Posts Tag: नज़्म 83 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे मैं अस्क पे अस्क बहता रहा , वो मेरे अस्कों में आशिया बनाते रहे मैं जख्म पे जख्म खाता रहा , वो मेरे जख्मों में नमक लगाते रहे , मैं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म 1 6 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read मुहब्बत-एक नज़्म 'ग़ालिब'का हो सलीक़ा या 'जोश'की रवानी 'मजरूह' का तसव्वुर या 'फ़ैज़' की कहानी सदियाँ सिमट गई हों जैसे हरेक पल में रूहानियत है ज़िन्दा वो 'मीर' की ग़ज़ल में बातें... Poetry Writing Challenge-3 · नज़्म 16 Share Shiva Awasthi 18 Oct 2023 · 2 min read नज़्म वही एक दुःख भरी शायरी, जिसे सुनाकर रोते थे तुम। जिसको सुनकर रोते थे हम। बहुत दिनों से सुनी नहीं है नहीं! आँख में नमी नहीं है तुम्हें याद है!... Hindi · नज़्म · याद · रूमानियत 1 132 Share *Author प्रणय प्रभात* 18 Sep 2023 · 5 min read #नज़्म / ■ दिल का रिश्ता #तवील_नज़्म- ■ दुनिया में लाखों रिश्ते हैं।। (दीन-दुनिया के अनगिनत रिश्ते-नातों को कविता रूपी एक सूत्र में पिरोने का अभिनव प्रयास कविता के सुधि पाठकों को सादर समर्पित) 【प्रणय प्रभात】... Hindi · दिल के रिश्ते · नज़्म 1 181 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Aug 2023 · 1 min read ■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्याव ■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्यावसायिक (अवसरवादी) मन में सबसे बड़ा अंतर यही है। Hindi · नज़्म 2 295 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 Aug 2023 · 1 min read ■ नज़्म-ए-मुख्तसर ■ नज़्म-ए-मुख्तसर Hindi · नज़्म 1 242 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Aug 2023 · 1 min read ■ छोटी सी नज़्म... ■ छोटी सी नज़्म... Hindi · नज़्म 1 221 Share अनिल कुमार 8 Jul 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के आज़ कोई सामान बिक गया नाम बनके, और कोई इंसान बिक गया सामान बनके। मोबाइल, कम्प्यूटर सबमें अहसास जग गए, इंसान ही नहीं बस चल पाया इंसान बनके। मेरी झोंपड़ी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म 5 162 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Jun 2023 · 1 min read #छोटी_सी_नज़्म #छोटी_सी_नज़्म ■ ख़ूबसूरत सा वाक़या 【प्रणय प्रभात】 आपका आना अचानक होंठ दांतों में दबाए शोख़ आंखों में अदाएं। उंगलियों के बीच चूनर अनछुई ख़ुशबू से छू कर। हाथ का कांधे... Hindi · नज़्म 1 161 Share *Author प्रणय प्रभात* 17 Jun 2023 · 2 min read ■मंज़रकशी :-- #नज़्म_यादों_के_झरोखे_से :-- ■ एक कहानी, जो है रूमानी.….! ● धड़कते हुए जवां दिलों के नाम। 【प्रणय प्रभात】 वक़्त हो तो आइए, इक दास्तां सुन लीजिए। कुछ रुमानी ख़्वाब अपनी, आँख... Hindi · नज़्म · मंज़रकशी · यादों की खिड़की · ये उन दिनों की बात है 1 288 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read अब तो मिलने से भी घबरा रहा हूँ हूँ मैं काला तिल उनकी गालों का, उनकी ज़ीनत का मैं पहरा रहा हूँ। लोग बढ़ते रहे आगे मुझसे, मैं वही का वहीं ठहरा रहा हूँ। खायीं हैं ठोकरें हज़ारों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · घबराहट · तकदीर शायरी · नज़्म · शेर 3 110 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया, किसी की बदनामी से किसी का नाम हो गया। जिसकी वफाओं पर था नाज़ हमें बहुत, ज़रूरत में वो यार ख़ुद बेनकाब हो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · जज़्बात · नज़्म · मुक्तक 1 2 168 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है, कभी मिल ना पाऊँ तो भी दिल के तार बज़ाती है। कितनी बार सुनता हूँ उसे सोते-सोते भी... