Posts Tag: नज़्म 89 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajeev Jain 9 Mar 2025 · 1 min read खुदगर्जी जो भी खराब हो पूरा बदल दिया जाता है जिगर खराब हो दूसरा धर दिया जाता है पहले मरम्मत करके ठीक हो जाते थे पुराने सामानों को फेंक दिया जाता... Hindi · जिगर · नज़्म · बेसहारा · मतलब की दुनियां · राजीव 94 Share Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read किताबों के भूत किताब का पेज पलट देने पर भी कई बार पुराने पेज के किरदार फिर नए पेज पर कूद के आ जाते है। मैं किताब के पिछले पेज अगला पेज पढ़ते... Hindi · कोटेशन · नज़्म · यादें · राजीव · सांगरी 212 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read प्यार और धोखा Dhokha aur pyar प्यार का धोखा इक हिसाब से अच्छा लगा कुछ देर का मिलना उस यार से अच्छा लगा कोई बात रही होगी कह कर मुकर जाने की इंकार... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · नज़्म · राजीव 245 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read ज़िंदगी की सिलवटें ये सन्नाटे बड़े गहरे हैं ,शोर मचाने से भी नहीं जाएँगे इतने हिस्सों में बँट गया हूँ मैं ,तुमसे पहचाने नहीं जायेंगे l ग़म इतने कम भी नहीं हैं अपने... Hindi · खैरियत · जिंदगी · नज़्म · बँटवारा · सांगरी 244 Share Dr. Rajeev Jain 31 Jul 2024 · 1 min read तुमसे मोहब्बत है तुम से मोहब्बत है, कह नहीं सकता , पर बिन तुम्हारे अब रह नहीं सकता । एक बार ज़िंदगी में , आये हो अगर, हो जाये जुदाई अब सह नहीं... Hindi · कविता · नज़्म · नफरत · मोहब्बत · राजीवसागरी 237 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read संतुष्टि चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · नज़्म · राजीव · संतुष्टि · सांगरी 1 195 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे मैं अस्क पे अस्क बहता रहा , वो मेरे अस्कों में आशिया बनाते रहे मैं जख्म पे जख्म खाता रहा , वो मेरे जख्मों में नमक लगाते रहे , मैं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म 1 304 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read मुहब्बत-एक नज़्म 'ग़ालिब'का हो सलीक़ा या 'जोश'की रवानी 'मजरूह' का तसव्वुर या 'फ़ैज़' की कहानी सदियाँ सिमट गई हों जैसे हरेक पल में रूहानियत है ज़िन्दा वो 'मीर' की ग़ज़ल में बातें... Poetry Writing Challenge-3 · नज़्म 196 Share Shiva Awasthi 18 Oct 2023 · 2 min read नज़्म वही एक दुःख भरी शायरी, जिसे सुनाकर रोते थे तुम। जिसको सुनकर रोते थे हम। बहुत दिनों से सुनी नहीं है नहीं! आँख में नमी नहीं है तुम्हें याद है!... Hindi · नज़्म · याद · रूमानियत 2 416 Share *प्रणय प्रभात* 18 Sep 2023 · 5 min read #नज़्म / ■ दिल का रिश्ता #तवील_नज़्म- ■ दुनिया में लाखों रिश्ते हैं।। (दीन-दुनिया के अनगिनत रिश्ते-नातों को कविता रूपी एक सूत्र में पिरोने का अभिनव प्रयास कविता के सुधि पाठकों को सादर समर्पित) 【प्रणय प्रभात】... Hindi · दिल के रिश्ते · नज़्म 1 497 Share Page 1 Next