Posts Tag: मेरी कलम से दिल तक 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read कलमबाज कलमबाज की ताकत इतनी जानी परखी न जाएगी कलमबाज की सुंदरता इतनी देखी परखी न जायेगी कलमबाज की कलम होती बड़ी महान है सोए को जगा देती जागे को सुला... Poetry Writing Challenge-3 · *कलमें इतिहास बनाती है* · कविता · जादुई कलम · दो पँक्ति दिल की कलम से · मेरी कलम से दिल तक 10 145 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 27 Jan 2024 · 1 min read **मातृभूमि** मातृभूमि शत शत प्रणाम हे मातृभूमि तुमको प्रणाम | सुरभित रूपसी वन शृंगार हे सुखदायक दीनाक्षार चरण तेरे मिलता विश्राम मातृभूमि शत शत प्रणाम हे मातृभूमि तुमको प्रणाम | अंक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मेरी कलम से दिल तक 172 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 26 Jan 2024 · 1 min read **माटी जन्मभूमि की** **माटी जन्मभूमि की** इबादत, है चाहत कि हसरत यही है ; माटी जन्मभूमि की दौलत यही है | चरग-ए-मौहब्बत जलाकर के यारो , सजदे करें हम कि शौहरत यही है... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 176 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jan 2024 · 1 min read ** चीड़ के प्रसून ** @@@- स्वछंद कविता ------- गगन घन स्पर्शी चीड़ के पेड़ दृगों में चित्रित, कौतुहल से देखे प्रथम बार कर रहे थे वृष्टि आनंदरस की जिसे संपुट खोलकर पय कर रहा... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 1 201 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jan 2024 · 1 min read * श्री ज्ञानदायिनी स्तुति * ज्ञानदायिनी वेद धारिणी , वीणापाणी हे ब्रह्माणी | नमन करो स्वीकार शारदे, शुद्ध लेख मानस वाणी || सुरभि सी प्रसरित भुवन में - तुम ज्ञानानिल हो जो बहो | बुद्धिनिपुण... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 1 175 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 14 Jul 2023 · 1 min read बेदर्द ................................... ना देख जिगर मे कि दर्द कितना है ? ये दिया जिसने देख वो बेदर्द कितना है| -@@@@@ लक्ष्मण बिजनौरी Hindi · मेरी कलम से दिल तक 1 494 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 14 Jul 2023 · 1 min read जख्म पाने के लिए --------- कभी फुर्सत निकाल, इश्क़ लड़ाने के लिए | अरे! ये भी एक कला है, ज़ख्म पाने के लिए | @@@@ - लक्ष्मण बिजनौरी Hindi · मेरी कलम से दिल तक 1 336 Share डॉ० रोहित कौशिक 2 Feb 2023 · 3 min read प्रकृति से हम क्या सीखें? कहानी## गाँव के किनारे एक तालाब था। उस तालाब पर सुबह और शाम के समय आस-पास के पेडों पर रहने वाले सभी पक्षी पानी पीने आते थे। मैं अपनी घर... Hindi · छोटी कहानी · प्रकृति · बाल कहानी · मेरी कलम से दिल तक · रोमांचित 349 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 10 Oct 2022 · 1 min read आशिक रोना चाहता है ------------ गुमनाम है कोई तो कोई गुम होना चाहता है, चैन-ओ-आराम है तो कोई खोना चाहता है | अपना अपना जीवन हैं फसाने भी अपने अपने; वो इश्क़ ही है जिसमे... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 356 Share rkchaudhary2012 29 Sep 2022 · 1 min read दिल की बात विश्व हृदय दिवस ❤❤❤❤❤ आओ हमसब मिलकर के दिल से दिल की बात करें। प्यार मोहब्बत इश्क़ सभी दिल से आत्मसात करें। दिल न किसी का दुखे कभी बस इतना... Hindi · Dil Ki Baat · Shayari · मेरी कलम से दिल तक · विश्व हृदय दिवस 4 3 365 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read तुम्हें डर कैसा ..... तुम्हें डर कैसा, अब अँधेरों से ए हमदम | मेरे दिल को जलाकर, रोशनी की थी तुमने || ----------------------------------------- स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 1 1 488 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read रूबरू होकर जमाने से ..... रूबरू होकर जमाने से - रूबरू हुआ हूँ बेदर्द से | रूबरू होकर इश्क़ से - रूबरू हुआ हूँ दर्द से || ---------------------------------------- स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 2 2 392 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read ज़माना कहता है हर बात ...... ज़माना कहता है हर बात - बात बनाने के लिए | शुक्रिया मेरे यारों अब - मेरा साथ निभाने के लिए || ------------------------------------------ स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 2 248 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jul 2022 · 1 min read "अशांत" शेखर भाई के लिए दो शब्द - रोज़ देखता हूँ 'अशांत', हर मतला बवाल है | शेखर तेरी कलम में, वाकई कमाल है || ------------------------------------------ लक्ष्मण 'बिजनौरी' Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 2 271 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jul 2022 · 1 min read यूं भी तेरी उलफत का ..... यूं भी तेरी उलफत का सवाल रहता है , तेरी सूरत का ज़हन मे ख्याल रहता है | गुमनाम गुजरता हूँ तन्हाई भरी राहों से , हो जाता है ज़िक्र... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 2 4 344 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jul 2022 · 1 min read माटी जन्मभूमि की दौलत ...... इबादत, इनायत की हसरत यही है ; माटी जन्मभूमि की दौलत यही है | चरग-ए-मौहब्बत जलाकर के यारो , सजदे करें हम कि शौहरत यही है | मेरा जिस्म, ये... Hindi · कविता · मेरी कलम से दिल तक 2 1 460 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jul 2022 · 1 min read लाख मिन्नते मांगी ...... लाख मिन्नते मांगी उनको पाने की , जिनको ज़िद थी हमे भूलाने की | यूं ही कटती गयी उम्र तमाम सारी : आरजू, गुफ्तगू कभी तोहमतें जमाने की || -------------------------------------------... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 2 245 Share