Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
25 Jul 2022 · 1 min read

रूबरू होकर जमाने से .....

रूबरू होकर जमाने से –
रूबरू हुआ हूँ बेदर्द से |
रूबरू होकर इश्क़ से –
रूबरू हुआ हूँ दर्द से ||
—————————————-

स्वरचित@ लक्ष्मण ‘बिजनौरी’
25-जुलाई-2022

Loading...