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल · दोस्ती प्यार की · नज़्म · प्यार 2 264 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है शाम का ये आसमाँ आज़ कुछ धुंधलाया है, इसमें मेरे प्यार का ढ़का हुआ सा साया है। बादलों की टोलियाँ बड़ी भागदौड़ हैं कर रहीं, क्या इनमें यार का चेहरा... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 2 227 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे, जहां के सारे सवालात मद्देनजर रखे। हमारे दरमियाँ क्या है मैं जानूं, वो जाने, उसके भी सारे हालात मद्देनजर रखे। ये गाँव का प्यार है... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · जज़्बात · नज़्म · प्यार 2 2 118 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ, तो क्या हो, इश्क़ की झील में गोते लगा लूँ, तो क्या हो। भीनी सी मदहोशी में जैसे बीतती जाए सारी रात,... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 411 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा के नज़र झुकाने की, हमको भी आदत लग गई इज़हार-ए-प्यार समझ जाने की। उसका अक्स आकर बैठने लगा आँखों के दरवाजों पे, हमको लत... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 269 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया, और बार-बार ताश के पत्ते सा ढ़ह गया। इज़हार-ए-प्यार ना कर पाया उससे कभी, यूँ ही ज़माने की दुश्वारियों को सह गया। उसके... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 162 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है, कई नज़रों का उस पे निशाना ठहरा हुआ है। एक क़दम भी गर वो चलती है मेरी गली में तो, उसके पैरों... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · चाहत · नज़्म · प्यार 2 171 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है जब अहसासों में तू बसी है, तेरी ही मुझमें मदहोशी है, कैसे कह दूँ के तू यहाँ नहीं है, कैसे कह दूँ के ख़ामोशी है। जब अहसासों में तू बसी... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · गीत · चाहत · नज़्म 2 114 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं, नज़र ना लग जाए किसी की तो दिल से नहीं निकाले हैं। साल-दर-साल ही निखर रही है रौनकें चाहत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · चाहत · नज़्म · प्यार 1 129 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की, उसको पास लाने की ऐसे कोशिशें अपनी जारी की। बहुत दूर लगी मंजिल मेरे अरमानों की मुझे, मगर, उसके वास्ते सब भूल... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 150 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read अवतार देखो भक्ति का ई गजब व्यापार देखो ढोंगी बाबाओं का अवतार देखो अभिनय सीख जाओगे मुफ़्त में टीवी पे हर दिन बस समाचार देखो एक शब्द भी इधर उधर नहीं होते... Poetry Writing Challenge · कविता · कुनु · नज़्म 94 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है, इस दिल की धड़कनों में ये स्पन्दन सा क्यूँ है। अपनी मुलाकातों की ये पहली ख्वाहिश तो नहीं, बरसों... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार और खलिश 1 163 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था एक दिन खुद में बड़ा सा मैं जहां जोड़कर आया था, अपने दिल की धड़कनों का मैं आसमाँ जोड़कर आया था। पास आने की मनुहार की थी हौले से हाथ... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 127 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी ये हर दिन और हर रात हमारी होगी, चुपचाप बैठे-बैठे बात भी सारी होगी। भरभरा कर गिरेगी वो जब मेरी बाहों में, एक दूसरे में सिमटने की तैयारी होगी। पता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 142 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 2 min read ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं, उसकी हर नज़ाकत में चमत्कार बहुत हैं। उसके जज़्बात भले ही हैं अनकहे से पर, उसकी झुकी पलकों में समाचार बहुत हैं।... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 212 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है, मुझे तेरे नाम से उनका गाली देना पसन्द आता है। एक तू ही तो है जिसे मैं तनहाईयों में भी सुनता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 160 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है, सच में तो मुझे बस तुझे पास बुलाना है। क्या पता मुझसे मिलने तू आए ना आए, मेरी बदनामियों का जो खुला... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 107 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या? सच को झूठ से आईना दिखाना, अच्छा है क्या? देश और अवाम वास्ते हो सियासत, तो अच्छी लगे, हाकिम का अवाम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · मुक्तक 1 244 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ वो यारों के जत्थे साकियों की अठखेलियाँ, वो मयकशों की अदब वो उनका अपना जहाँ, वो प्यालों में महबूब को नजर आते यार के निशाँ, वो अमन चैन की होती... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नज़्म · मधुशाला · मुक्तक 1 144 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा, पल में जो चुरा ले गया है चोर कैसा। खामखाँ के इल्ज़ाम लगते भले इसपे, खूब नाचे हंसकर जो ये है मोर... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 145 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें, कि वो उम्र भर मरता रहा किसी के साथ जीने के लिए। बोझिल क़दमों से चढ़ी होंगी मयकदे की सीढ़ियाँ... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · प्यार · शायरी 2 134 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए, क्यूँ ना अपनी आपबीती सबको बताई जाए। बार-बार मुस्करा के जिसने मेरा क़त्ल किया, क्यूँ ना उस हसीना पे एक FIR... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · प्यार 1 122 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर इश्क़ के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर, ना जीत की ललक जिसे ना हार की पीर। अंगारों पर चल सके जो हो कर नंगें पैर, मिटने को तैयार... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 323 Share Shah Alam Hindustani 6 Jun 2023 · 1 min read कश्मीर नज्म कैसे कहते हो जन्नत के जैसी हूँ मैं, आके तुम देखलो कैसी लगती हूँ, हर तरफ गोलियों की ही आवाज़ है, जिसमें अपनों को ही लेके सिमटी हूँ मैं, आओ... Hindi · नज़्म 91 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read कहाँ है! छिप -छिपकर करते थे बातें यादों की बारात कहाँ है ! आभासी अब प्यार के मौसम वो रुत वो बरसात कहाँ है ! सौलह -सत्रह की बालि उमरिया वो चंचल... Hindi · नज़्म 1 168 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read कुछ ख्वाहिशों के साथ.. आज़ाद नज़्म कुछ ख्वाहिशों के साथ मुलाकातें अधूरी है एक कोना सूना है कुछ बातें रूठी हैं.. टूटी हुई सांसें थके से क़दम है जीने का अरमान लिए चल तो... Poetry Writing Challenge · नज़्म 107 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read वो एक दौर .. नज़्म वो एक दौर था जो गुज़र गया.