Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 293 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2022 · 1 min read असली पप्पू न मील में मज़दूर सुरक्षित! न खेत में किसान सुरक्षित! न अस्पताल में मरीज़ सुरक्षित! न सीमा पर जवान सुरक्षित!! असली पप्पू कौन है? मेरे देश की मीडिया मौन है!... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 423 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 1 Jul 2022 · 1 min read घर की मालिक घरवाली आज विश्व हास्य दिवस है, सभी हास्य कवियों, चुटकुलों के रचयिताओं, मिमिक्री आर्टिस्टों तथा पत्नी के सताये पतियों 😄 को हार्दिक बधाई I इस अवसर पर प्रस्तुत है एक हास्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 5 378 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2023 · 1 min read तू इतनी खूबसूरत है... सफर में जिंदगी के मैं बहुत नाकाम हो जाता नशे में डूबकर मैं भी बहकती शाम हो जाता तू इतनी खूबसूरत है कसम से क्या बताऊँ मैं तुझे इग्नोर ना... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 396 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 19 Jul 2023 · 2 min read जिसके हारने की संभावना हो वह हमारा इंडिया नहीं है हम भारतीय हैं भारत हमारा देश है जिसे आर्यावर्त हिंद हिंदुस्तान और इंडिया भी कहते हैं इस गणतांत्रिक देश में सारे देशवासी मिलजुल कर रहते हैं कुछ अपवाद भी हैं... Hindi · कविता · फ्री-स्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 363 Share Suryakant Dwivedi 17 Jun 2022 · 4 min read कारण के आगे कारण व्यंग्य कारण के आगे कारण कारण के पीछे कारण कारण के आगे भी कारण होते हैं। कारण के पीछे भी कारण होते हैं। कारण कभी कारण नहीं होता। कारण कभी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 291 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2019 · 1 min read उसने डाटा मुझे इस कदर रात को उसने डाटा मुझे इस कदर रात को ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ काम-धंधा नहीं पा सका एक भी गहना-साड़ी नहीं ला सका एक भी उसने डाटा मुझे इस कदर रात को गोलगप्पा नहीं खा... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 278 Share Anamika Singh 13 Jul 2022 · 1 min read प्यार अंधा होता है जो प्यार के लायक नही था दिल जाकर उससे ही प्यार कर बैठा करके दगा वह हमसे वह किसी और का हो बैठा मैने जब कहा दिल से ऐ दिल... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 5 6 329 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 Mar 2023 · 1 min read चादर ओढ़ा के बरदेखुआ लावs गड़ जाए त वियाह ले न उखड़े जाके हरीश -ए -सेखुआ लावs वियाह के चाह जे पालत हौ बचवा त चादर ओढ़ा के बरदेखुआ लावs गाँव के बियांण चखुल्लड़ चाचा... Bhojpuri · हास्य-व्यंग्य 1 294 Share Jyoti Pathak 9 Sep 2022 · 2 min read "दोषी है कौन"? वक्त के साथ-साथ आपकी समस्याएं छोटी होने लगती है , यह बात उतनी ही हास्यास्पद है , जितनी कि सुबह सूरज को पूरब दिशा में और शाम को पश्चिम दिशा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 283 Share 'अशांत' शेखर 25 Jun 2022 · 1 min read ✍️'महा'राजनीति✍️ ✍️'महा'राजनीति✍️ ……………………………// बाली और सुग्रीव को लड़ाकर रामजी फरार है बगावत पे है वानर'सेना' 'शिव'भवन में भी दरार है विभीषण ने खेची रस्सी इंद्रलोक से चले है'बाण' कौन 'धनुष' अब... Hindi · Ashantshekharlekhani · हास्य-व्यंग्य 405 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2023 · 1 min read सुखिया मर गया सुख से कल सुखिया मर गया सुख से पिछले चार दिनों की भूख से... (१) पिट के पुलिस की लाठी से डर के गूंडों की बंदूक से... (२) कैसे बेटी की शादी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · हास्य-व्यंग्य 421 Share Anamika Singh 8 Jul 2022 · 1 min read मतलब के रिश्ते पुराने वाले रिश्ते अब ढूँढने पर कहाँ मिलते है अब मतलब से रिश्ते जुड़ते है और काम निकला नही की रिश्ते टुट जाते है मै ढूँढ़ने निकल पड़ी पुरानी वाली... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 5 2 297 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 7 Nov 2022 · 1 min read भैंस के आगे बीन बजाना जिन कानों पर जूँ न रेंगे क्या भला उन्हें समझाना? बोल-बोल कर बता-बता कर केवल अपना मुँह दुखाना अकर्मण्य की आदत बन गई उनसे भी क्या कर्म कराना? वह तो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 2 411 Share Suryakant Dwivedi 10 Sep 2022 · 3 min read पितृ पक्ष की शुभकामनाएं व्यंग्य पितृ पक्ष की शुभकामनाएं..!! बड़े अच्छे थे भाईसाहब। चले गए। अच्छा हुआ। यहां रहते तो क्या करते। कल तक क्या किया जो अब कर लेते। हम भी क्या करते... Hindi · हास्य-व्यंग्य 323 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 2 min read बजट का समायोजन (एक व्यंग) वित्तीय वर्ष समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष रह गए थे कार्यालय में नए साहब की स्थापना हुई।आते ही उन्होंने बचे हुए बजट पर अपनी गिद्ध दृष्टि डाली, पुराने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 337 Share Godambari Negi 17 Jul 2022 · 1 min read 'हकीकत' हकीकत में किसी से कौन मिलने आता है। कभी कभी बस ऑनलाइन दिख जाता है। बरसों से चेहरा देखा न हो जिसका उसका यहाँ मैसेज जरूर दिख जाता है। न... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 1 275 Share Ram Krishan Rastogi 5 Nov 2022 · 1 min read ढूंढते ही रह जाओगे ढूंढते ही रह जाओगे **************** बातो में कुछ बाते, चीजों में कुछ चीजे, इक्कीसवीं सदी में, ढूंढते ही रह जाओगे। घरों में पुरानी खाट, तराजू के लिए बाट, स्कूलों में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 11 255 Share Rakesh Bahanwal 28 Aug 2022 · 3 min read सेब लोगे या घोड़ा.... ? एक राजा था । उसने एक सर्वे कराने का निर्णय लिया, जिससे यह पता चल सके कि राज्य के लोगों की घर - गृहस्थी पति के हुक्म से चलती है... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 275 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Oct 2022 · 1 min read अंधभक्ति की पराकाष्ठा साहब आपकी सुबह की जय साहब आपकी शाम की जय! साहब आपके चाय की जय साहब आपके आम की जय! रेडियो से लेकर टीवी और अखबार से लेकर ट्विटर तक!... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 1 422 Share Sudhir srivastava 12 Apr 2023 · 2 min read लोकतंत्र की आड़ में व्यंग्य लोकतंत्र की आड़ में **************** आजकल की राजनीति का अंदाज बड़ा निराला है सत्य की दुहाई देने वालों में जाने कितनों का मन काला है, सत्ता के लिए वे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 269 Share Godambari Negi 23 Jul 2022 · 1 min read 'ख़त' हमने खत भेजा, उसने देखा, फाड़ा और फेंका... उसे हम रोज खत लिखेंगे, लाज़मी उसे हम खत फाड़ने का काम देंगे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 252 Share आकाश महेशपुरी 27 Apr 2023 · 1 min read शादी होते पापड़ ई बेलल जाला शादी होते पापड़ ई बेलल जाला जिनिगी के ठेला तरिया ठेलल जाला लइकन के शादी मनभावन लागे पर लइका का जाने सन ई झेलल जाला - आकाश महेशपुरी दिनांक- 20/04/2023 Bhojpuri · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 2 337 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 8 May 2023 · 2 min read हार्पिक से धुला हुआ कंबोड नेता नेता वह है जो किसी देश या संगठन का भली-भाँती नेतृत्व करे साथ ही देश और लोगो को एकता के सूत्र में बांधे सज्जन को सम्मान दे दुष्टों को... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 285 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Jul 2022 · 3 min read “ लूकिंग टू लंदन एण्ड टाकिंग टू टोकियो “ ( मैथिली व्यंग ) डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ====================== ओना फेसबूक क रंगमंच पर एक सं एक दिगज अभिनेता ,चरित्र अभिनेता ,हास्य अभिनेता ,अभिनेत्री ,श्रेष्ठ कलाकार ,दिग्दर्शक ,कैमरमैन... Maithili · हास्य-व्यंग्य 234 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला। रजाई मजबूरी हs, जब शर्द होला। जवानी त जवानी हs सभे गिरेला। जे बुढ़ऊती में बिछिला, ऊ मर्द होला।। Bhojpuri · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 288 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Apr 2023 · 3 min read अस्मिता उस दिन शहर के चौराहे पर गधों जमघट था , शायद उनका कोई सम्मेलन था , उनमें से एक बड़ा सा गधा जो उनका नेता था, ने भाषण देना शुरू... Hindi · कटाक्ष · हास्य-व्यंग्य 293 Share Buddha Prakash 1 Apr 2023 · 1 min read मूर्ख बनाने की ओर । लग गया ताँता आज सुबह से, मूर्ख बनाने की ओर, हाल चाल ना लेते जो पहले, सुबह खबरें देने लगे, भूल रहे है सत्य का आगाह, हँसी मजाक में फूक... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 293 Share Sudhir srivastava 13 Apr 2023 · 3 min read यमराज का दर्द हास्य व्यंग्य यमराज का दर्द ************* चिलचिलाती धूप में हाइवे पर बाइक से मैं उड़ा जा रहा था उस सड़क पर दूर दूर तक पैदल या साइकिल वाला कहीं कोई... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 243 Share आकाश महेशपुरी 22 Apr 2023 · 1 min read स्वाद बेलन के दम रहे जे के सुनीं इजहार में आवे दुलहिन ले के ऊहे कार में स्वाद बेलन के सदा पावे इहाँ सब केहू होला सफल ना प्यार में मुक्तक- आकाश महेशपुरी... Bhojpuri · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 333 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Oct 2022 · 2 min read ऊपरी इनकम पर आनलाईन के दुष्प्रभाव(व्यंग ) देश के केन्द्रीय, सभी राज्य सरकारों के शासकीय अर्धशासकीय, स्थानीय निकायों, पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का मुख्य विषय था "ऊपरी इनकम पर आनलाईन... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 242 Share Buddha Prakash 28 Jun 2023 · 1 min read बस गया भूतों का डेरा जब से कलयुग ने घेरा, डिजिटल का हुआ सवेरा, मोबाइल ने रुख मोड़ा, बस गया भूतों का डेरा। तारे चमकते थे आसमान में, चमचमाहट नजर आती आधी रात में, रात्रि... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 2 338 Share विशाल शुक्ल 9 Oct 2022 · 1 min read तीर्थ यात्रा मुख्यमंत्री जी तीर्थ दर्शन यात्रा रेल चला रहे हैं अपने कार्यकाल में बढ़ा भ्रष्टाचार वो गला रहे हैं जब हमने पूछा... महोदय! आप गजब का पुण्य कमा रहे हैं तीर्थ... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 249 Share Dhirendra Panchal 29 Jan 2023 · 1 min read जीनगी हो गइल कांट देखा बबुआ पहिले वाली बात तोहे समझाइब । मत बुझिहा की ताना हउवे बुड़बक तोहें बनाइब । दुनिया के ई पहिल पहाड़ा बच के रहा बचा के । प्यार मोहब्बत... Bhojpuri · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 319 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read शोर मचाने वाले गिरोह शहर में अमन चैन देखकर कुछ लोगो को आग लग जाती है। कैसे बिगारे शहर के अमन चैन को उनके जहन मे यही बात चलती रहती है। कुछ न मिले... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 2 241 Share आकाश महेशपुरी 20 May 2023 · 1 min read नोट पुराने नोट पुराने बंद ये, फिर होंगे इस साल। पास तुम्हारे हों अगर, ले आओ तत्काल। ले आओ तत्काल, दृष्टि बटुए पर डालो। हे पत्नी जी आज, पुनः पेटी खंगालो। मिल... Hindi · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 2 292 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Jun 2022 · 1 min read देख तमाशा आज हमारी कल तुम्हारी! देख तमाशा बारी-बारी!! भेड़ों से भला चलेगी कब तक! भेड़िए की आख़िर यारी!! #BulldozerShayari #रामराज #बुल्डोजर #उत्पीड़न #lynching #बहुजन #अल्पसंख्यक Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 279 Share आकाश महेशपुरी 16 Sep 2022 · 1 min read पेटू का अपमान...