Posts Tag: मुक्तक 11k posts List Grid krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read सागर की लहरों सागर की लहरों सागर की लहरों, जरा रूको जरा ठहरो, मेरे भीतर बुराई को मारो। तुफानों से है तेरी यारी, दुनिया कितनी सही कितनी बुरी, कहां-कहां क्या क्या हो रहा,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · पुस्तक समीक्षा · मुक्तक 4 Share Ramji Tiwari 28 May 2024 · 1 min read मर्यादा पुरुषोत्तम राम नाम आपका रटते- रटते हुई सुबह से शाम। रघुकुलनन्दन कब आओगे मुझ निर्धन के धाम। नयनों को बिना दर्शन, चैन नहीं मिलने वाला, निहार छवि व्याकुल मन को मिल जाएगा... Hindi · मुक्तक 6 Share Akash Agam 27 May 2024 · 1 min read मुक्तक कोई दुख का पहर नहीं होता दूर तू इस क़दर नहीं होता जो हुआ अच्छा हो गया फिर भी कितना अच्छा था ग़र नहीं होता। स्वप्न कितने बना दिए तुमने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · मुक्तक 7 Share Dr Archana Gupta 26 May 2024 · 1 min read तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे तुम ही दिल हो जनाब लिख देंगे प्यार करते हैं हम तुम्हें इतना तुम पे हम इक किताब लिख देंगे डॉ अर्चना गुप्ता 26.05.2024 Hindi · मंच · मुक्तक 2 1 46 Share sudhir kumar 26 May 2024 · 1 min read *लज्जा* _________________________________ आज हर तरफ दिखाई देता अलग रिवाज़ है। फैशन की फितरत में दिखावे का मिज़ाज है। वो दिल में हया और आंखों में लज्जा न रही, इन बे-नूर बाशिंदों... Hindi · मुक्तक 11 Share भरत कुमार सोलंकी 25 May 2024 · 1 min read किस तिजोरी की चाबी चाहिए किस तिजोरी की चाबी चाहिए यादो की खामोशी वारदात पर वो निकल कर बोला आक्रोश ही था वादों की तकरार पर खड़ा होकर बोला हा खामोश होकर मैं सुन रहा... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 12 Share surenderpal vaidya 24 May 2024 · 1 min read गंगा की जलधार मुक्तक ~~ सबसे पावन अखिल विश्व में गंगा की जलधार। आदिकाल से यही हमारे जीवन का आधार। हर कीमत पर हर हालत में इसे बचाना आज। समझो इसी में ही... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 12 Share Neeraj Mishra " नीर " 24 May 2024 · 1 min read केवल “ॐ” कार है है अंत,अंत , अंत से अनंत शून्य शब्द वाक्य के अल्प से विराम तक जिस ध्वनि संचार शब्द की झंकार है ओ शब्द “ ॐ “ कार है 2 मधुर... Poetry Writing Challenge-3 · गीत · भजन कीर्तन · भजन गीत · भजन माला · मुक्तक 1 12 Share भरत कुमार सोलंकी 23 May 2024 · 1 min read क्यो नकाब लगाती हो " क्यो नकाब लगाती हो।" सफर पर जाने वाली मुसाफिर तु आपनी सुरत पर क्यों नकाल लगाती है। क्यो घृणित कार्य करने वाली शातिर अपनी सुरत पर उठने वाले जवाब... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 11 Share Dr.Pratibha Prakash 22 May 2024 · 1 min read pita समय रहते पिता की बात जो मान जाते हैं वही शख्स जीवन की हर मंजिल को पाते है भटक जाते जो सोचकर मुझसा नहीं कोई वो अक्सर राह में जाकर... Hindi · मुक्तक 1 50 Share Sunil Suman 20 May 2024 · 1 min read तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए, कि खुद हमको खुद की खबर ना रही, तेरी चाहतों का सिला यह मिला, कि दुनिया हमारी, हमारी ना रही। Hindi · Quote Writer · मुक्तक 14 Share Dr.Pratibha Prakash 19 May 2024 · 1 min read संस्कार पके है आम अब रोते, आओ कहां बालक तुम छोटे कमाया खूब ही पैसा बन गए लेकिन अक्ल के खोते लड़ते परिवार आपसे में ही अब तो संस्कार सब छूटे... Hindi · मुक्तक 1 14 Share surenderpal vaidya 18 May 2024 · 1 min read कठोर व कोमल मुक्तक ~~~ राष्ट्र हित के लिए आवश्यक, हो कानून कठोर। सर्वोपरि समझें इसको हम, जीवन में हर ओर। करें नहीं कोई समझौता, संविधान के साथ। सही हाथ में रहे हमेशा,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक · सरसी छंद 2 19 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read राधा-मोहन वृंदावन छोड़ के *मोहन* , *राधा* बरसाना गांँव बैठे यमुना तट की ठाँव , *ओम्* कदंब की छांँव मोहन अधर मुरली विराजत , राधा कर पुष्प हार राधा निहारत श्याम... