Posts Tag: गीतिका 511 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next surenderpal vaidya 22 Jul 2024 · 1 min read नज़र नहीं आते गीतिका ~~~ आजकल क्यों नजर नहीं आते। हम नहीं आपको भुला पाते। बात मन की कही नहीं जाती। शब्द क्यों आज हैं ठिठक जाते। हो गयी लुप्त क्यों हँसी सुन्दर।... Hindi · गीतिका · पारिजात छंद 1 1 56 Share surenderpal vaidya 21 Jul 2024 · 1 min read नजदीकियां हैं गीतिका ~~~ कभी दूरी कभी नजदीकियां हैं। अजब हालात अपने दरमियां हैं। जमाने की बहुत परवाह की जब। मगर क्यों बंद सबकी खिड़कियां हैं। सभी को सिर्फ है चिन्ता स्वयं... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 1 1 92 Share surenderpal vaidya 20 Jul 2024 · 1 min read ज़माने में गीतिका ~~~ जरूरी है सभी के साथ चलना है ज़माने में। बहुत आनन्द आता है किए वादे निभाने में। हमारे सामने तुम हो जरा सा मुस्कुरा भी दो। अधिक देरी... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 55 Share surenderpal vaidya 16 Jul 2024 · 1 min read निभाना आपको है गीतिका ~~~ किया वादा निभाना आपको है। समय पर नित्य आना आपको है। बहुत चाहा हमेशा आपको जब। हमें अपना बनाना आपको है। चलेंगे साथ मिलकर हर क़दम हम। मगर... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 1 1 67 Share surenderpal vaidya 9 Jul 2024 · 1 min read क्यों नहीं आ रहे हो गीतिका ~~~ कहो सामने क्यों नहीं आ रहे हो। छुपाकर कहीं कुछ चले जा रहे हो। जगा स्नेह मन में छुपाना न अच्छा। स्वयं पर बहुत ज़ुल्म क्यों ढा रहे... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंग प्रयात छंद 2 1 59 Share Sunny kumar kabira 1 Jul 2024 · 1 min read हमारा सुकून:अपना गाँव आज सुबह शहर से गाँव आया, तो अहसास हुआ, ताजी हवा के साथ,चित निर्मल हो रहा। चेहरे पर एक अलग सी चमक, मन में एक अलग सी सुकून, मानो स्वर्ग... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका · दोहा 2 88 Share surenderpal vaidya 29 Jun 2024 · 1 min read चाहतें मन में गीतिका ~~ परीक्षा दे चुके लेकिन सुखद से फल मिलेंगे कब। बहुत है चाहतें मन में सभी पूरी करेंगे कब। गरजते मेघ हैं नभ पर मगर वर्षा नहीं करते। सभी... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 54 Share surenderpal vaidya 26 Jun 2024 · 1 min read भोर का दृश्य गीतिका ~~~ निखरता हुआ भोर का दृश्य सुन्दर। किरण स्वर्णमय रह न पाती सिमटकर। बहुत चाह आगोश में आज ले लूं। रुके बिन उसे देख लूं आज जी भर। पुकारूं... Hindi · गीतिका · भुजंग प्रयात छंद 1 1 79 Share surenderpal vaidya 25 Jun 2024 · 1 min read सोने के सुन्दर आभूषण गीतिका ~~~ सोने के सुन्दर आभूषण, जब चमकें हर ओर। इनके आकर्षण में दुनिया, होती भाव विभोर। कनक भवन की शान निराली, हर मन लेती मोह। मूल्यवान रत्नों से इसका,... Hindi · गीतिका · सरसी छंद 1 68 Share surenderpal vaidya 25 Jun 2024 · 1 min read कदम आगे बढ़ाना गीतिका ~~~ कदम आगे बढ़ाना अब न रुकना। मुसीबत से भरी हर बात सहना। चुभेंगे शूल तीखे से कभी जब। कभी परवाह मत करना न झुकना। कहेंगे लोग बातें व्यर्थ... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 1 1 82 Share surenderpal vaidya 22 Jun 2024 · 1 min read हमेशा आगे गीतिका ~~~ करते अपनी लेकिन सबकी, सुनते अवश्य हैं। ऐसे लोग हमेशा आगे, रहते अवश्य हैं। अल्प समय के जीवन में भी, सबके मन भाते। फूल खिला करते हैं लेकिन,... Hindi · गीतिका · छंद विष्णुपद 2 1 80 Share surenderpal vaidya 21 Jun 2024 · 1 min read हवा चल रही गीतिका ~~~ हवा चल रही मंद मंद तब, झूम रही हर डाली है। मन में नयी उमंग जगाती, मनहर छटा निराली है। सूरज बादल में छुप जाता, गर्मी से राहत... Hindi · गीतिका · लावणी छंद 1 65 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 62 Share surenderpal vaidya 