhar Chandra Mitra #Diwali #Corruption #politics #महंगाई #बेरोजगारी #गरीबी #भ्रष्टाचार #सांप्रदायिकता #धर्मांधता #जातिवाद Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 209 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read उजड़ी हुई बगिया मैं उस बगिया की बुलबुल हूं अब तक जो नहीं आबाद हुई! दिल में जो ख़ुशी की नज़्म उठी होठों पर आकर फ़रियाद हुई!! शिकारी से मिलकर माली ने हाय,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 361 Share Dheerendra Panchal 30 Oct 2022 · 1 min read अजब गजब विद्यार्थी पढ़वो लिखवो छोड़ दओ ओर ले लओ फोन मास्साब बोले पढ़लो बेटा सो बोले आप कौन मास्साब बोले पढ़लो नयी तो पूछे तुमे कौन बेटा बोले दिक्कत नईया हम हैं... Hindi · Students · Teacher · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 11 5 615 Share Sudhir srivastava 28 Oct 2022 · 2 min read मेरी सलाह हास्य मेरी सलाह ************* बड़े ओवैसी का अभी अभी हैदराबाद से फोन आया बड़े सम्मान से फरमाया हम इतने शरीफ हैं कि नवाज शहनवाज भी हमारी शराफत से शरमाते हैं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 129 Share Sudhir srivastava 26 Oct 2022 · 1 min read ईर्ष्या भाव का त्याग व्यंग्य ईर्ष्या भाव का त्याग ****************** आपका सुझाव तनिक नहीं भाया ईर्ष्या के बिना भला कैसी होगी ये काया? आप क्या जानो ईर्ष्या के गुण ईर्ष्या में ही तो मैंने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 126 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 1 min read पुरानी यादें (भाग 01) श्रंगार छंद पुरानी याद नये संदर्भ श्रृंगार छंद 16 अंत में गुरू लघु या लघु गुरू हास्य कवि प्यारे गुरू प्रसाद। सभी से न्यारे गुरू प्रसाद।। छंद नभ तारे गुरू प्रसाद। भाग... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 156 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 21 Oct 2022 · 1 min read कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं! माना घर का था मैं निगोड़ा वो माना बीबी से मुहँ मोड़ा बेच चाय सी सपने सबको मत पूछो कहाँ किसे मरोड़ा उन्नीस से न यूँ ही बीस बड़ा अब... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 215 Share Ashish Kumar 17 Oct 2022 · 1 min read जैसी करनी वैसी भरनी जैसी करनी वैसी भरनी टिकट कटा एक नेता जी का पड़े हुए थे बिल्कुल बेजान चार काँधों का मिला सहारा पहुँचा दिए गए श्मशान यमदूत जा रहे थे लेकर आत्मा... Hindi · Jaisi Karni Waisi Bharni · कविता · जैसी करनी वैसी भरनी · हास्य-व्यंग्य 1 2 241 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 13 Oct 2022 · 1 min read डॉ अरुण कुमार शास्त्री - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त 18th स्टोरी से नई दिल्ली स्टेशन की तरफ़ दिल्ली का नजारा उसी पर एक व्यंग्यात्मक गीतिका मेरी दिल्ली मेरी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · हास्य-व्यंग्य 281 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Oct 2022 · 1 min read सांप्रदायिकता का ज़हर झील में इसका ज़हर घुलने लगा है! हर जीव का दम इसमें घुटने लगा है!! वक़्त रहते ही इसे फेंक दो उखाड़ कर! यह कमल का फूल अब सड़ने लगा... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 282 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Oct 2022 · 2 min read ऊपरी इनकम पर आनलाईन के दुष्प्रभाव(व्यंग ) देश के केन्द्रीय, सभी राज्य सरकारों के शासकीय अर्धशासकीय, स्थानीय निकायों, पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का मुख्य विषय था "ऊपरी इनकम पर आनलाईन... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 290 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Oct 2022 · 1 min read अंधभक्ति की पराकाष्ठा साहब आपकी सुबह की जय साहब आपकी शाम की जय! साहब आपके चाय की जय साहब आपके आम की जय! रेडियो से लेकर टीवी और अखबार से लेकर ट्विटर तक!... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 1 616 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 2 min read बजट का समायोजन (एक व्यंग) वित्तीय वर्ष समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष रह गए थे कार्यालय में नए साहब की स्थापना हुई।आते ही उन्होंने बचे हुए बजट पर अपनी गिद्ध दृष्टि डाली, पुराने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 391 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Oct 2022 · 1 min read जिल्लेइलाही की सवारी कलेजे से होकर एक आरी निकलती है! तब जाकर क़लम से चिंगारी निकलती है!! वह देखो,अवाम को बुरी तरह रौंदती हुई! अब जिल्लेइलाही की सवारी निकलती है!! #जनता #मज़दूर #प्रवासी... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 165 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Oct 2022 · 1 min read ज़मीर का सौदा करके अपने ज़मीर का सौदा! तुम कुछ हासिल कर लिए तो क्या!! मालूम भी है कि तुम्हें यह सब! कितना ज़्यादा महंगा पड़ा!! Hindi · हास्य-व्यंग्य 260 Share Previous Page 5 Next