Posts Tag: कविता 56k posts List Grid Previous Page 2 Next Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र आख़िरी सफ़र तक साथ साथ चलना, साथ ही मेरे रहना प्यार और विश्वास की डोर को मजबूती और विश्वास से थामें रखना भूल हो जाए तुमसे या मुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मेरे हमसफ़र 15 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमने उसकी पूजा की है कण कण में भगवान को ढूंढा है हर कण को हमने पूजा है तिनके तिनके पत्तों से लेकर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकृति से हमें जो भी मिला है 9 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read कलियुग की सीता कलियुग में सीता बनोगी, रावण उठा ले जायेगा दुर्गा बनो तुम कलियुग में, महिषासुर भी भय खायेगा सीता बनो अपने राम के लिए, कालिका बनो समाज के लिए रावण निकट... Poetry Writing Challenge-3 · कलियुग की सीता · कविता 8 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए जीवन में एक दोस्त होना चाहिए लड़का हो या लड़की, हर सुख दुःख में साथ होना चाहिए अपनें दूर खड़े हों, मुश्किलों से मुश्किलों... Poetry Writing Challenge-3 · उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए · कविता 9 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – निर्णय भीड़ में खड़े होकर देखना कभी ख़ुद को आईना देखने की ज़रूरत फिर नहीं होगी तुम अकेले में कोई भी हों राजा या रंक हों गरीब या अमीर हों छोटे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · निर्णय 8 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read चलो हम सब मतदान करें चलो हम सब मतदान करें अपनी सरकार चुनें देश का मान बढ़ाएं अपनी शान बढ़ाएं चलो निकलो घर से हो कोई भी जाति या धरम से मिलकर एक पंक्ति में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चलो हम सब मतदान करें · मतदान महादान · वोट करो 9 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है हां मैंने जाना है ख़ुद को ख़ुद से बेहतर जब भी आंसुओं ने मेरे चेहरे पर निशान किए हैं तब मैंने अपनें हाथों उन निशानों को प्रेम से मिटाया है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · दोस्ती ख़ुद से · हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है 9 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों सा महकना फूलों सा महकना, सूरज जैसा जलना तारे बन आकाश में, टिमटिमाते रहना चंद्रमा बन, चांदनी बिखेरते रहना पक्षी बन गगन छूना, छू लेना आसमान मौन होकर ऋषियों जैसा समझ लेना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों सा महकना 10 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – ऐ बहती हवाएं ऐ बहती हवाएं ज़रा मंजिल का पता देती जाएं यूं कठोर होकर बहने वाली हवाएं जरा उसके चेहरे पर गौर तो करतीं काश! तुम्हें मालूम होता, दर्द उसके चेहरे से... Poetry Writing Challenge-3 · ए बहती हवाएं · कविता 7 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले, इन फूलों के मलमल आंचल से लिपट जाऊं मैं..... इन फूलों की खुशबू में बिखर जाऊं मैं.... इन फूलों की सुंदरता में कहीं खो जाऊं मैं... इन फूलों की ,सतरंगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों के सतरंगी आंचल तले 6 Share Dr.Priya Soni Khare 6 May 2024 · 1 min read वो मेरी कविता वो मेरी कविता झुलस गई तपती दुपहरी में एक तो अभी भी ठिठुर रही है पेड़ के पीछे दिया था मैंने छाता मत भीग पगली कोई नही आने वाला तुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 27 Share bharat gehlot 6 May 2024 · 1 min read - बाप और बेटी का रिश्ता फूल और माली सा है - - बाप और बेटी का रिश्ता फूल ओर माली सा है - पढ़ लिखकर मेरी लाडली बिटिया, बन जाए एक दिन आत्म निर्भर, न हो उसे कोई बात की चिंता,... Hindi · कविता 7 Share Ghanshyam Poddar 6 May 2024 · 1 min read संविधान बचाना है हम स्वाधीन हुए, हमारा नया संविधान बना भारत देश हमारा सदियों बाद स्वतंत्र बना हम संप्रभु हुए, जन जन का लोकतंत्र बना आत्मर्पित -अंगीकार कर, सम्मान करते हैं। हमारा संविधान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share Dr fauzia Naseem shad 6 May 2024 · 1 min read समय भी दो थोड़ा जीवन को जीवन सा व्यतीत करो थोड़ा सुख के साथ दुःख को स्वीकार करो थोड़ा अपने इच्छित कार्यो को समय भी दो थोड़ा अपने मन की इच्छाओं को संतुष्ट करो... Hindi · कविता 1 10 Share Paras Nath Jha 6 May 2024 · 1 min read . काला काला बादल जब कभी भी वो काला काला बादल नीले नीले से सुन्दर आकाश में मंडराता है सूरज चाॅंद और तारों की चमक को भी क्षण भर में ही वो अपना ग्रास... Hindi · कविता 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी, मीठा नही संसार है, तीखे बोल जो कोई बोले, पा ना सके वह प्यार है। प्यार नहीं जो जग मे करता, कैसे