Posts Tag: गीतिका 420 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डी. के. निवातिया 11 Aug 2022 · 1 min read राखी त्यौहार बंधन का - डी के निवातिया राखी त्यौहार बंधन का *** चन्दन का न वंदन का, राखी त्यौहार बंधन का ! बहना का, ना भाई का, ये त्यौहार सच्चाई का ! भई रोली का न मोली... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 334 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Dec 2021 · 1 min read गीतिका गीतिका- लाख कहें ये दुनिया वाले,किस्मत अपनी खोटी है। बात खुशी की श्रम करने से,मिल ही जाती रोटी है।। उसके प्रति भी जिम्मेदारी ,हमें निभानी है पूरी, बहन हमारी भले... Hindi · गीतिका 1 239 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read गीतिका जीवन में हर रंग चाहिए। जीने का भी ढंग चाहिए।।1 तंग भले कपड़े हों लेकिन, नहीं नजरिया तंग चाहिए।।2 निर्मलता हो जिसकी खूबी, उर में ऐसी गंग चाहिए।।3 भोले बचपन... Hindi · गीतिका 282 Share लक्ष्मी सिंह 24 Nov 2019 · 1 min read बजरंग बली तिलका छंद विधान-दो सगण सूत्र पर आधारित। ★★★★★ बजरंग बली। दर आज चली। जयकार भली । रिपु तोड़ नली । हृद राम-सिया। गुणगान किया। प्रभु नाम लिया सब काम किया।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · तिलका छंद · भजन · वंदना 289 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Feb 2019 · 1 min read गीतिका जिनमें धैर्य पराक्रम है वे,लोग शिखर चढ़ते हैं। आपाधापी करने वाले ,बस नीचे गिरते हैं।।1 मातृभूमि की रक्षा के हित ,जो कुर्बानी देते, उन वीरों की गौरव गाथा,लोग यहाँ पढ़ते... Hindi · गीतिका 245 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2023 · 1 min read खूब उड़ रही तितलियां ** गीतिका ** ~~ खूब उड़ रही तितलियां, हवा बह रही मंद। और इकट्ठा कर रही, फूलों से मकरंद। फूलों पर मंडरा रहे, देखो भँवरे खूब। और उठाते जा रहे,... Hindi · कविता · गीतिका · दोहा गीतिका 355 Share The_dk_poetry 2 Jul 2022 · 1 min read लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो पीले में तुम मीठा आम लगती हो लड़की तुम खास दिखती हो दिल के मेरे बेहद पास रहती हो आँखे हैं चितचोरनी-सी चलती हो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 3 236 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 3 Jun 2023 · 1 min read * रेल हादसा * डॉ अरुण कुमार शास्त्री * रेल हादसा * किसी को ले गई , किसी को छू कर निकली । ये मौत भी अजीब शे है बड़ी वे वफ़ा निकली ।... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 442 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read गीतिका जीवन में हर रंग चाहिए। जीने का भी ढंग चाहिए।।1 तंग भले कपड़े हों लेकिन, नहीं नजरिया तंग चाहिए।।2 निर्मलता हो जिसकी खूबी, उर में ऐसी गंग चाहिए।।3 भोले बचपन... Hindi · गीतिका 259 Share Godambari Negi Pundir 16 Jun 2022 · 1 min read 'कवि कुछ ऐसा गीत लिख दो' हो प्रसन्न मन वदन काया, गीत कवि लिख दीजिए। सुप्त तन दुखित जन सभी को, चेतना वर दीजिए। देश भक्ति से हृदय पूरित, भ्रमित मन को ज्ञान दो। हों न... Hindi · गीतिका 1 533 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2017 · 1 min read गीतिका मिला जब साथ प्रियतम का सँवरना आ गया हमको। कली से फूल बन करके महकना आ गया हमको।।1।। उदधि जग में चली लेकर बिना पतवार के नौका, लगी ठोकर जमाने... Hindi · गीतिका 250 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2020 · 1 min read कभी चाहो मुझे भी तुम विधाता छंद 1222 1222 1222 1222 कभी चाहो मुझे भी तुम, कभी मेरे लिए सोचो । हमारा दिल बड़ा नाजुक ,इसे ऐसे नहीं नोचो। बिखर कर टूट जाती हूँ, सँभल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · प्रेम · विधाता छंद 4 4 232 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 25 Aug 2022 · 2 min read * जातक या संसार मा * डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * जातक या संसार मा * यदि शान्ति सुख चाहो तो मन को विस्थापित करो तँन काया इन्द्रिय... