Posts Tag: तेवरी 229 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next अग्यार 29 Aug 2018 · 1 min read वक़्त की नज़ाकत क्या कहिएगा! ज़माने की फ़ितरत ! क्या कहिएगा साहब भरे बाज़ार में मैं निकला भरपूर जोश के साथ बड़े ही होश के साथ अपने तमाम सच लेकर बेचने को इक़ हुजूम वहां... Hindi · तेवरी 1 322 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read मज़हबी ढ़िढोरा कौन है काफ़िर,कौन है आख़िर, ख़ुदा का बन्दा ये मज़हबी ढ़िढोरा पीटने से कहाँ पता चलता है __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 248 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read तलब संग भीगने की इक़ मर्तबा फ़िर बीत गया सावन बिन भिगोए तलब तेरे संग भीगने की अब तलक तलब रही... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 230 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read पाकीज़ा बातें तुममें औऱ मुझमें बड़ा फ़र्क है ,ऐ दोस्त °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° तुम नसाफ़ बातें याद रखतें हो, पाकीज़ा भूल जाते हो मैं पाकीज़ा बातें याद रखता हूँ , नसाफ़ भूल जाता हूँ..... Hindi · तेवरी 1 373 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read मुहब्बत गुनाह नहीं ऐ मज़हब के ठेकेदारों क्या तुमने सुना नहीं मुहब्बत ख़ुशबू है अविनाशी कोई गुनाह नहीं... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 241 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read थोड़ा औऱ सही तूफ़ानों में घिरे हैं हम मिलता नहीं हमें छोर कहीं लम्बा है ये सफ़र ,बिन हमसफ़र,थोड़ा औऱ सही... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 270 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read दौर आएगा मेरी ज़िन्दगी में दुज़ा कोई दौर आएगा तुम ना सके तो क्या कोई और आएगा.... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 273 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read आईना ज़रा ज़रा सी बात पर कीचड़ उछालने वालों चाँद में दाग ढूढ़ने वालों, आईना देखों आईना.... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 498 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read मुसाफ़िर सब ,मन्ज़िल एक आख़िर किस बात का ग़ुरूर है तुम्हें ऐ मुसाफ़िर कभी ज़मीं देखों आसमां देखों देखों हाथ ख़ाली... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 367 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read मैं भारती हूँ मैं इंसान हूँ मैं हिन्दू हूँ, मैं मुसलमान हूँ, मैं राजपूत मैं पठान हूँ कोई तो कहदे ख़ुदा का बन्दा,मैं भारती हूँ इंसान हूँ... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 243 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read गुल-ए-गुलनार ज़मीं हिन्द की.. गुल-ए-गुलनार ज़मीं हिन्द की, ये तानाशाही तस्वीर नहीं सभी क़ौमों ने लहू से सींचा है इसे,ये किसी की जागीर नहीं.... --अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 341 Share अग्यार 16 Aug 2018 · 1 min read "बुरे को बुरा ही बोल देता हूँ तो बुरा हूँ मैं" बुरे को बुरा ही बोल देता हूं ,इसीलिए बुरा हूं मैं गाता हूं सच्चाई के नग़मे ,इसीलिए बेसुरा हूं मैं मुझपे किसी का ज़ोर नहीं बेढंगी मेरा तौर नहीं कह... Hindi · तेवरी 295 Share Jaikrishan Uniyal 13 Aug 2018 · 1 min read मैं थका हुआ हूँ कोई काम नहीं है,पर मैं थका हुआ हूँ भारी, मन है बोझिल बना हुआ,और तन में है थकान भारी, शायद इसलिए कि बच्चों को पढा लिखा कर निभाई है अपनी... Hindi · तेवरी 1 261 Share Jaikrishan Uniyal 28 Jul 2018 · 2 min read यह दोष किसका है‼यहाँ दोषी कौन नहीं❗ देश कि राजधानी,दिल्ली में, तीन बच्चे भुख से मर गये, तो खबर बन गयी। दूर किसी गांव में अक्सर मर जाते हैं किसी न किसी अभाव के चलते, और खबर... Hindi · तेवरी 2 2 482 Share राजीव शर्मा 'मथुरा' 19 Mar 2018 · 1 min read मोदी जी के ४ साल : हास्य व्यंग मोदी जी के चार साल के वादे, अगर अच्छा लगे तो शेयर करना : निकला था घर से, तुम्हारे पास में आने को, स्मार्ट सिटी से बुलेट ट्रेन में बैठ... Hindi · तेवरी 311 Share आचार्य प्रताप 12 Mar 2018 · 1 min read कह मुकरी रहूँ अकेले सदा सताए। ऐसी हरकत मुझे न भाए। करता रहता मुझे ये तंग क्या सखि साजन? नहिं सखि "पलंग"। ०१।। Hindi · तेवरी 1 1 383 Share Dr. Harimohan Gupt 4 Mar 2018 · 1 min read होली पर्व आपस में मिल बैठिये,मन मुटाव हो दूर, तो होली सार्थक रहे, मद हो चकनाचूर. रंग, बिरंगी हो रही, सतरंगी बौछार, अमिट छाप यह प्रेम की,द्वेष रहें निस्सार. Hindi · तेवरी 486 Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read जीतने वाले की हार *केवल अहंकार* *ही ऐसी दौड़ है* *जहाँ जीतने वाला* *हार जाता है।* Hindi · तेवरी 308 Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read जिंदगी का फलसफा *जिंदगी सिर्फ एक बार मिलती है,* *ये एक झूठ है।* *जिंदगी तो हमे रोजाना मिलती है,* *मौत ही सिर्फ एक बार मिलती है!!* *इन्सान की परेशानियों की सिर्फ दो ही... Hindi · तेवरी 512 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read शब्दों का प्रयोग शब्दो का प्रयोग सावधानी से करिये, ये परवरिश का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करते हैं।। Hindi · तेवरी 294 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read मैं तो इंसानियत निभा रहा था मैं झुक गया तो वो सज़दा समझ बैठे, मैं तो इन्सानियत निभा रहा था, वो खुद को ख़ुदा समझ बैठे।। Hindi · तेवरी 455 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read जिंदगी की पाठशाला रिश्तों में ना रखा करो, हिसाब नफ़े और नुकसान का.. ज़िन्दगी की पाठशाला में, गणित का कमज़ोर होना अच्छा है। Hindi · तेवरी 624 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Feb 2018 · 1 min read गाली .......... प्रजातंत्र के देश में भैया प्रजा है पर तंत्र नहीं है देवों के इस देवभूमि में अंग्रेजीयत है मंत्र नही है। देखो कैसी दशा यहाँ की देश वहीं पर... Hindi · तेवरी 2 1 800 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Jan 2018 · 1 min read दहेज़ (तेवरी) --------------------- चलो हटो नामुरादों कुछ हमें भी दहेज के नाम कह लेने दो, एक बाप को बेटी पैदा करने का कुछ तो अपमान सह लेने दो। बहुत खुश था बेटी... Hindi · तेवरी 323 Share कवि विपिन शर्मा 18 Jan 2018 · 1 min read व्यंग्य दाएँ को बायाँ ही बताया करते हैं। दर्पण भी सच कहाँ दिखाया करते हैं।। -विपिन शर्मा Hindi · तेवरी 265 Share कवि विपिन शर्मा 18 Jan 2018 · 1 min read अपना तो यही मिज़ाज है___ ग़लत बात बर्दाश्त नहीं है, ग़लत नहीं सुनकर दूँगा। जिस भाषा में बोलोगे, उस भाषा में उत्तर दूँगा।। -विपिन शर्मा Hindi · तेवरी 288 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Nov 2017 · 1 min read धर्म..... धर्म (तेवरी)....... ........ ......... ......... जिन्हें देखना था वो दर्शक कहाँ गये? धर्म के वो रक्षक कहाँ गये? कौन परोस रहा आखिर ये बहशीपन धर्म के शान्तिपूर्ण मापदंड कहाँ गये?... Hindi · तेवरी 481 Share Neelam Sharma 11 Jun 2017 · 1 min read उल्लाला छंद उल्लाला छंद मृगनयनी है राधिका,मोहन चंचल मन अधीर। लाज हया सब भूलकर,मिलते हैं यमुना तीर। जाने जो बात हिय की, सुमीत उसे कहते हैं। छू जाये सबका हृदय, संगीत उसे... Hindi · तेवरी 1 2 1k Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read |नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी हम चोर लुटेरों ने घेरे हर सू है चीख-पुकार | इस बार || हम घने अंधेरों ने घेरे दिखती न रौशनी यार | इस बार || हम सेठ-कुबेरों ने घेरे... Hindi · तेवरी 588 Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी कोई तो किस्सा पावन हो, वृन्दावन हो अब चैन मिले मन को कुछ तो | तहखानों बीच न जीवन हो, घर-आँगन हो सुख के पायें साधन कुछ तो | अपमान... Hindi · तेवरी 734 Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read रमेशराज की एक तेवरी दारू से कुल्ला बम भोले अब खुल्लमखुल्ला बम भोले | ईमान बेचकर इस युग में खुश पण्डित-मुल्ला बम भोले | हर रोज सियासत मार रही चाँदों पे टुल्ला बम भोले... Hindi · तेवरी 523 Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी जनता पर वार उसी के हैं चैनल-अख़बार उसी के हैं | इसलिए उधर ही रंगत है सारे त्योहार उसी के हैं | सब अत्याचार उसी के हैं अब थानेदार उसी... Hindi · तेवरी 608 Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी पीयें ठर्रा-रम बम भोले हम सबसे उत्तम बम भोले | जनता से नाता तोड़ लिखें सत्ता के कॉलम बम भोले | + हम पै कट्टे-बम बम भोले हम यम के... Hindi · तेवरी 416 Share कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 1 min read मुक्तक-विन्यास में एक तेवरी मैं तो हूँ पावन बोल रहा अब पापी का मन बोल रहा | नित नारी को सम्मान मिले हँसकर दुर्योधन बोल रहा | सूखा को सावन बोल रहा अंधों का... Hindi · तेवरी 881 Share कवि रमेशराज 18 May 2017 · 1 min read तेवरी हिंसा से भरा हुआ नारा अब बोले धर्म बचाना है हर ओर धधकता अंगारा अब बोले धर्म बचाना है | जो कभी सहारा नहीं बना अपने बूढ़े माँ-बापों का ऐसा... Hindi · तेवरी 713 Share कवि रमेशराज 18 May 2017 · 1 min read तेवरी जिनको देना जल कहाँ गये सत्ता के बादल कहाँ गये ? कड़वापन कौन परोस गया मीठे-मीठे फल कहाँ गये ? जनता थामे प्रश्नावलियां सब सरकारी हल कहाँ गये ? जो... Hindi · तेवरी 677 Share कवि रमेशराज 18 May 2017 · 1 min read तेवरी गुलशन पै बहस नहीं करता मधुवन पै बहस नहीं करता । जो भी मरुथल में अब बदला सावन पै बहस नहीं करता | कहते हैं इसे न्यूज़-चैनल ये जन पै... Hindi · तेवरी 388 Share Yash Tanha Shayar Hu 13 May 2017 · 1 min read ना करो ऐतबार ना करो ऐतबार सनम इस दिल का, दिल की सरहद पर लिखा बग़ावत है, ईमानदार लोगो के इस जंहा में, बेईमान लोगो का, कौन जाने घर कहा है, संभल कर... Hindi · तेवरी 1 862 