Posts Tag: प्रणय के व्यंग्य 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 30 Oct 2024 · 2 min read #व्यंग्य #व्यंग्य ✍🏻 हमारी बेशर्मी की चरम-सीमा....!! 【प्रणय प्रभात】 "मैं टेसू-छाप महाअड़ियल यह शपथ लेता/लेती हूँ कि इस सालH दीपावली पर चाइना (चीन) में निर्मित लाइटों (लड़ियों/झालरों को नहीं खरीदूंगा/खरीदूंगी। क्योंकि,... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · प्रसंगवश 1 19 Share *प्रणय* 28 Oct 2024 · 2 min read #व्यंग्य- ■ सोशल मीडिया (फेसबुक) पर महान बनने के तीन नायाब नुस्खे। [प्रणय प्रभात] (01) सुबह, दोपहर, शाम और रात को केवल गुड मॉर्निंग, गुड आफ्टर नून, गुड ईवनिंग और गुड... Hindi · प्रणय के व्यंग्य 1 21 Share *प्रणय* 26 Oct 2024 · 1 min read #व्यंग्यकविता- #व्यंग्यकविता- (टिप्पणी के साथ) ■ नहीं मरा है रावण...। 【प्रणय प्रभात】 पुतला जलते ही भीड़ में खड़े अभागे। श्रीराम के बजाय रावण की तरफ़ भागे।। राम लक्ष्मण कोने में दिखाई... Hindi · प्रणय के व्यंग्य 1 17 Share *प्रणय* 3 Oct 2024 · 11 min read #वाक़ई- #वाक़ई- ■ बहुत कुछ साफ़ हुआ साहब! दस साल में। [प्रणय प्रभात] मान गए साहब, आपके "स्वच्छता अभियान" को। क़सम से, बहुत कुछ "साफ़" हुआ बीते 10 साल में। साफ़... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · प्रसंगवश · सम सामयिक 2 36 Share *प्रणय* 22 Sep 2024 · 1 min read #बाउंसर :- #बाउंसर :- ■ जो हुआ, हमने किया…! 【प्रणय प्रभात】 आपको वो लतीफ़ा तो याद ही होगा। पहली बार ट्रेन में सवार एक देहाती ने देशी घी की केटली ट्रेन रोकने... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 1 20 Share *प्रणय* 18 Sep 2024 · 1 min read #अलग_नज़रिया :- #अलग_नज़रिया :- ■ किसी भी मंशा से सही।। 【प्रणय प्रभात】 "निरीह नेताओं को, न लतियाऐं, न गलियाऐं। चुनावी काल में ही सही, आपके चरणों में नत तो हैं। सुविधा अच्छी... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 1 37 Share *प्रणय* 17 Sep 2024 · 1 min read #लघुव्यंग्य- #लघुव्यंग्य- ■ टेढ़ा सवाल, सीधा जवाब। 【प्रणय प्रभात】 "मिस्टर दूध के धुले" आज पूछने लगे- "चेहरा बदलने से चाल-चरित्र कैसे बदल जाएगा?" मैंने कहा- "वैसे ही, जैसे बंगारू लक्ष्मण के... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 1 24 Share *प्रणय* 17 Sep 2024 · 1 min read #लघुव्यंग्य- #लघुव्यंग्य- ■ टेढ़ा सवाल, सीधा जवाब। 【प्रणय प्रभात】 "मिस्टर दूध के धुले" आज पूछने लगे- "चेहरा बदलने से चाल-चरित्र कैसे बदल जाएगा?" मैंने कहा- "वैसे ही, जैसे बंगारू लक्ष्मण के... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 26 Share *प्रणय* 14 Sep 2024 · 3 min read #हिंदी_दिवस_विशेष #हिंदी_दिवस_विशेष ■ कूपमण्डूक नौकरशाहों की दृष्टि में साहित्यकार 【प्रणय प्रभात】 भाषा और साहित्य दोनों के लिए कथित "अमृतकाल" किसी विषाक्त व संक्रामक काल से कम नहीं। इस अटल सच के... Hindi · दिवस विशेष · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 1 28 Share *प्रणय* 18 Aug 2024 · 1 min read 👌सीधी सपाट👌 #शर्म_भी_करो ■ वरना कहीं जा के डूब मरो। 【प्रणय प्रभात】 "फोकट में बोझा उठाओ और पिछवाड़े पे लात खाओ। ऐसा भी क्या शौक है मेरे भाई? अगर करना नहीं है... Hindi · प्रणय के व्यंग्य · लघुव्यंग्य 1 33 Share