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 17 Share Neeraj Mishra " नीर " 18 May 2024 · 1 min read मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ बचपन की शरारते जवानी में खोए होश खोए होश के सफर की कहानी लिखना चाहता हूँ मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ दिखावे दोस्त दोस्ती स्वरथ की प्यार बर्बादी का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना। मुक्तक ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना। तुमने खूब ऊंचाई पा ली, रब का करते शुकराना। उस दिन खुशी मनाऊंगा, ऐ दोस्त तुम्हें बतला दूं मैं, कुछ... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। मुक्तक 221/2121/1221/212 जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। दुनियां से राज दिल मे दबाओगे कब तलक। मैं पूछता हूं आज ये बतला ही दो मुझे, ऐसे ये रिश्ता... Hindi · मुक्तक 12 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। मुक्तक पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। हमारी धाक दुनियां में जमीं, दुनियां ने माना है। विजय है चांद पर पाई, चले अब सूर्य से मिलने,... Hindi · मुक्तक 14 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया। मुक्तक इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया। जहां जहां इंडिया जीता था क्या सचमुच में हार गया। कल तक जो विद्वान देश में थे क्या सब अज्ञानी थे,... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है। मुक्तक 1222/1222/122 वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है। कि नारी शक्ति है अबला नहीं है। बने काली तो फिर संहार करती, फिर आगे कोई टिक सकता नहीं है। (फिर+आगे)... Hindi · मुक्तक 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हार से भी जीत जाना सीख ले। मुक्तक 2122/2122/212 हार से भी जीत जाना सीख ले। तू गमों से प्यार करना सीख ले। जिंदगी में चाहिए थोड़ा शुकू'न, दीन दुखियों को हॅंसाना सीख ले। ........✍️ सत्य कुमार... Hindi · मुक्तक 16 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आप लिखते कमाल हैं साहिब। मुक्तक आप लिखते कमाल हैं साहिब। आप पढ़ते धमाल हैं साहिब। आप जैसा नहीं मिला दूजा, आप तो बेमिसाल हैं साहिब। .........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। मुक्तक किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। घर में बच्चे फुलवारी से लगते हैं। बच्चों से सारी खुशियां घर आंगन की, बच्चों में ईश्वर के दर्शन मिलते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। मुक्तक तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। तू रहे साथ अगर तो कज़ा सी लगती है। ये सज़ा और कज़ा में फॅंसा हूॅं मैं या रब,... Hindi · मुक्तक 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। मुक्तक न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। कभी वो दीन दुखियों के भी, सहचर हो नहीं सकते। बना सकते नहीं जब वो, किसी का क्या... Hindi · मुक्तक 14 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मुक्तक 1222/1222/1222/1222 वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मैं हूं आजाद मुझको देश भी आजाद करना है। गुलामी में जनम पाया नहीं वो बस में था... Hindi · मुक्तक 16 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। मुक्तक (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर) जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। इस रथ की धुरी तुम्हीं हो, और रथवान तुम्हीं तो हो। शक्ति स्वरूपा... Hindi · मुक्तक 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। मुक्तक ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। भंग में बहके हुए भंवरें गवाही दे रहे। आ गई होली यही अहसास सबको हो रहा। आसमां में रंग होली के... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 16 Share Dr Archana Gupta 16 May 2024 · 1 min read आप चुन लीजिए अपने आकाश को, तो सितारे भी हिस्से में आ जाएंगे आप चुन लीजिए अपने आकाश को, तो सितारे भी हिस्से में आ जाएंगे आप हिम्मत से अपने बढ़ाएं कदम, एक दिन अपनी मंज़िल भी पा जाएंगे अपने दिल से ग़मों... Hindi · मुक्तक 2 1 119 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read खुले आम जो देश को लूटते हैं। मुक्तक खुले आम जो देश को लूटते हैं। वही अब निगेहबान भी बन रहे हैं। जिन्होंने दिये दर्द ही जिंदगी में, वहीं दर्द की अब दवा बेचते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 18 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read गोमुख सखियाॅं गंगा घाट पर, उतरी करने स्नान। आस्था अरु विश्वास से,इनकी महिमा जान। गोमुख से उद्गम हुआ,जा उतरीं बंगाल - जाने कितने नाम हैं, करते हैं गुणगान।। दीपनारायण झा'दीपक'देवघर झारखंड Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 49 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। मुक्तक तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। ऐसा लगता है जहां से बेगाने लगते हैं। ख़्वाब में और कोई होता है, नाम गुदवा के तुम्हारा दिखाने लगते हैं। .........