(हास्य मुक्तक) यारी का अवसान करूँ यह ठीक नहीं पेटू का अपमान करूँ यह ठीक नहीं माना वह खा जायेगा पूरा होटल पर तन्हा जलपान करूँ यह ठीक नहीं मुक्तक- आकाश महेशपुरी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 257 Share Diwakar Mahto 30 Apr 2023 · 1 min read कशमें मेरे नाम की। बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा। अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। । बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की । अब तो बस... Hindi · मुक्तक · लेख · शेर · हास्य-व्यंग्य 628 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 13 Oct 2022 · 1 min read डॉ अरुण कुमार शास्त्री - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त 18th स्टोरी से नई दिल्ली स्टेशन की तरफ़ दिल्ली का नजारा उसी पर एक व्यंग्यात्मक गीतिका मेरी दिल्ली मेरी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · हास्य-व्यंग्य 240 Share Brijpal Singh 27 Jan 2023 · 1 min read उन्हें नहीं मालूम उन्हें लगता है कि वो ऐसा है उन्हें नहीं मालूम कि वो वैसा है। उन्हें लगता है कि वो वैसा कमाता है, उन्हें नहीं मालूम वो कैसा कमाता है। उन्हें... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 1 278 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read जनता से सवाल देश मरता है तो मरे, आख़िर वह क्या करे! समाज सड़ता है तो सड़े, आख़िर वह क्या करे!! आख़िर क्या सोचकर उसे चुना था तुम लोगों ने? सिस्टम ढहता है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 184 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read ये कैसी दीवाली है? दूसरे की दुनिया में आग लगाकर अपने घर में उजाला फैलाने को ही दीवाली मनाना तो नहीं कहते हैं न! Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #politics #महंगाई #गरीबी #riots... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 2 238 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Nov 2022 · 1 min read आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आपने किया आंदोलन जी, पैदा हो गए कट्टर जी अब वे ईमानदारी की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई, कट्टर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 4 208 Share Sudhir srivastava 25 Apr 2023 · 3 min read हमारे देश के नेता व्यंग्य हमारे देश के नेता ************** ऐसा सिर्फ हमारे देश में ही हो सकता है अपराधी हत्यारे माफिया गुंडे का महिमा मंडन तक किया जाता है। धर्म की आड़ लेकर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 230 Share Ashish Kumar 17 Oct 2022 · 1 min read जैसी करनी वैसी भरनी जैसी करनी वैसी भरनी टिकट कटा एक नेता जी का पड़े हुए थे बिल्कुल बेजान चार काँधों का मिला सहारा पहुँचा दिए गए श्मशान यमदूत जा रहे थे लेकर आत्मा... Hindi · Jaisi Karni Waisi Bharni · कविता · जैसी करनी वैसी भरनी · हास्य-व्यंग्य 1 2 201 Share surenderpal vaidya 7 Apr 2023 · 1 min read राजनीति के दांव ** कुण्डलिया ** ~१~ नेताजी को चाहिए, भव्य सुसज्जित मंच। और भाषण पर तालियां, मजेदार हो लंच। मजेदार हो लंच, कार मँत्री पद बंगला। सत्ता मद में चूर, रहे बौराया... Hindi · कुण्डलिया · राजनीति · हास्य-व्यंग्य 212 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2023 · 1 min read तिलक-विआह के तेलउँस खाना तारल मछरी, मुर्गा, सब्जी छानल भात मिठाई शादिन के इ तेलउँस खाना तेल निकाले भाई पूँडी के आटा में खूबे डालल जात रिफाइन ऊपर से भरपेट खिआवे लो साढ़ू-सढ़ुआइन चाउर... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 345 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Nov 2022 · 1 min read जनता देख रही है खड़ी खड़ी जनता देख रही है खड़ी खड़ी लगा रहे हैं फिर वादों की झड़ी आते ही चुनाव कहानी नई गढ़ी सबको देंगे अंगूठी हीरे से जड़ी नवयौवनाओं को हीरे का हार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 1 214 Share Surinder blackpen 20 Feb 2023 · 1 min read सीने में जलन छाती में जलन, पेट में गुब्बार सा क्यों है? इस दौर में हर शख्स बीमार सा क्यों है ऋ? क्या कोई नयी बीमारी,नज़र आती है मुझ में रिपोर्ट देख डाक्टर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 245 Share Sudhir srivastava 25 Apr 2023 · 1 min read नैतिकता अब बहुमूल्य नहीं है व्यंग्य नैतिकता अब बहुमूल्य नहीं है ************************ दुनिया कहां से कहां पहुंच गई और आप अभी भी नैतिकता की बात करते हैं शायद भ्रम में जी रहे हैं तभी तो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 236 Share Previous Page 2 Next