जहाँ पर क़दम कमज़ोर थे जहाँ मन कोई बेचैन था जहाँ नासमझ थी तितली कोई, वो इक दौर था परेशान सा जो गुज़र... Poetry Writing Challenge · नज़्म 1 69 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Mar 2023 · 2 min read ■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको) ■ दिल की नज्म : दिमाग़ के नाम 【प्रणय प्रभात】 ★ जिसे तुम इश्क़ समझे हो छलावा बस छलावा है, जिसे चाहत समझते हो, दिखावा ही दिखावा है। तुम्हारा इश्क़... Hindi · इश्क़ · नज़्म · शायरी 1 334 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Mar 2023 · 2 min read ■ एक_नज़्म_ख़ुद_पर ■ सफ़र में हूँ.... 【प्रणय प्रभात】 सफ़र में हूँ नज़र के सामने केवल अँधेरा है। अँधेरा यानि गुमनामी जो मेरे साथ है अब तक, अँधेरा यानि नाकामी जो मेरे साथ... Hindi · एहसास · कविता · जीवन · नज़्म · सफ़र 1 200 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Feb 2023 · 1 min read #नज़्म / पता नहीं क्यों...!! #नज़्म:- ■ पता नहीं हम क्यों मिलते हैं? 【प्रणय प्रभात】 "किसी राह में, किसी मोड़ पर, अनायास ही चलते-चलते। मुरझाए गुंचे खिलते हैं, पता नहीं हम क्यों मिलते हैं।। एक... Hindi · दिल · नज़्म · शायरी 1 447 Share *Author प्रणय प्रभात* 7 Feb 2023 · 1 min read ■ ख़ास दिन, ख़ास बात, नज़्म के साथ 😊 एक अहम दिन ■ सह-यात्रा के 32 साल 【प्रणय प्रभात】 अखिल कोटि ब्रह्मांड-नायक प्रभु श्री राम जी की असीम कृपा और बाबा महाकाल के आशीर्वाद से सामंजस्य, समरसता और... Hindi · आभार · दिल का पैगाम · नज़्म · सफ़र 1 239 Share एकांत 24 Jan 2023 · 1 min read क्या फ़र्क था मेरे और उसके इश्क़ में जो मुझसे दूर उसके करीब हो गए । क्या फ़र्क था मेरे और उसके इश्क़ में जो मुझसे दूर उसके करीब हो गए उसकी दुनिया का तुम एक हिस्सा मगर हम तुझमें अपनी दुनिया देखते हैं उसकी याद... Hindi · नज़्म · शायरी 105 Share एकांत 21 Jan 2023 · 1 min read तेरी नादानी मान लूंगा तेरा दूर होकर किसी ओर के करीब होना तेरी नादानी मान लूंगा तू जब भी वापस आएगी मेरे पास लौटकर अपनी बाहों में तुझे पनाह दूंगा तुझे मेरा प्यार नजर... Hindi · कविता · जुदाई · नज़्म · प्यार 146 Share एकांत 21 Jan 2023 · 2 min read मैं उसका और बस वो मेरा था मैं उसका और बस वो मेरा था कोई और ना ख्वाहिश थी हमारी बाकी हर ओर अंधेरा था सवेरा जब हुआ जब वो आया था सूरज नहीं था मगर रोशनी... Hindi · इश्क़ · कविता · नज़्म · प्यार · प्रेम 152 Share Shiva Awasthi 31 Dec 2022 · 1 min read कैलेंडर निश्चित है दीवार इसे अब बदलेगी, प्रासंगिकता खो बैठा है कैलेंडर। दीवारों की छाती चढ़ते, नई नवेली तारीखें कब सोच सकी हैं, दिन बदलेंगे। दिन बदलेंगे और जनवरी बूढ़ी होगी,... Hindi · उर्दू · नज़्म · हिंदी 4 2 212 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 15 Nov 2022 · 1 min read ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म नज़्म 【 ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें 】 बहुत दूर निकल आये हैं मुहब्बत के सफ़र में । ख़ुद को मिटाकर भी न पा सके हैं उनको ।। भरोसा कर लिया था... Hindi · नज़्म 3 200 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 Oct 2022 · 1 min read ओस की बूँदें - नज़्म शीर्षक - ओस की बूंदें ( नज़्म ) निख़र आता है रूप तेरा , जब बूंदें ओस की छूती हैं । चांद भी शरमाता है , तेरे हुस्न से अप्सराएं... Hindi · नज़्म 1 194 Share Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" 2 Oct 2022 · 1 min read नज़्म ("सज़ा-ए-मोहब्बत") "सज़ा-ए-मोहब्बत" आजकल इस बाग में मायूसी पसरी रहती है अब यहाँ की ख़ुशबुओं को मार कर गंध ने अपना ठिकाना कर लिया है सारे पत्ते ज़र्द होकर गिर पड़े हैं... Hindi · Nazm · Sandeep Singh Chouhan Shafaq · Shafaq · नज़्म · शायरी 148 Share Page 1 Next