✍️... Hindi · मुक्तक 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। गज़ल 221/2121/2221/122 सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। सच में ये बात है सही मुॅंह बंद रखो तुम।1 मुंह खोलने की सोचते तो उनका है संदेश, है खैरियत... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। मुक्तक प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। रात में दिन में सपनों में आता वही। कोशिशें लाख कीं नाम उसका न लें, पर जुबां क्या करे आ ही जाता... Hindi · मुक्तक 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। मुक्तक यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। यूं ही सपनों में भी कोई आता है क्या। दिल से दिल का है रिश्ता बना आपसे, वर्ना दिल में कोई... Hindi · मुक्तक 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 18 Share Dr.Pratibha Prakash 16 May 2024 · 1 min read कर्म कर्मों का ही खेल है सारा, शेष उस शक्ति का ही पसारा असंख्य आकाश गंगा गगन में असंख्य रवि का उजियारा रूप नाम भिन्न स्थान एक सतत वही सर्वशक्तिमान श्रोत... Hindi · मुक्तक 1 22 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read दरार धीरे धीरे घट रहा, मानव मन में मेल। रिश्ते नाते सब लगे,मतलब के अब खेल। मनमुटाव के साथ ही,दिल में पड़े दरार- षडयंत्रों के दंश को,सभी रहे हैं झेल।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 48 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read विनती बड़ों से है यही विनती,मिले आशीष छोटों को। उसे भी देखकर आए,हॅंसी नमकीन होंठों को। करें गुणगान हम सबका,सदा सम्मान करना है- वही सहना सिखाते हैं,जगत के नर्म चोटों को।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 50 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read तमन्ना वही पाते यहाॅं पर हम,जिसे हरदम लुटाते हैं। अगर चाहत रहे कोई,वही भरदम जुटाते हैं। वही लिखते मिटाते है,तमन्ना गर रहे कोई- अमर होते जमाने में,वही पागल कहाते हैं।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 44 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read शिकवा जमाने से नहीं शिकवा,खुदी से ही शिकायत है। मगर कोई बहुत चाहे, यही उनकी इनायत है। जहाॅं में हैं कहीं ज्यादा,मुझे भी चाहने वाले- अजी उनसे यही कहना,यही मेरी शराफत... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 44 Share डी. के. निवातिया 15 May 2024 · 1 min read मुहब्बत भी करके मिला क्या दिन-दिनांक : बुधवार, १५ मई, २०२४ विद्या : ग़ज़ल विषय : इश्क/प्यार/मुहब्बत शीर्षक : मुहब्बत भी करके मिला क्या बह्र: बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 20 Share नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 31 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read मनमीत प्रफुल्लित मन मगन होता,यहाॅं मन मीत आते हैं। जगे मन भावना प्रेमी, तभी हम गीत गाते हैं। तुम्हारा साथ जो मिलता, गमों से दूर हैं रहते - कहीं हारी हुई... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 40 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2024 · 1 min read मुक्तक लगी होती है क्या दिल की इसे दिलबर ही समझेगा ये तन्हाई का आलम मील का पत्थर ही समझेगा ज़माना ये कहाँ समझेगा ये बेताबियाँ दिल की नदी बेचैन है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 20 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 17 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read राधे राधे बोल राधे राधे बोल कर,अंदर के पट खोल। अपने -अपने ही हृदय ,मिश्री को तो घोल। वृन्दावन के धाम में,पावन है ये नाम- राधा रानी जो जपे,नाम लगे अनमोल। डी... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 44 Share Page 1 Next