Tag: प्यार
60
posts
प्यार क्या है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
काश....! तू मौन ही रहता....
Dr. Pratibha Mahi
प्यार का इम्तेहान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज की प्रस्तुति - भाग #1
Rajeev Dutta
तनिक पास आ तो सही...!
Dr. Pratibha Mahi
इजहार ए मोहब्बत
साहित्य गौरव
चाँदनी रातें (विधाता छंद)
HindiPoems ByVivek
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
अनिल कुमार
किस पथ पर उसको जाना था
Mamta Rani
ख्वाहिश
अमरेश मिश्र 'सरल'
आज की प्रस्तुति: भाग 5
Rajeev Dutta
तुझसा कोई प्यारा नहीं
Mamta Rani
हाथ में तेरा हाथ रहे
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
आज की प्रस्तुति: भाग 4
Rajeev Dutta
प्यार तो वह हैं
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की
अनिल कुमार
कुछ बात अधूरी रहे तो अच्छा हैं ।
एकांत
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ,
SURYA PRAKASH SHARMA
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
तेरी नादानी मान लूंगा
एकांत
हम आज भी उनकी बात करते हैं
बदनाम बनारसी
कहीं साथी हमें पथ में
surenderpal vaidya
ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
अनिल कुमार
मैं उसका और बस वो मेरा था
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
अनिल कुमार
एक दिन तो वो मेरा हो जाएगा
एकांत
कैनवास
Mamta Rani
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ
अनिल कुमार
कुछ तो बात है उसमें
बदनाम बनारसी
हम तेरे हो नहीं सकते
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था
अनिल कुमार
किसी और से करना
बदनाम बनारसी
मेरा प्यार नहीं समझते
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा
अनिल कुमार
आपको पूरा कभी पाना नहीं चाहते
एकांत
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
अनिल कुमार
हुआ दर्द से प्यार
Mahesh Jain 'Jyoti'
* सहारा चाहिए *
surenderpal vaidya