💐प्रेम कौतुक-230💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
चंद्रकक्षा में भेज रहें हैं।
रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल
शून्य
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (कुंडलिया)
*जब शिव और शक्ति की कृपा हो जाती है तो जीव आत्मा को मुक्ति म
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
जिंदगी और जीवन में अंतर हैं
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं