Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता

सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
चल पड़े है कदम जहां ले चले रस्ता
टिकट कटा कर बैठ गये है अब तो हम गाड़ी में
देखा जाएगा भाई जो भी होगा अब रजधानी में
दो जोडी कपड़े है और रखी है कुछ पुस्तक
आंखों में कुछ सपने लेकर आ गये हम देने दस्तक
कठिनाई जो भी होगी हम उससे लड़ जाएंगे
कदम नहीं कभी हमारे लड़खड़ाएंगे
कहने दो जो कहते हैं तुम से ना हो पाएगा
मन के भीतर तो सच ये तुम से ही हो पाएगा
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
चल पड़े है कदम जहां ले चले रस्ता
टिकट कटा कर बैठ गये है अब तो हम गाड़ी में
देखा जाएगा भाई जो भी होगा अब रजधानी में
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)

1 Like · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
View all
You may also like:
You know ,
You know ,
Sakshi Tripathi
*
*"गंगा"*
Shashi kala vyas
■ भाषा संस्कारों का दर्पण भी होती है श्रीमान!!
■ भाषा संस्कारों का दर्पण भी होती है श्रीमान!!
*Author प्रणय प्रभात*
माना मन डरपोक है,
माना मन डरपोक है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"जीवन का सफर"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👸👰🙋
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👸👰🙋
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम
प्रेम
पंकज कुमार कर्ण
प्यारी ननद - कहानी
प्यारी ननद - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3200.*पूर्णिका*
3200.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कोसी नदी के तट पर गंगा स्नान मेला 8 नवंबर 2022*
*कोसी नदी के तट पर गंगा स्नान मेला 8 नवंबर 2022*
Ravi Prakash
विचार और भाव-1
विचार और भाव-1
कवि रमेशराज
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
Sanjay ' शून्य'
"ये दृश्य बदल जाएगा.."
MSW Sunil SainiCENA
नया  साल  नई  उमंग
नया साल नई उमंग
राजेंद्र तिवारी
पिता
पिता
sushil sarna
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU
फेसबुक ग्रूपों से कुछ मन उचट गया है परिमल
फेसबुक ग्रूपों से कुछ मन उचट गया है परिमल
DrLakshman Jha Parimal
मिर्जा पंडित
मिर्जा पंडित
Harish Chandra Pande
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
।। रावण दहन ।।
।। रावण दहन ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कई बात अभी बाकी है
कई बात अभी बाकी है
Aman Sinha
कोई मरहम
कोई मरहम
Dr fauzia Naseem shad
जीवन में मोह माया का अपना रंग है।
जीवन में मोह माया का अपना रंग है।
Neeraj Agarwal
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
💐प्रेम कौतुक-177💐
💐प्रेम कौतुक-177💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
Vinit kumar
नीलेश
नीलेश
Dhriti Mishra
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...