पाये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read हम भी है परमेश्वर के संतान । हे पिता परम परमेश्वर, तू ही ईश्वर एक है, ईशा मसीह एक पुत्र है उनके, नाम से जिनके प्रेम है। प्रेम करना जिसने सिखाया, उससे ही जुड़ना सबको बताया, परम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 6 Share Mahima shukla 6 May 2024 · 1 min read 9--🌸छोड़ आये वे गलियां 🌸 कविता -9--छोड़ आये वो गलियां".. ----------=====--------- 🔸यादों का एक पिटारा है. गहरे दबा मन के भीतर कहो तो इसे खोलूं - देखूँ या फिर आगे बढ़ जाऊँ? कुछ यादें हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Mahima shukla 6 May 2024 · 1 min read 8--🌸और फिर 🌸 कविता -8-----== 🌸----और फिर ---🌸 ============= शाम की खामोशी ले ये रात आ रही है। नीँदों की आस में ये शम्मा बुझ रही है-- जलती शमा पर जैसे परवाने मंडरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे *दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे* क्यूँ करता अभिमान रे बन्दे महल अटारी सब छूटेंगे खाली हाथ है , जाना रे बन्दे क्यूँ करता अभिमान रे बन्दे क्या लाया था... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read बहके जो कोई तो संभाल लेना *बहके जो कोई तो संभाल लेना* फिर चाहे अपना हो या हो पराया चंद मुस्कान रोशन कर देना फिर चाहे अपना हो या पराया सिसकने नहीं देना किसी को भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share Mahima shukla 6 May 2024 · 1 min read 🌸प्रकृति 🌸 कविता --7-🌸-प्रकृति 🌸 - ------------------ महकी -महकी हवा है फैली कली कली है खिली-- खिली फूलों ने जो मुखड़ा खोला है रगीं - सुन्दर समां बनाया है तितली उड़तीं फर-... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read बस इतनी सी अभिलाषा मेरी *चाँद बनकर मुस्कराऊँ* सूर्य सा मैं ओज पाऊं पुष्प बन खुशबू बिखेरूं सालिला का कल – कल संगीत हो जाऊं बस इतनी सी अभिलाषा मेरी ………………. पक्षियों का कलरव हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read दीपों की माला *दीपों की माला में , जीवन पिरो लो* खुशियों से खुद को, सराबोर कर लो बिखेर दो रोशनी , आँगन मे सभी के रंगोली के रंग , जीवन में भर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य *जी करता है बाबा बन जाऊं* बाबा बनके प्रॉपर्टी बनाऊं अपना खुद का बिज़नेस चलाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं धर्म... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · हास्य-व्यंग्य 5 Share Mahima shukla 6 May 2024 · 1 min read 🌸अनसुनी 🌸 कविता 🌸अनसुनी 🌸 ======== " कोई जिस्म बिकता नहीं कभी. बिकती है लाचारी कभी बिक जाती है म1!।ज़बूरी कभी बिकती है मजबूरीaa2aa2wa0 भूख का सौदा होता है कभी. कभी धोखों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है *फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है* भाई अपने भाई से, जुदा हो गया है | रिश्तों की मर्यादा ने , सीमाएं लांघ दी हैं इंसानियत का जज़्बा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी *मुझको अपनी शरण में ले लो ,हे मनमोहन हे गिरधारी* चरण कमल तेरे बलि – बाले जाऊं ,हे मनमोहन हे गिरधारी मिथ्या अभिमान से दूर रखो तुम, हे मनमोहन हे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · भजन 6 Share VINOD CHAUHAN 6 May 2024 · 1 min read कांटों से तकरार ना करना अन्जाने में कोई गुनाह हो जाए तो इन्कार ना करना फूलों की चाहत में लूटे हो काटों से तकरार ना करना रिमझिम रिमझिम बरसे बादल जब सावन का मौजम आए... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · कविता 1 7 Share Nitesh Shah 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक प्रेम रंग से भरी , सर ज़मी चाहिए दर्द को बाँट ले , आदमी चाहिए स्वार्थ की आग में, ये चमन जल रहा आदमी सा कोई , आदमी चाहिए ।। Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 7 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बेदर्दी मौसम🙏 बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 मौसम है अनजान रास्ता है सुनसान बर्फीली बयार बह रही संय संय नाद हो रही घन घन-घना अम्बर से गद गद पानी बरस रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share डॉ. एकान्त नेगी 6 May 2024 · 1 min read गांव का बचपन क्या मजबूरी थी जो साथ तूने मेरा छोड़ा ये सूना-सूना सावन तुझ बिन भाता नहीं नाराज क्यों हैं बादल जाकर पूछना कभी झूमता हुआ सावन अब क्यों आता नहीं टिप-टिप... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बचपन मिलता दुबारा🙏 बचपन आता दुबारा ************** बीते बचपन के वो दिन स्मृतियों से भरा पिटारा मस्ती भरा अल्लड़ का नदिन खेल कूद हुल्लड़ में बीतना खाना पीना गाना घूमना बेताज वादशाह बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share Bodhisatva kastooriya 6 May 2024 · 1 min read सबका साथ गली गली में चर्चा है इस बात की! दो शहजादे मिल बैठे किस बात पर? इक कहता आओ साईकिल पर बैठो, दूजा कहता है मुहर लगेगी हाथ पर !! मतदाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, बेबसी झलक रही थी किसी की मुस्कान में! ये अमीर-सेठ तो कमबख़्त कारोबारी ठहरे, थोड़ी हँसी बिक रही थी गरीब की... Hindi · कविता · बाल कविता 8 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आकांक्षा की पतंग आकांक्षा की पतंग हो, वास्तविकता की डोर हो!! यूं अपनों का प्यार हो, खुशियों का शोर हो!! सपनों का आकाश हो, समरसता के तिल हो!! आत्मीयता का गुड़ हो, राष्ट्र... Hindi · कविता 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आरक्षण: एक समीक्षात्मक लेख मैं सोच रहा एक लेख लिखूं, मैं भी लेखक बन जाऊं क्या, आरक्षण की लौ पर जलते, चिताओं की गाथा गाउं क्या!! जब था आरक्षण दिया गया, तब की स्थिति... Hindi · कविता · लेख 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read 🌳पृथ्वी का चंवर🌳 सत्य है! वृक्ष तू धरा का नव श्रृंगार है, हे पृथ्वी का चंवर, तेरी महिमा अपरंपार है!! मनस्वी तपस्वी सा, शीर्षासन किए खड़ा है, तेरी कृपा दृष्टि से ही, जलदों... Hindi · कविता 5 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read पिता एक उम्मीद है, एक आस है पिता एक उम्मीद है, एक आस है, परिवार की हिम्मत और विश्वास है!! बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उसके दिल में दफन कई मर्म हैं!! पिता ज़मीर है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 5 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read सावन का मेला आया सावन का मेला है, त्यौहार बड़ा अलबेला है हर हर बम बम गूंज रहा, जन- दर्शन को उमड़ रहा बादल अभिषेक को आए हैं, घनघोर घटाएं लाए हैं सावन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 7 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read मौत मंजिल है और जिंदगी है सफर मौत मंजिल है और जिंदगी है सफर में मौत मंजिल है, और जिंदगी है सफर इस सफर का, जहां में मजा लीजिए कब आएगी मंजिल, किसको पता लुफ्त हर घड़ी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read मिट्टी का एक घर मिट्टी का एक घर है मेरा, बरसात की चाहत रखता हूं!! कलेजा देख तो मेरा, मैं इसी तरह हर रोज़, मुसीबतों का सामना करता हूं!! आंखें ज़रूर नम हो जाती... Hindi · कविता · ग़ज़ल 5 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read भगवान शिव शंभू की स्तुति 🌺हर हर महादेव🔱🌺 शिव अमृत की पावन धारा, धो देती है हर कष्ट हमारा!! शिव का पाठ सदा सुखदाई, शिव के बिना है कौन सहाई!! शिव की निशदिन कीजो भक्ति,... Hindi · कविता 5 Share ललकार भारद्वाज 6 May 2024 · 1 min read मनु और मोदी एक मनु और एक हैं मोदी, दोनो ने निष्पक्ष ही होके। संपूर्ण धर्म को एक किया, फिर भी अपनो ने बदनाम किया।। एक ने जीवन को दी थी ज्योति, एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 5 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read चार कंधों पर जब, वे जान जा रहा था चार कंधों पर जब, वे जान जा रहा था मन ही मन में अपने, पश्चाताप आ रहा था राम नाम सत्य है संवेद स्वर आ रहा था सत्य बोलो गत्य... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी चलती है ज़िंदगी चलती है, एक धड़कन के वास्ते!! घड़ियां चल रही है, अपने समय के रास्ते!! मुद्दतों बाद एक मुस्कान, वो भी लाख शर्तों के साथ!! ये प्यार ना होगा कम,... Hindi · Quote Writer · कविता 10 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read नर्म वही जाड़े की धूप सूरज कुछ शर्माता, थोड़ा सा सकुचाता, धरती पर देरी से आता, बाहें अधखुली सी खोल कर मुस्काता!! धरती की बैचेनी पर घबराता, बिखरा कर कुछ किरणें अपनी, स्वप्न मृदुल कर... Hindi · कविता 1 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read गाती मीरा भक्ति भजन है गाती मीरा भक्ति भजन है, कृष्ण हृदय में उसके रमन है, सादा जीवन उसने बिताया, मोह उसने कान्हा से लगाया। नैनो मे उसने गोपाल समाया, बावली हुयी मीरा ऐसा बताया,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 2 6 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read हे ! निराकार रूप के देवता तुझमें है बसता, मुझमें है बसता, करू मै उसको प्रणाम हे ! हे! निराकार रूप के देवता, आदि अंत है तुझसे जुड़ा, जीवन ये मेरा तूने दिया है, तुम ही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 6 Share VINOD CHAUHAN 6 May 2024 · 1 min read कोई जिंदगी में यूँ ही आता नहीं कोई जिन्दगी में यूँ ही आता नहीं आ जाए तो फिर निभाता नहीं दो दिन की बस होती है ये दोस्ती कोई उम्र भर ये निभाता नहीं खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · कविता 8 Share Previous Page 2 Next