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 265 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 May 2018 · 1 min read गीतिका आधार छंद- हरिगीतिका मापनी- 2212, 2212, 2212, 2212 समांत- आर, पदांत- कर सकता नहीं जो भाव भाषा शब्द पर अधिकार कर सकता नहीं। वह लेखनी को सोच से हथियार कर... Hindi · गीतिका 242 Share मोहन 15 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा है नमन तुमको की तुम हो देश का सम्मान मेरे है नमन तुमको की तुमसे देश का अभिमान मेरे 1. तुम तो रंगो से भरे हो तुम तो धर्मों से... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 2 227 Share लक्ष्मी सिंह 26 Jan 2021 · 1 min read मोबाइल वीर छंद मोबाइल विज्ञानिक का है,कितना अद्भुत आविष्कार । जादूगर का ऐसा जादू,फँसा विश्व होकर लाचार। मोबाइल तो इस दुनिया का, है सबसे मायावी यंत्र। यूँ माया का जाल बिछाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · मोबाइल · वीर छंद 1 234 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 29 Apr 2023 · 1 min read बदतमीज डरता नही दुखता नही निरनकुश हो गया है इंसान इस जगत का इंसानी चोले में शैतान हो गया है हवस हुई है हावी संस्कार खो गया है लज्जा को लाज... Hindi · कविता · गीतिका 288 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2019 · 1 min read गीतिका व्यक्त करें आभार,ज़िंदगी में। मिले जीत या हार,ज़िंदगी में।।1 थोड़ी रखना लाज,ज़माने से, जब हों आँखें चार,जिंदगी में।।2 करो कमाई खूब,बनाना मत, रिश्तों को व्यापार,ज़िंदगी में।।3 ऊँच नीच को भूल,साथ... Hindi · गीतिका 208 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jun 2018 · 1 min read गीतिका आधार छंद- सिंधु समांत - अर , पदांत- नहीं है मापनी- 1222, 1222, 122 किसी का देश ये अनुचर नहीं है। यही है बात हमको डर नहीं है।।1 करेंगे काम... Hindi · गीतिका 225 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Dec 2018 · 1 min read गीतिका ढोंग कपट को पूज्य बनाते ,मैंने अनुचर देखे हैं। बिना किए विषपान बने जो, ऐसे शंकर देखे हैं।।1 निद्रा से साधन का नाता,जो कहता वह झूठा है, सलवट वाले रंग-... Hindi · गीतिका 226 Share नन्दलाल सुथार "राही" 15 May 2023 · 1 min read धूल है अंधेरा हर राह पर फूलों में भी शूल है, हो गया है आज भारत जैसे बिखरी धूल है। भुखमरी और है लाचारी बहनों पे है विपदा भारी नेता जिसको... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 284 Share मोहन 20 Aug 2022 · 1 min read मोहन 1. तुम्हारे ख्यालों में, रहता हूं मैं अब। न कहता था कुछ, ना ही कहता हूं मैं अब।। 2. हां बदला नहीं हूं, बहुत मैं अभी पर। जो सहना नहीं,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 2 229 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 1 Jun 2023 · 1 min read प्रमेय डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * प्रमेय * गर खिलो तो सूरज मुखी से खिलो प्रतिभा अपनी को चहुँमुखी विकसित करो । गर खिलो... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 301 Share लक्ष्मी सिंह 31 Aug 2019 · 1 min read बजरंग बाला मनमनोरम छंद मापनी-2122 2122 आ गये बजरंग बाला। फेरते जो राम माला। अंजनी का लाल प्यारा। राम का सबसे दुलारा। लाल वो लंगोट वाला। दीन के साथी दयाला। है गले... Hindi · गीतिका · भजन · मनमनोरम छंद · वंदना · स्तुति 276 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jan 2019 · 1 min read गीतिका समरांगन सा है यह जीवन ,करो इसे स्वीकार। कभी विजय का वरण यहाँ है,और कभी है हार।।1 माता-पिता सोचते बैठे,हुए आज कंगाल, बँटवारे में खड़ी हुई जब,आँगन में दीवार।।2 सदाचार... Hindi · गीतिका 195 Share नन्दलाल सुथार "राही" 14 May 2023 · 1 min read इक दिन तो जाना है जन्म जो लिया तुम्हें इक दिन तो जाना है कोई ना तेरा नहीं कोई ठिकाना है इस जगत की रोशनी में, तू क्यों खोया रहता है बहती है गंगा, तुम्हें... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · मुक्तक 1 293 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 24 May 2023 · 1 min read abhinandan एक अबोध बालक #justareminderekabodhbalak #drarunkumarshastriblogger कला है ये भी जो एक साहित्य के नाम से विख्यात है // कल्पना की तूलिका से भावों का सृजन जन्मजात है // दृढ़ विवेक... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 303 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 May 2023 · 1 min read आदमी चिकना घड़ा है... आदमी चिकना घड़ा है.... वक्त ये कितना कड़ा है। किस कदर तनकर खड़ा है। कौन किससे क्या कहे अब, बंद मुँह ताला जड़ा है। सत्य लुंठित सकपकाया, एक कोने में... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 2 289 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 30 May 2023 · 1 min read मैं राम का दीवाना मैं राम का दीवाना राम राम जपता हूंँ अपने हृदय में छवि श्रीराम की रखता हूँ। तुम हो मेरे आराध्य मेरे रामजी हो तुम हो दिनों के नाथ दीनानाथ जी... Poetry Writing Challenge · गीत · गीतिका 1 393 Share लक्ष्मी सिंह 4 Sep 2019 · 1 min read गणेश वंदना _आनंद_वर्धक_छंंद_ मापनी_2122_2122_212 बाल गणपति! भाल पर चंदा सजे। शोकहारी! जग तुम्हेँ ज्यादा भजे।। हो सदाशुभ लाभ के दाता तुम्हीं। कामगति! ब्रह्मांड के ज्ञाता तुम्हीं। थाल में मोदक लगाया भोग है।... Hindi · आनंद वर्धक छंद · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · भजन 2 1 203 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 1 min read गीतिका चाटुकारिता का गुण नर में,जब तक कड़ा नहीं होता। तब तक पद-सत्ता के पग में,कोई पड़ा नहीं होता।। दिल से कही बात जो जाती,दिल तक सदा पहुँचती है, हर मानव... Hindi · गीतिका 2 2 272 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 28 Jan 2023 · 1 min read 💐रे मनुष्य💐 डॉ अरुण कुमार शास्त्री 👌एक अबोध बालक 👌अरुण अतृप्त 👍 रे मनुष्य 💐 चंचलता मन की कब साधोगे रे मनुष्य धीरज रख कर घर बाहर कब बांधोगे रे मनुष्य जीवन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 221 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read प्राणदायी श्वास हो तुम। आधार छंद- "माधवमालती" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगागा (28 मात्रा) समान्त- "आस", पदान्त- "हो तुम" । 2122 2122 2122 2122 प्रेम की संजीवनी हो प्राणदायी श्वास हो तुम।... Hindi · गीतिका 2 247 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Oct 2022 · 1 min read गज़ल सुलेमानी डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * गज़ल सुलेमानी * हमारी याद आये तो कभी मिलना अकेले में अन्धेरे तुम को अगर डराएँ कभी... Hindi · Poem · कविता · ग़ज़ल · गीतिका 1 1 229 Share surenderpal vaidya 14 Mar 2023 · 1 min read पास आएगा कभी ** गीतिका ** ~~ आस है वो मुस्कुराता पास आएगा कभी। याद बीते वक्त की ताज़ा कराएगा कभी। भूलकर नादानियां सारी पुरानी एक दिन। स्नेह से आवाज देकर फिर बुलाएगा... Hindi · कविता · गीतिका 1 249 Share surenderpal vaidya 22 Apr 2023 · 1 min read इस धरती पर ** गीतिका ** ~~ सोच समझकर इस धरती पर, कदम बढ़ाने हैं हमको। अब तक बहुत दिए हमने सब, घाव मिटाने हैं हमको। औचित्य समझना है सबको, पृथ्वी दिवस मनाने... Hindi · कविता · गीतिका · विश्व पृथ्वी दिवस 294 Share rkchaudhary2012 11 Aug 2022 · 1 min read चलो प्रेम का दिया जलायें नफरत का अंधियार मिटायें। चलो प्रेम का दिया जलायें। आग स्वार्थ की लगी हुई है। संवेदना मरी हुई है। कोई किसी का हाल न पूछे, बेगैरत की हवा चली है।... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 3 1 200 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jul 2022 · 1 min read पद्धरि छंद छन्द *पद्धरि* पर आधारित मात्रा 16 प्रारम्भ गुरु से अन्त -भान(121) हे कमल नयन सुन ले पुकार । मैं विनती करता बार -बार। १। है झूठ फला जग में अपार।