Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

आकांक्षा की पतंग

आकांक्षा की पतंग हो,
वास्तविकता की डोर हो!!
यूं अपनों का प्यार हो,
खुशियों का शोर हो!!

सपनों का आकाश हो,
समरसता के तिल हो!!
आत्मीयता का गुड़ हो,
राष्ट्र सारा तिलगुड़ हो!!

लोहड़ी की उस आग में,
बस भ्रष्टाचार खाक हो!!
कुशासन-रात छोटी होगी,
व्यवस्था का दिन लम्बा होगा!!

अन्धेरे से उजाले की ओर,
हमारा मार्गक्रमण होगा!!
हम सब ठानें तो निश्चित ही,
क्रान्ति नही, संक्रमण होगा!!

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

Language: Hindi
17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अभी तो साथ चलना है
अभी तो साथ चलना है
Vishal babu (vishu)
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
shabina. Naaz
चंदा मामा और चंद्रयान
चंदा मामा और चंद्रयान
Ram Krishan Rastogi
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
sushil sarna
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Divija Hitkari
POWER
POWER
Satbir Singh Sidhu
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
■ लिख कर रख लो। 👍
■ लिख कर रख लो। 👍
*प्रणय प्रभात*
सोच
सोच
Sûrëkhâ
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
हम
हम
Adha Deshwal
के कितना बिगड़ गए हो तुम
के कितना बिगड़ गए हो तुम
Akash Yadav
अपनी स्टाईल में वो,
अपनी स्टाईल में वो,
Dr. Man Mohan Krishna
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
योग
योग
जगदीश शर्मा सहज
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
प्रीत प्रेम की
प्रीत प्रेम की
Monika Yadav (Rachina)
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
यादों का बसेरा है
यादों का बसेरा है
Shriyansh Gupta
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
Rj Anand Prajapati
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
Shubham Pandey (S P)
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
Shweta Soni
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
"Let us harness the power of unity, innovation, and compassi
Rahul Singh
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
शेखर सिंह
"हूक"
Dr. Kishan tandon kranti
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"प्यार में तेरे "
Pushpraj Anant
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
वसियत जली
वसियत जली
भरत कुमार सोलंकी
Loading...