Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

राधा-मोहन

वृंदावन छोड़ के मोहन , राधा बरसाना गांँव
बैठे यमुना तट की ठाँव , ओम् कदंब की छांँव
मोहन अधर मुरली विराजत , राधा कर पुष्प हार
राधा निहारत श्याम को , श्याम निहारत संसार

राधा ताक रही मोहन को , ले पुष्पों का हार
कान्हा धर बंसी रखें , तो मैं पहनाऊँ हार
श्याम छेड़ रहे तानों को , रख मुरली अधरान
ओम् सुन बंसी की धुन, खिली राधे अधर मुस्कान

ओमप्रकाश भारती ओम्
बालाघाट मध्यप्रदेश

1 Like · 20 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओमप्रकाश भारती *ओम्*
View all
You may also like:
चांदनी न मानती।
चांदनी न मानती।
Kuldeep mishra (KD)
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
Keshav kishor Kumar
*आस टूट गयी और दिल बिखर गया*
*आस टूट गयी और दिल बिखर गया*
sudhir kumar
रात नहीं आती
रात नहीं आती
Madhuyanka Raj
पानी
पानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आँखों से नींदे
आँखों से नींदे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गुरु माया का कमाल
गुरु माया का कमाल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
जिन्हें नशा था
जिन्हें नशा था
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अभिनेता बनना है
अभिनेता बनना है
Jitendra kumar
शमशान घाट
शमशान घाट
Satish Srijan
#अमृत_पर्व
#अमृत_पर्व
*प्रणय प्रभात*
3373⚘ *पूर्णिका* ⚘
3373⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
।।जन्मदिन की बधाइयाँ ।।
।।जन्मदिन की बधाइयाँ ।।
Shashi kala vyas
बेरोजगारी
बेरोजगारी
साहित्य गौरव
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हवाओं का मिज़ाज जो पहले था वही रहा
हवाओं का मिज़ाज जो पहले था वही रहा
Maroof aalam
लोग जीते जी भी तो
लोग जीते जी भी तो
Dr fauzia Naseem shad
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
Neeraj Agarwal
सेज सजायी मीत की,
सेज सजायी मीत की,
sushil sarna
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
Sukoon
"जेब्रा"
Dr. Kishan tandon kranti
*** मन बावरा है....! ***
*** मन बावरा है....! ***
VEDANTA PATEL
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
Paras Nath Jha
Loading...