Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2023 · 1 min read

आज की प्रस्तुति – भाग #1

मैं अक्सर भूल जाता हूं
मौसम की करवट को,
ये तो बस बूंदें हैं बारिश की
जो तेरी याद दिलाती है।

~ रचयिता – राजीव भाई घुमंतू
निवास – कलकत्ता, भारत
संपर्क सूत्र – 9062681467 (whatsaap)

92 Views
You may also like:
हमने हिंदी को खोया है!
हमने हिंदी को खोया है!
अशांजल यादव
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नहीं अब कभी ऐसा, नहीं होगा हमसे
नहीं अब कभी ऐसा, नहीं होगा हमसे
gurudeenverma198
नादान बनों
नादान बनों
Satish Srijan
गुमनाम
गुमनाम
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
रे मन
रे मन
Dr. Meenakshi Sharma
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बसंत ऋतु
बसंत ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
Amit Pandey
একটি চিঠির খসড়া
একটি চিঠির খসড়া
Sakhawat Jisan
जिन्दगी कागज़ की कश्ती।
जिन्दगी कागज़ की कश्ती।
Taj Mohammad
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
भटका दिया जिंदगी ने मुझे
भटका दिया जिंदगी ने मुझे
Surinder blackpen
बिना तुम्हारे
बिना तुम्हारे
Shyam Sundar Subramanian
"ये याद रखना"
Dr. Kishan tandon kranti
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
Shashi kala vyas
पहला प्यार
पहला प्यार
Pratibha Kumari
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
#सामयिक_सलाह
#सामयिक_सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
" वर्ष 2023 ,बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हम भी नहीं रहते
हम भी नहीं रहते
Dr fauzia Naseem shad
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
*अहिल्या (कुंडलिया)*
*अहिल्या (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जो समझदारी से जीता है, वह जीत होती है।
जो समझदारी से जीता है, वह जीत होती है।
Sidhartha Mishra
इश्किया होली
इश्किया होली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बालगीत - सर्दी आई
बालगीत - सर्दी आई
Kanchan Khanna
💐प्रेम कौतुक-339💐
💐प्रेम कौतुक-339💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
Ravi Ghayal
Loading...