Share कवि रमेशराज 10 May 2017 · 1 min read || तेवरी || सूखा का कोई हल देगा मत सोचो बादल जल देगा | जो बृक्ष सियासत ने रोपा ये नहीं किसी को फल देगा | बस यही सोचते अब रहिए वो सबको... Hindi · तेवरी 380 Share कवि रमेशराज 6 May 2017 · 1 min read तेवरी उसकी बातों में जाल नये होने हैं खड़े बवाल नये | बागों को उसकी नज़र लगी अब फूल न देगी डाल नये | छलना है उसको और अभी लेकर पूजा... Hindi · तेवरी 602 Share कवि रमेशराज 6 May 2017 · 1 min read तेवरी खुशियों के मंजर छीनेगा रोजी-रोटी-घर छीनेगा | है लालच का ये दौर नया पंछी तक के पर छीनेगा | हम जीयें सिर्फ सवालों में इस खातिर उत्तर छीनेगा | वो... Hindi · तेवरी 1 710 Share कवि रमेशराज 4 May 2017 · 1 min read तेवरी मैं भी अगर भाट बन जाता गुण्डों को सेवक बतलाता | कोयल के बदले कौवों को सच्चा स्वर-सम्राट सुझाता | सारे के सारे खलनायक मेरे होते भाग्य-विधाता | ज़हर घोलता... Hindi · तेवरी 434 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 3 min read रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरी....1. ----------------------------------------------- कैसे भये डिजीटल ऊधौ पहले थे हम सोने जैसे, अब हैं पीतल ऊधौ | अब हर बात तुम्हारी लगती है छल ही... Hindi · तेवरी 429 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 1 min read किसानों की दुर्दशा पर एक तेवरी- सरकारी कारण लुटौ खूब कृषक कौ धान रह गयौ बिना रुपैया, धान कौ हाय बुवैया | दरवाजे पे कृषक के ठाडौ साहूकार ब्याज के बदले भैया, खोलि लै जावै गैया... Hindi · तेवरी 904 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 1 min read लोकशैली में तेवरी नारे थे यहाँ स्वदेशी के हम बने विदेशी माल , सुन लाल ! अपने हैं ढोल नगाड़े पर ये मढ़े चीन की खाल , सुन लाल ! हम गदगद अपने... Hindi · तेवरी 385 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 1 min read वर्णिक छंद में तेवरी गण- [राजभा राजभा राजभा राजभा ] छंद से मिलती जुलती बहर –फ़ायलुन फ़ायलुन फ़ायलुन फ़ायलुन ................................................................... आपने नूर की क्या नदी लूट ली गीत के नैन की रोशनी लूट ली... Hindi · तेवरी 443 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 1 min read लोकशैली में तेवरी सडकों पै मारपिटाई करते बर्बर आतताई होते सरेआम उत्पात दरोगा ठाड़ो देखै | हाथों में छुरी तमंचे जन को लूट रहे नित गुंडे गोदें चाहे जिसका गात दरोगा ठाड़ो देखै... Hindi · तेवरी 428 Share कवि रमेशराज 3 May 2017 · 1 min read रमेशराज की तेवरी जनता की थाली बम भोले अब खाली-खाली बम भोले | श्रम जिसके खून-पसीने में उसको ही गाली बम भोले | इस युग के सब गाँधीवादी कर लिए दुनाली बम भोले... Hindi · तेवरी 747 Share DrRaghunath Mishr 2 Jan 2017 · 1 min read जनक छंद में तेवरी छंद विधान: मापनी: हर प्रथम पंक्ति में मात्राएँ 22 22 212 =13 हर दुसरी पंक्ति में 22 22 212, 22 22 212 अर्थात इस तरह 13,13 पर यति गंदे से... Hindi · तेवरी 405 Share DrRaghunath Mishr 23 Dec 2016 · 1 min read तेवरी मौजूदा दशा आज का राजनेता 12 अमीरों को ही सदा देता 16 गरीबों से ही छीन लेता, परंपरा इस देश की .16,13 =29 जो आदर्शवादी है बहुत मोह माया वादी... Hindi · तेवरी 369 Share Previous Page 4 Next