13 Jun 2024 · 1 min read खिला है गीतिका ~~~ प्यार को आधार सच्चा जब मिला है। हर्ष से मुखड़ा कमल बनकर खिला है। घर पिया के जा रही नव यौवना। पूर्ण होता चाहतों का सिलसिला है। जिस... Hindi · गीतिका · सार्द्ध मनोरम छंद 1 69 Share surenderpal vaidya 13 Jun 2024 · 1 min read दिखा दो गीतिका ~~~ अभी तुम जरा पास आ कर दिखा दो। बहुत दूरियां हैं मिटा कर दिखा दो। कभी ना कभी तो सफलता मिलेगी। सभी दांव अब आज़मा कर दिखा दो।... Hindi · गीतिका · भुजंग प्रयात छंद 1 111 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 11 Jun 2024 · 1 min read "किसान का दर्द" हूँ स्वेद चुआता मैं टप-टप, है राजनीति का ज्ञान नहीं। पर हाँ, आता है जो कुछ भी, उसका किँचित अभिमान नहीं।। रखवाली खेतों की करता, अब अन्य कोई पहचान नहीं।... Hindi · गीतिका 6 7 84 Share surenderpal vaidya 10 Jun 2024 · 1 min read घर आंगन गीतिका ~~~ बरसे प्रिय है ऋतु सावन। महके सबके घर आंगन। बरसे जल शीतल शीतल। लगती सब को मनभावन। मन खोकर है अति व्याकुल। जब सुन्दर भीग रहा तन। बढ़ती... Hindi · गीतिका · शील वर्णिक छंद 2 1 104 Share surenderpal vaidya 8 Jun 2024 · 1 min read सुहाता बहुत गीतिका ~~~ बहाना नहीं जो बनाता बहुत। सभी को हमेशा सुहाता बहुत। कभी मुश्किलों का कठिन दौर हो। सदा स्नेह से पेश आता बहुत। भरोसा सभी का मिला है उसे।... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 1 63 Share surenderpal vaidya 6 Jun 2024 · 1 min read कभी कभी गीतिका ~~~ कभी कभी जीवन में अक्सर, धोखा हो जाता है। अहं भाव की निद्रा में जब, मानव भरमाता है। रात दिन जल नदी में बहता, अविरल हर मौसम में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · छल फरेब · धोखा 2 82 Share surenderpal vaidya 6 Jun 2024 · 1 min read शीश झुकाएं गीतिका ~~~ अविरल संघर्षों का फल है, हुई विजय अभिराम। नैसर्गिकता प्राप्त कर सका, भव्य अयोध्याधाम। बाधाओं में रुके नहीं जन, सहे अनेकों कष्ट। अंत समय तक संकल्पों की, ध्वजा... Hindi · गीतिका · प्रभु श्रीराम · सरसी छंद 1 91 Share surenderpal vaidya 4 Jun 2024 · 1 min read आगे निकल जाना गीतिका ~~ ज़माने से कहीं आगे निकल जाना। कभी मत हाथ मलना और पछताना। किया करते बहुत बातें बिना मतलब। कभी इनके न भूले से निकट आना। चढ़ा सूरज सभी... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 1 1 69 Share surenderpal vaidya 3 Jun 2024 · 1 min read बाजार गीतिका ~~~ खूब फैले जा रहे हैं हर जगह बाजार। व्यक्ति होता जा रहा है बेवजह लाचार। हर जगह धन चाहिए तो बन सके कुछ बात। पा सकेगा किस तरह... Hindi · गीतिका · रूपमाला छंद 139 Share Bodhisatva kastooriya 31 May 2024 · 1 min read फसल बोई नही कोई अच्छी सी फसल मैने, उग आए खर-पतवार.तो सभालू कैसे? कश्ती जो तूफा मे ही ले निकल पडा, डूबने से बचू खुद,औरो को बचालू कैसे? मैने स्याह रातो... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 2 71 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read बेटी हर दर्द को सहती है खुश फिर भी वो रहती है बेटी क्या है लड़की क्या है खुद को खुद से कहती है | बेटी जन्मती एक घर में पनपती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 64 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read बदला हूं मैं धूप वो तपती वो जलते पैर मजबूरी और नंगे पांव की सैर | बदला नहीं है कुछ भी सबकुछ है वही वही तपती धूप वही है रहगुजर | रहगुजर मुश्किल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 79 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read राम प्यारे हनुमान रे। #राम प्यारे हनुमान रे। पवनसुत महारूद्र बजरंगबली, श्री राम जी के आँख के तारे। तेरी शरण है सबको भली, रखलुँ माथा चरणों में तेरे। तेरी महिमा तुलसी गाते मिली, तेरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीतिका 97 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना #तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना जान तुझे देंगे मेरे प्यारे वतन________ भारत माँ का करने पूरा सपना। उठो युवाओ माँ भारती पुकारती______ चलो भूमी का करने पूरा सपना। देश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीतिका 81 Share surenderpal vaidya 28 May 2024 · 1 min read पंचवक्त्र महादेव गीतिका ~~ पंचवक्त्र महादेव प्रभु का, नित्य करें हम ध्यान। सारे जग की रक्षा करते, कर लेते विषपान। सफल नहीं हो पाया दशानन, अटल रहा कैलाश। नहीं हिला था लेश... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सरसी छंद 3 119 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read रुख बदल गया अधखिली सी धूप को स्याह अंधेरा बदल गया सूरज निकलते निकलते अपना रुख बदल गया | बड़ी आस थी कि धूप निकल आएगी दुख की छांव को अलविदा कह जायेगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 52 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read मेरी सूरत हो तुम इस कदर मेरे ख्यालों में हो मेरे दिन और मेरी रातों में हो कि जैसे तुम इक नदिया हो मेरे पल पल में तुम बहती हो तुम इस कदर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 50 Share Sumangal Singh Sikarwar 27 May 2024 · 1 min read इंतजार एक इंतजार अजीब सा है ये इकरार अजीब सा है मुझे मेरे मन को एतबार अजीब सा है इंतजार कि खुशी चली आएगी गमों की धूप ये ढली चली आएगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 75 Share surenderpal vaidya 27 May 2024 · 1 min read कार्य महान गीतिका ~~ करें सब सोच समझ मतदान। इसे भी समझें कार्य महान। रखें मत कोई मन में खोट। देश का करना है उत्थान। सभी जन अपना है परिवार। पूर्ण हो... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · श्रृंगार छंद 1 83 Share Sumangal Singh Sikarwar 27 May 2024 · 1 min read ऐसी तो कोई जिद न थी मुझको ऐसी उम्मीद न थी ऐसी तो कोई जिद न थी | थी एक छोटी सी गुदगुदी भी तुम्हे हंसाने की कोशिश भी मेरे मन में कोई खोट न थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 73 Share गुमनाम 'बाबा' 27 May 2024 · 1 min read चित्र आधारित चौपाई रचना *चौपाई* सुंदर गौर सुकोमल अंगी, तन पर साड़ी सिर से नंगी। भावभंगिमा बिखरी-बिखरी, यौवन धन है, धन से तंगी।। उच्च माथ पर स्वेद बह रहा, मन में उपजे भेद कह... Hindi · कविता · गीतिका · हास्य 93 Share surenderpal vaidya 26 May 2024 · 1 min read बदलियां गीतिका ~~ सावनी ऋतु की बदलियां खूब छाती रातदिन। और कुदरत तृप्त होकर मुस्कुराती रातदिन। चांदनी है रात आकर्षण लिए सबके लिए। स्नेह की स्मृतियां हृदय में झिलमिलाती रातदिन। जिन्दगी... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · गीतिका छन्द 1 1 109 Share भरत कुमार सोलंकी 26 May 2024 · 2 min read दिनकर तुम शांत हो दिनकर तुम शांत हो आज तेरी बेशर्मी की हद हो गयी तपन की आंच भी सरहद हो गयी सुहाना समझते थे हम तुमे रावण बन मर्यादा तोडी मंद हो गयी... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 118 Share surenderpal vaidya 26 May 2024 · 1 min read रूप यौवन गीतिका ~~ रूप यौवन चार दिन का मत करो अभिमान। व्यर्थ ही करना नहीं हम को स्वयं गुणगान। फूल खिलता खूबसूरत खूब महके छोर। और करते हैं सभी सौंदर्य का... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · रूपमाला छंद 2 87 Share Seema Garg 26 May 2024 · 1 min read गीतिका छंद चित्राधारित -- गीतिका छंद गीत -- 2122--2122,--2122--212 शब्द ही शृंगार मेरा, ************************************* शीश पर सोहे मुकुट माँ, भाल पर बिंदिया सजी। कर सजाएं मातु वीणा, ताल सुर सरगम बजी।। श्वेत... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 98 Share surenderpal vaidya 26 May 2024 · 1 min read रूठ मत जाना गीतिका ~~ रूठ मत जाना बहुत है आपसे जब प्यार। स्नेह का अनुबंध हमको पूर्ण है स्वीकार। हर तरफ जब खूबसूरत खिल रहे हैं फूल। खूब महकी जा रही हैं... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · रूपमाला छंद 1 87 Share surenderpal vaidya 24 May 2024 · 1 min read हमारा मन गीतिका ~~ लगेगा किस तरह तुम बिन हमारा मन, नहीं कर पाएगा जग से किनारा मन। बताओ क्यों सहेगा जुल्म दुनिया के, कहीं तो पा सकेगा अब सहारा मन। खिजा... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सिंधु छंद 1 105 Share surenderpal vaidya 24 May 2024 · 1 min read आगे हमेशा बढ़ें हम गीतिका ~~ यहाँ बेवजह क्यों किसी से डरें हम। बिना खौफ आगे हमेशा बढ़ें हम। खिले फूल महके सुहानी फिजा है, चलो जिन्दगी से मुहब्बत करें हम। सुहानी डगर है... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · भुजंग प्रयात छंद 3 79 Share surenderpal vaidya 24 May 2024 · 1 min read सूरज को गीतिका ~~ सूरज को बाहों में भरने की चाहत। उन्मुक्त हृदय से नभ में उड़ने की चाहत। वक्त बहुत से पनप रही मेरे मन में, बादल को मुट्ठी में करने... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका 1 83 Share surenderpal vaidya 24 May 2024 · 1 min read कदम जब बढ़ रहे गीतिका ~~ जरा सा मुस्कुरा भी दो बहुत अब हो चुका रोना। कदम जब बढ़ रहे आगे निराशा को नहीं ढोना। निशा जब बीत जायेगी उगेगा सूर्य प्राची में। सभी... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · विधाता छंद 1 1 93 Share surenderpal vaidya 21 May 2024 · 1 min read नाटक नौटंकी गीतिका ~~ नाटक नौटंकी करते हैं, धन दौलत की चाह बहुत। औरों को बस स्वप्न दिखाते, है अपनी परवाह बहुत। राजनीति के आदर्शों की, नित्य गिरा देते गरिमा। कार्य अनैतिक... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · लावणी छंद 1 92 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read श्री राम वंदना वंदन श्री चरणों में प्रभु जी मेरा प्रणाम स्वीकार करों | रघुकुल नंदन , हे रघुनन्दन धनुष वाण ले आजाओं दंभ जागता मन , मेरे प्रभु जी मैं को हम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत · गीतिका · दोहा · वंदना 2 111 Share Akash Agam 19 May 2024 · 1 min read धवल घन ! धवल घन ! ले चल नभ के पार ऐसी प्यास जगा दे कर लूंँ हर पीड़ा स्वीकार ! सुंदर पनघट पर पनिहारिन प्यासी ही मर गई अभागिन और इसी जीने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 2 65 Share surenderpal vaidya 18 May 2024 · 1 min read दिखाने लगे गीतिका ~~ स्वप्न नेता नये अब दिखाने लगे। आज फिर वोटरों को लुभाने लगे। जेल में बंद थे लूट आरोप में। स्वच्छ खुद को बहुत अब बताने लगे। कह रहे... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 93 Share surenderpal vaidya 17 May 2024 · 1 min read अफसाना किसी का गीतिका ~~ हो गया है अब यहां पर कौन दीवाना किसी का खूब सबको भा रहा है आज अफसाना किसी का भावनाओं में न बहना व्यर्थ अब देखो यहां पर... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · माधव मालती छंद 95 Share surenderpal vaidya 17 May 2024 · 1 min read होना नहीं अधीर गीतिका ~~ धन दौलत का अभिमान लिए, होना नहीं अधीर है जिसका हृदय जितना बड़ा, उतना वही अमीर बहुत प्रयास किए लेकिन जब, मिले नहीं परिणाम नया अभी कुछ कर... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सरसी छंद 2 89 Share Akash Agam 16 May 2024 · 1 min read कुहुक कुहुक कुहुक कुहुक बोले बगिया में कोयलिया खनक खनक कॅंगना अंँगना में! विरहिन की गति कौन कहे कवि मीन सी तड़पति नीर नयन ले चीर हरन मन का छिन छिन हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · गीतिका 3 68 Share Previous Page 2 Next