Posts Tag: गीत 8k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read बालगीत लेना तुमको हो जब खाना । मुझको बस आवाज लगाना ।। मम्मी सच में वाश किया है । ब्रश से मुँह भी साफ किया है ।। तेरा कोई नहीं ठिकाना... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 12 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read नियति जीवन यह इक झोल झमेला । नियति भाग्य मानुष मन खेला ।। नियति, नियति क्या करते आखिर , नियति कर्म से हर पल हारा । कोशिश करने में क्या जाता... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 15 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read आत्महत्या के पहले खुद से नहीं कभी मन हारा- हर संकट में किया गुजारा। तिल-तिल मरता मन है कहता- जीवन न यह मिले दुबारा।। मन में जब हो उथल-पुथल तो- बादल सी इक... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 13 Share Akash Agam 12 May 2024 · 1 min read तेजस्वी जुल्फें तुम्हें भूलना चाहता हूंँ ताकि याद रख सकूंँ ज़िंदगी भर के लिए तुम्हारी बात नहीं करता ताकि गा सकूंँ तुम्हें गीत में ढाल कर तुम्हें निहारता नहीं क्योंकि मन की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · गीतिका 1 20 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 12 May 2024 · 1 min read माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष माँ के घर न बजी कभी भी छद्म कुकर की सीटी । चूल्हे में दुख को सुलगाकर चढ़ा तवा करतब का ; धर्म-गुँथे आटे की रोटी पेट भरा दे सब... Hindi · गीत 6 10 166 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 May 2024 · 1 min read यदि किछ तोर बाजौ माए हमर अखनौ यदि किछ तोर बाजौ तब तोय सिनेह जानि दअ लिहे हमर मंदिर अँहे संस्कार मोरे ओ हामर देस गामक,दुलहिन हे यदि पिताश्री किछ तोर बाजौ तब मंजुसा... Maithili · कविता · गीत 13 Share Akash Agam 11 May 2024 · 1 min read तुम्हें चाहना तुम्हें चाहना एक चुनौती है प्रियतम न तुम दिखाई देते हो, न तो सुनाई देते हो न कभी मिलते हो न ही चलते हो साथ मेरे, प्रत्यक्ष होकर। तुम्हारी सर्वस्वता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत · शेर 2 18 Share Dharmjay singh 11 May 2024 · 1 min read "बेचारा किसान" चलता जा तू चलता जा, अब मंजिलें करीब है। ये कहने वालों देख लो, किसान क्यूं गरीब है।। कहने को तो लोग इसे, कह रहें भगवान है। फिर क्यूं जहर... Hindi · कविता · कहानी · गीत · लेख 1 20 Share Dinesh Kumar Gangwar 11 May 2024 · 1 min read मोर मुकुट संग होली बिषय -मोर मुकुट संग होली मै तो खेलू मोर मुकुट संग होली चाहें भीगें मेरी चुनरी चाहें भीगें मोरी चोली मै तो खेलू मोर मुकुट संग होली चाहें जग छूटे... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 15 Share sudhir kumar 10 May 2024 · 1 min read *सा रे गा मा पा धा नि सा* ~~~~~~~~~~~~~ सा रे गा मा पा धा नि सा। साथी रे!रुक जा ज़रा सा। दिल-ए-दरिया है चढ़ा सा। होगा आज मिलन अपना, पूरा होगा हर एक सपना, तू धरती है... Hindi · गीत 1 16 Share sudhir kumar 10 May 2024 · 1 min read *सुनो माँ* ~~~~~~~~~~~~ तुझे ढूंढूं कहां कहां माँ। इतना बड़ा.....जहां माँ। तेरे बारे किस से मैं पूछूं, तू ख़ुदा-ए- दो-जहाँ माँ। मैं तारों में.. तुझको खोजूं। आईने में खुद को निहारूं। मेरे... Hindi · गीत 1 18 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read गुलमोहर के लिए अगर कभी सूर्य से झगड़ कर विरह के ताप से जल रही दुपहरी में चलते हुए नंगे पांँव कच्ची सड़क पर मिल जाएंँ महाप्राण निराला तो कहूंँगा उनसे साधिकार कि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत 2 15 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read चाहतें तुम्हें गाना चाहता हूंँ जैसे गा गए राम को कबीर और कबीर को कुमार गंधर्व तुम्हें देखना चाहता हूंँ जैसे देखा था गैलीलियो ने अनंत अन्तरिक्ष तुम्हें पाना चाहता हूंँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 18 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read ढल गया सूर्य फिर आएगा। ढल गया सूर्य फिर आएगा। माना संध्या गहराएगी, फिर रात उतर कर आएगी, लेकर काले रंग को रजनी पूरे जग को नहलाएगी, पर भोर सभी को धो देगी इक चिन्ह... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 13 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read पीले पत्ते दूर हो गए। पीले पत्ते दूर हो गए। हरी डाल की हरियाली में, इनका काफी योगदान था, जब तक किरणे सोख रहे थे, इनका काफी मान दान था, समय आ गया है अब... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 14 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read खुद को समझ सको तो बस है। खुद को समझ सको तो बस है। भटक भटक कर थक जाओगे, चाहत कुछ है कुछ पाओगे, जो पाया संतोष करो भी, अपने मन को समझाओगे, बाहर मरूथल का शासन... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 12 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read आज अकेले ही चलने दो। आज अकेले ही चलने दो। पथ परिचित है पीर पुरानी, पर उसमें कुछ बात अजानी, आज न तुमसे बांट सकूंगा, अनजाने दुख की हैरानी, मेघों से अच्छादित नभ में आज... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 10 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read संभवतः अनुमानहीन हो। संभवतः अनुमानहीन हो, ये जग कितना एकाकी है। दीयों का मेला दिवाली, वे समूह में मुस्काते हैं, दूर से देखो तो लगता है, एक ही सुर में सब गाते हैं,... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 11 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read परछाई उजली लगती है। परछाई उजली लगती है, कितना दुष्कर मलिन समय है। हम कितने काले हो सकते हैं, इसका अनुमान हो रहा, हम में कितना दोष भरा है, इसका कुछ कुछ भान हो... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 11 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read हो न हो हम में कहीं अमरत्व तो है। हो न हो हम में कहीं अमरत्व तो है। हमने रखा है हलाहल को गले में, वासुकी को हमने है रस्सी बनाया, सामने न इंद्र के घुटने टिके हैं, हमने... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 12 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read उन्हें पुकारो। उन्हें पुकारो जिनके आने से, मन की पहचान खरी हो। मरुथल कोशिश भी कर लें पर , नागफनी ही दे पाएंगे, रेत ही जिनका मन हो तन में, नमी कहां... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 16 Share Kumar Kalhans 10 May 2024 · 1 min read जीवन का त्योहार निराला। जीवन का त्योहार निराला। ढोलक की थापों के भीतर, शहनाई का राग करुण है, मरुथल के हिर्दय में बसता, सपनो का संसार वरुण है, खिलखिल रंगो के हिरदय में, छिपा... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 15 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read चांद तुमसे बिछड़ कर गोया चांद अपना सब कुछ खोया चांद... (१) याद करके पिछले दिनों को कल रात बहुत ही रोया चांद... (२) अंधेरा ही अक़्सर फला उसमें जिस जगह... Hindi · गीत 1 15 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read दुआ करें जो कर सकें-दवा करें बाकी लोग-दुआ करें... (१) नेक फरिश्ते-बीमारों को तुरंत सेहत-अता करें... (२) अपने वश में है ही क्या हम करें तो क्या करें... (३) वक़्त की चुनौतियों... Hindi · गीत 1 18 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read ठोकर लगी ठोकर ऐसी दिल पर कि मेरी आंखें खुल गईं... (१) सबको समझा आशिक होकर कि मेरी आंखें खुल गईं... (२) बचा ही क्या सबक पाकर कि मेरी आंखें खुल... Hindi · गीत 1 15 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने अपनी फितरत नहीं मिलती है अपनी तबीयत नहीं मिलती है दूर-दूर तक एक-दूसरे से अपनी शख्सियत नहीं मिलती है... (१) तालीम अलग मक़सद अलग माहौल अलग सोहबत अलग अपना शौक... Hindi · गीत 1 15 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read ज़िंदा रहे यह देश जवानी में-नादानी में अधूरी एक कहानी में मरा करते हैं हम ताकि ज़िंदा रहे यह देश... (१) अन्याय से-अत्याचार से शोषण और भ्रष्टाचार से लड़ा करते हैं हम ताकि ज़िंदा... Hindi · गीत 1 11 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read आज बहुत उदास है दिल आज बहुत उदास है दिल ना जाने क्या बात है दिल... (१) याद आती वह रह-रहकर कुछ तो उसमें ख़ास है दिल... (२) वह आंखों से हो दूर भले ही... Hindi · गीत 1 16 Share Shekhar Chandra Mitra 9 May 2024 · 1 min read यह मूर्दों की बस्ती है अरे, यह तो मूर्दों की बस्ती है सिर्फ़ हाय-हाय कर सकती है... (१) ज़िंदगी-मौत के सवाल पर भी यहां छाई रहती एक पस्ती है... (२) लुट सकती है कहीं भी-कभी... Hindi · गीत 1 20 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 May 2024 · 1 min read पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा, पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा, हर सदी में उपेक्षित रहीं बेटियाँ। कोख में ही कभी तो कभी सासरे, ध्वंस इनका हुआ आज भी हो रहा। आज भी यह... Hindi · गीत 1 15 Share gurudeenverma198 9 May 2024 · 1 min read कसम, कसम, हाँ तेरी कसम कसम,कसम, हाँ तेरी कसम। करते हैं प्यार तुमको हम।। इसमें नहीं है कोई शक। चाहते हैं दिल से तुमको हम।। कसम, कसम, हाँ-------------------।। आवो करीब, खत यह पढ़ो तुम। तस्वीर,चेहरा... Hindi · गीत 1 30 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read काश ! काश ! न हम यूंँ अलग होते न मैं जाकर मिलता; अंधेरों से, नफ़रतों से! काश ! तुम अब भी होती मेरे साथ समझा रहा होता तुम्हें गणित का कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 28 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्राकृतिक संगीत* कुदरत का कण कण, हर ओर हर भाव भरा है गीतों से बिन शब्दों का संगीत बना रसखान भरा है गीतों से बूंदों का धरती पर गिरना, नदियों का कल... Hindi · कविता · गीत · प्रकृति 1 16 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *खुद की खोज* ढूंढ लिया हमने जग सारा तन्हा खुद को पाया है व्यर्थ के सारे रिश्ते नाते व्यर्थ ही समय गंवाया है बिना ज्ञान के इस जीवन में कोई कमी अधूरी है... Hindi · कविता · गीत · सत्यकीखोज 1 15 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्रेम नगरिया* *प्रेम नगरिया* धूप और छांव सा साथ हमारा वर्षा और बूंद सा एहसास हमारा निस्वार्थ प्रेम की परिभाषा हो बिन शब्दों की अद्भुत भाषा हो कितना मधुर हो हम दोनों... Hindi · कविता · गीत 1 23 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी मौसम की गर्मी और चुनाव सरगर्मी नवरात्र के धर्मी और नास्तिक विधर्मी गर्मी को वर्षा कर रही शांत पर चुनाव में सभी हैं अशांत क्या नेता क्या कार्यकर्ता सभी सरकारी... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 18 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का पर्व महान - मतदान चलो रे भाई चलो री बहना करने चलें आज मतदान लोकतंत्र का पर्व महान जग का सबसे बड़ा लोकतंत्र हमारा वोट डालना अनिवार्य कर्तव्य हमारा जनता का , जनता के... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 21 Share gurudeenverma198 7 May 2024 · 1 min read अब तुझपे किसने किया है सितम अब तुझपे किसने किया है सितम। आँसू हैं क्यों अब तेरी आँखों में।। हम तो अलग तुमसे हो गये। क्यों नहीं खुशी अब तेरी आँखों में।। अब तुझपे किसने ---------------------।।... Hindi · गीत 2 1 32 Share Kavita Chouhan 7 May 2024 · 1 min read *हनुमान के राम* राम, रघुनंदन, राघव रघुराई हनुमंत के प्रभु सदा सहाई बजरंगबली कै तुमही स्वामी राजीव लोचन अंतर्यामी। मारुति नंदन तुम्हरे प्यारे वानर कपीस तुम रामदुलारे ले रघुवीर लछिमन संग ही अहिरावण... Hindi · कविता · गीत · सहित्यपिडिया 17 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read राम के प्रति प्रिये! तुम्हारे प्यार से रौशन हुआ हरेक पंथ मधुवन का छोड़ न देना साथ कि मुझको अंधेरों से डर लगता है! झूठ कपट छल अहंकार से त्रस्त रहा हर मोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 1 19 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read यूंँ छोड़ के जाओ ना आहों की सरगम कैसी है राहों की तड़पन कैसी है बिछुरी मुरली की धुन सुन कर यमुना की धड़कन कैसी है अब और सताओ ना यूंँ छोड़ के जाओ ना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 16 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read जंगल जंगल जाकर हमने जंगल जंगल जाकर हमने पत्ता पत्ता छू कर देखा उम्मीदें खिल सकें कि इतना पानी अब भी बचा हुआ है! कटुता की अनगिन आवाज़ें कितने ही पहरे बैठा लें कोयल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 2 16 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read कौशल्या नंदन अवध पुरी में जन्मे हो कौशल्या के नंदन हो दशरथ के तुम प्राण दुलारे जन जन की हो आंख के तारे श्यामल कोमल सुंदर सुंदर अति मनमोहक अति हो सुन्दर... Poetry Writing Challenge-3 · कौशल्या नंदन · गीत 1 18 Share Shiva Awasthi 6 May 2024 · 1 min read पागल।। गीत आजा पागल! हम तुम पागल, मिलकर पागल-पागल खेलें जब जी चाहे, जो जी चाहे, जैसे चाहे, वैसे कर लें। कुछ भी अपना/गैर न समझें, दुनियावी कानून भुला दें जिस पल... Hindi · गीत · हिंदी गीत 3 44 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी *मुझको अपनी शरण में ले लो ,हे मनमोहन हे गिरधारी* चरण कमल तेरे बलि – बाले जाऊं ,हे मनमोहन हे गिरधारी मिथ्या अभिमान से दूर रखो तुम, हे मनमोहन हे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · भजन 1 16 Share gurudeenverma198 6 May 2024 · 1 min read जाये तो जाये कहाँ, अपना यह वतन छोड़कर जाये तो जाये कहाँ, वतन यह अपना छोड़कर। जायेंगे हम ना कहीं, चमन यह अपना छोड़कर।। हम खुश हैं यहीं, हाँ हम खुश हैं यहीं।। जाये तो जाये कहाँ --------------------------।।... Hindi · गीत 1 35 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read फिर सुखद संसार होगा... दूर हर अँधियार होगा। फिर सुखद संसार होगा। हर खुशी निर्बाध होगी। पूर्ण मन की साध होगी। भूलवश गलती किसी से, हुई यदि एकाध होगी। शोध सारी खामियों को, मूल... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 21 Share Pratibha Pandey 6 May 2024 · 1 min read #शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं #दिनांक:-5/5/2024 #शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं डूबती नैया को पार लगाओ, माँ दुर्गा हमें आशीर्वाद देने आओ । अस्त्र-शस्त्र नवरूप धारण कर, पापियों का नाश करने आओ। सुकोमल भाव समर्पित... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 19 Share Pratibha Pandey 6 May 2024 · 1 min read जय श्रीराम #दिनांक:-5/5/2024 शीर्षक:-जय श्रीराम,जय श्रीराम। राजनीतिज्ञ हैं महान , जय श्रीराम जय श्रीराम। परोपकारी दयावान, जय श्रीराम जय श्रीराम। अनुपालक धर्म सनातन , जय श्रीराम जय श्रीराम । कर्मवीर राजा निष्ठावान,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 22 Share Pratibha Pandey 6 May 2024 · 1 min read शीर्षक:-सुख तो बस हरजाई है। #दिनांक:-5/5/2024 शीर्षक:-सुख तो बस हरजाई है। खुद से खुद मैं लड़ती रहती, सुख तो बस हरजाई है। बात-बात पर रोती रहती, जिद ही जिद को खाई है। लौटा दो मेरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 18 Share Previous Page 2 Next