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 191 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Mar 2023 · 1 min read सामन्जस्य डा. अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * सामन्जस्य * शब्दों की कोई जात नहीं कोई पात नहीं कोई औकात नहीं फिर भी इन शब्दों के... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 1 230 Share surenderpal vaidya 27 May 2023 · 1 min read पुस्तकों से प्यार ** गीतिका ** ~~ कर रही लंबे समय से जो दिलों पर राज। पुस्तकों से प्यार करना है जरूरी आज। क्यों भला इनके पठन पर लग रहा विराम। क्यों समय... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · पुस्तकें 1 208 Share लक्ष्मी सिंह 7 Sep 2019 · 1 min read रोटी रूप माला छंद मापनी-21222122. 212221 एक रोटी फूल-सी, फूली हुई जो आग। आग में जिसको पकाने, से लगे कुछ दाग। एक रोटी गोल, थाली से रही है झाँक। चाँद-सी सूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · रूपमाला छंद 3 3 209 Share लक्ष्मी सिंह 21 Mar 2020 · 1 min read कोरोना विधा कुण्डलिनी छंद कोरोना का वायरस,हुआ मनुज लाचार| अपने आयुर्वेद में, है इसका उपचार| है इसका उपचार, कभी धीरज मत खोना|| भागेगा यह रोग, नहीं होगा कोरोना| कोरोना का वायरस,फैल... Hindi · कुण्डलिनी छंद · गीतिका 181 Share लक्ष्मी सिंह 10 Jan 2021 · 1 min read ओ! प्राण प्यारे विधान - 30 मात्रा = 16,14 पर यति, अंत में गुरु वाचिक अनिवार्य आधार छंद - लावणी /ताटंक ओ! प्राण प्यारे आज सारे, पीड़ा हृदय की बोल दो। अश्रु से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · लावणी /ताटंक छंद 1 1 210 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 23 Nov 2022 · 1 min read * तिस लाग री * डा. अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त आजा आजा रे कन्हाई तन्ने देरी कुयूं लगाई दस बाज गे तिस ते मेरी जाँ पे बन आई तेरे... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 211 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 May 2023 · 2 min read हृद्-कामना.... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 245 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी सुधियों संग बुढ़ापा काटें, तन्हाई में बाबू जी। दुखी हो गए भित्ति उठी जब,अँगनाई में बाबू जी।।1 दुबक गए हैं घर के अंदर,साथ नहीं देती काया, पाए जाते थे जो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीतिका 5 6 178 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 23 Mar 2023 · 1 min read तंज़ीम डॉ अरुण कुमार शास्त्री -एक अबोध बालक- अरुण अतृप्त । " तंज़ीम " प्रथा से ही प्रगति की दीवार लाँघ कर प्रशस्ति के नए नए आयाम सर किये जायेंगे ।... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 221 Share लक्ष्मी सिंह 6 Mar 2023 · 1 min read हम बच्चों की आई होली मीठी मीठी गुझियावाली,हम बच्चों की आई होली। मस्ती के बारात सजाए,संग लिए खुशियों की डोली। जल्दी उठकर सुबह सवेरे, गली मुहल्ला करते फेरे, खटकाते सबके दरवाजे़,आओ चंपा आओ मोली। पानी... Hindi · गीतिका · चौपाई · बाल कविता · होली 200 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Apr 2023 · 1 min read कौन सोचता बोलो तुम ही... कौन सोचता बोलो तुम ही, दुखिया की लाचारी पर ? पढ़ो पोथियाँ भरी पड़ी हैं, भारत की सन्नारी पर। देश हुआ आजाद मगर क्या, खुशहाली सब तक आयी ? मिल... Hindi · गीतिका 2 213 Share surenderpal vaidya 22 May 2023 · 1 min read धन्य सूर्य मेवाड़ भूमि के ** गीतिका ** ~~ कुम्भलगढ़ का दुर्ग धन्य है, धन्य धन्य है राजस्थान। धन्य सूर्य मेवाड़ भूमि के, महाराणा प्रताप महान। शौर्य पराक्रम और त्याग का, जिसने रच डाला इतिहास।... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · महाराणा प्रताप 1 274 Share Previous Page 2 Next