रात नहीं आती
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/30cdd51688732d7b1c608f814b980b35_f1c95d5880ecfe0b78bd2608cfe23612_600.jpg)
क्यों न ऐसा होता कि रात नही आती,
शायद फिर आँखों से जज्बात नही आती।
आती तो मगर उसकी याद नही आती
अश्को की फिर बरसात नही आती।।
रुक जाता दिन, रात नही आती,
चाहे ख्वाबों में या यादों में मुलाकात नही आती।
दिन भर हँस के गुजरता दोस्तो के संग
वक्त ठहर जाता पर काश रात नही आती।।