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Tag: कोटेशन
1k posts
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देश भक्ति का ढोंग
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
हूं तो इंसान लेकिन बड़ा वे हया
हूं तो इंसान लेकिन बड़ा वे हया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कर्म पथ की राह पर
कर्म पथ की राह पर
Dr. Man Mohan Krishna
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
लक्ष्मी सिंह
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
लक्ष्मी सिंह
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
जीवन में कोई भी फैसला लें
जीवन में कोई भी फैसला लें
Dr fauzia Naseem shad
वृक्ष धरा की धरोहर है
वृक्ष धरा की धरोहर है
Neeraj Agarwal
तेरे संग मैंने
तेरे संग मैंने
लक्ष्मी सिंह
सबके सामने रहती है,
सबके सामने रहती है,
लक्ष्मी सिंह
ना नींद है,ना चैन है,
ना नींद है,ना चैन है,
लक्ष्मी सिंह
तुम हो तो मैं हूँ,
तुम हो तो मैं हूँ,
लक्ष्मी सिंह
जिन्दगी में
जिन्दगी में
लक्ष्मी सिंह
प्रेम निभाना
प्रेम निभाना
लक्ष्मी सिंह
इश्क़
इश्क़
लक्ष्मी सिंह
हम जितने ही सहज होगें,
हम जितने ही सहज होगें,
लक्ष्मी सिंह
बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो,
बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो,
लक्ष्मी सिंह
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
लक्ष्मी सिंह
रिश्ता ऐसा हो,
रिश्ता ऐसा हो,
लक्ष्मी सिंह
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
Karishma Shah
ख्वाब नाज़ुक हैं
ख्वाब नाज़ुक हैं
rkchaudhary2012
एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था ,
एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था ,
लक्ष्मी सिंह
ख्वाब आँखों में सजा कर,
ख्वाब आँखों में सजा कर,
लक्ष्मी सिंह
मैं अपना सबकुछ खोकर,
मैं अपना सबकुछ खोकर,
लक्ष्मी सिंह
मैं जी रहीं हूँ, क्योंकि अभी चंद साँसे शेष है।
मैं जी रहीं हूँ, क्योंकि अभी चंद साँसे शेष है।
लक्ष्मी सिंह
इतने सालों बाद भी हम तुम्हें भूला न सके।
इतने सालों बाद भी हम तुम्हें भूला न सके।
लक्ष्मी सिंह
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कुण्डलिया छंद | आचरण
कुण्डलिया छंद | आचरण
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
चेहरा
चेहरा
नन्दलाल सुथार "राही"
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
लक्ष्मी सिंह
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
लक्ष्मी सिंह
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
लक्ष्मी सिंह
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
लक्ष्मी सिंह
मौन में भी शोर है।
मौन में भी शोर है।
लक्ष्मी सिंह
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
लक्ष्मी सिंह
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
Mujhko chhod doge kya...
Mujhko chhod doge kya...
मोहन
अच्छा अख़लाक़
अच्छा अख़लाक़
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी में बेहतर
ज़िंदगी में बेहतर
Dr fauzia Naseem shad
"आशावाद"
Dr. Kishan tandon kranti
नींद
नींद
Diwakar Mahto
उदास नहीं हूं
उदास नहीं हूं
shabina. Naaz
Mann
Mann
मोहन
सुकून
सुकून
Dr.sima
इंसान में नैतिकता
इंसान में नैतिकता
Dr fauzia Naseem shad
यादें
यादें
Dr fauzia Naseem shad
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
Buddha Prakash
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