Posts Tag: गीतिका 544 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 18 Mar 2025 · 1 min read गीतिका गीतिका ~~~~ मिट जाती हैं दूरियां, आ जाते जब पास। और पनप जाता सहज, आपस में विश्वास। दृश्य निखर उठते सभी, मिट जाती है धुंध। फूल खिला करते सदा, जब... Hindi · Quote Writer · गीतिका · दोहा छंद · मधुमास 1 1 13 Share surenderpal vaidya 16 Mar 2025 · 1 min read स्नेह बढ़ाएं गीतिका ~~~~ छोड़ें सोच विचार, सभी से स्नेह बढ़ाएं। तजकर टाल मटोल, सामने नज़र मिलाएं। समाधान हो शीघ्र, सभी शंकाओं का जब। खूब बढ़ेगा प्यार, सभी अवरोध हटाएं। खिली खिली... Hindi · गीतिका · फागुन · रोला छंद 1 1 13 Share Mahesh Ojha 12 Mar 2025 · 1 min read हाय रे ज़िंदगी!!!!! हालत ऐसी कि ज़िल्लत भी गंवारा है मुझे हाय रे ज़िंदगी, तूने घेर कर मारा है मुझे खुशियों के हर साए से महरूम कर दिया, हर अपने को बेगाना सा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 72 Share पंकज परिंदा 9 Mar 2025 · 1 min read महिला दिवस विशेष...!! म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को, है गुज़ारिश बख्श दो तक़दीर को..! एक हद तक, ही रहीं बस, जुम्बिशें, कब तलक शर्म ओ हया की बंदिशें ज़ुल्म कर मुझ... Hindi · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 2 32 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2025 · 1 min read स्वीकार करना है गीतिका ~~~~ समय की हर चुनौती को हमें स्वीकार करना है। स्वयं को हर परीक्षा के लिए तैयार करना है। नहीं कोई यहां दुविधा खुले मन से बढ़ें आगे। सभी... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 26 Share Ramji Tiwari 6 Mar 2025 · 1 min read मैं निखर जाता हूँ मुख तेरा देखकर मैं निखर जाता हूँ। दिखती हो हर जगह मैं जिधर जाता हूँ। प्रेममय शरीर पे पाकर स्पर्श तेरा, पहले से कहीं ज्यादा सँवर जाता हूँ।। तेरे बिन... Hindi · गीतिका 28 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 26 Feb 2025 · 1 min read शिव शक्ति विवाह (महाशिवरात्रि) शिव शक्ति विवाह (महाशिवरात्रि) हर हर महादेव जय भोला शिव शक्ति विवाह होने वाला आयीं आज महाशिवरात्रि है पार्वती शंकर विवाह की घड़ी है चलो सब मिलकर विवाह में झूम... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 32 Share Ramji Tiwari 23 Feb 2025 · 1 min read रात सजने लगी शाम ढलने लगी रात सजने लगी दूर कानन कही वेणु बजने लगी तीव्र शीतल मधुर हवा बहने लगी पेड़ की ओट से प्रभा तकने लगी कुसुम रात रानी अब महकने... Hindi · गीतिका 26 Share Lokesh Dangi 17 Feb 2025 · 1 min read सत्य की राह सत्य की राह मैं खोज रहा था सत्य को, सूखे पत्तों की सरसराहट में, गंगा की लहरों के सुरों में, घाटों की आरतियों की ध्वनि में। कभी पर्वतों की चोटी... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 32 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2025 · 1 min read फासले कम करो गीतिका ~~~~ फासले कम करो पास आओ अभी। स्नेह का गीत प्रिय गुनगुनाओ अभी। भूल कर बात कल की निराशाजनक। दो कदम साहसी बन बढ़ाओ अभी। यह तमस भी स्वयं... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 30 Share Acharya Shilak Ram 30 Jan 2025 · 2 min read नरकालय नरकालय .............. जब भी देखता अव्यवस्था संसार! रोने का मन करता बार -बार!! कोशिश करता जितना खुद वश में! समान रहकर यश- अपयश में!! हस्तक्षेप करने का नहीं जुगाड़! आगे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत · गीतिका 35 Share surenderpal vaidya 20 Jan 2025 · 1 min read लेकर आस गीतिका ~~~~ जीवन तो चलता रहता है, हर हालत में लेकर आस। बहुत सताती है मानव को, कभी भूख और कभी प्यास। मुश्किल के पल भारी पड़ते, जब भी बढ़... Hindi · आल्ह छंद · गीतिका 1 38 Share surenderpal vaidya 9 Jan 2025 · 1 min read छलकता नहीं है गीतिका ~~~~ गरजता बहुत घन बरसता नहीं है। कलश है भरा तो छलकता नहीं है। बहुत कोशिशें की बताओ करें क्या, मगर मन कहीं आज लगता नहीं है। लिए जा... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगप्रयात छंद 1 1 39 Share surenderpal vaidya 9 Jan 2025 · 1 min read कोंपल गीतिका ~~~~ ठूंठ से कोंपल निकलती जा रही। बन यशस्वी खूब बढ़ती जा रही। हार को झुठला रही है शान से। है बहुत जीवंत दिखती जा रही। देखता जो भी... Hindi · आनंदवर्धक छंद · गीतिका 1 1 43 Share surenderpal vaidya 7 Jan 2025 · 1 min read व्यर्थ में गीतिका ~~~~ व्यर्थ में ही नहीं रूठ जाया करो। और कुछ बात मन की सुनाया करो। जब कभी चाह मन में मिलन की जगे। शीघ्र अपने कदम तुम बढ़ाया करो।... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 63 Share Acharya Shilak Ram 5 Jan 2025 · 1 min read *वो पगली* नभ सी उतरती हुई कोई परी ! रक्षा करना मेरी मेरे नरहरि!! ये पगली मुझे जानती ही नहीं है! मेरी दिव्यता पहचानती नहीं है!! फिर से कूड़े-कर्कट को ले आती... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत · गीतिका · हाइकु 99 Share surenderpal vaidya 5 Jan 2025 · 1 min read क्यों नहीं गीतिका ~~ क्यों हमें इस तरह तुम भुलाती रही। रात-दिन आपकी याद आती रही। छा रही है बहुत आज खामोशियां, बेवजह दिल हमारा दुखाती रही। चाहतें हैं मगर पूर्ण होती... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 72 Share Acharya Shilak Ram 31 Dec 2024 · 1 min read कुछ भी नया नहीं कुछ भी नया नहीं यहाँ सब कुछ पहले जैसा है! मुसीबतें पूर्ववत् मौजूद फिर नववर्ष यह कैसा है!! न मौसम में बदलाव कोई न ऋतुओं में परिवर्तन है! धोखाधड़ी पहले... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक · हाइकु 1 155 Share Acharya Shilak Ram 31 Dec 2024 · 2 min read *कुछ भी नया नहीं* कुछ भी नया नहीं यहाँ सब कुछ पहले जैसा है! मुसीबतें पूर्ववत् मौजूद फिर नववर्ष यह कैसा है!! न मौसम में बदलाव कोई न ऋतुओं में परिवर्तन है! धोखाधड़ी पहले... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · हाइकु 1 91 Share Mahesh Ojha 27 Dec 2024 · 1 min read उम्मीद का दिया तूफानों से लड़ता दिया है, अजब सा जलवा दिखा रहा है। हवा के झोंकों से पूछ लो तो, हौसले का किस्सा बता रहा है। जो जख्म हमको दिए थे दुश्मन,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 151 Share surenderpal vaidya 22 Dec 2024 · 1 min read अकेली रही जिन्दगी गीतिका ~~~~ स्वप्न देखे मगर साथ मिलता नहीं, आज फिर क्यों अकेली रही जिन्दगी। मुस्कुराती रही देख कर हाल अब, थी कभी खूब खेली रही जिन्दगी। चाहते हैं सभी फूल... गीतिका · छंद गंगोदक वाचिक 1 1 79 Share Rajesh Tiwari 16 Dec 2024 · 2 min read बूढ़ा बागवान बूढा बागवान फूटी किस्मत आज पिता की मांगे रोटी मान की। टूटे दर्पण सी हालत है बूढे बागवान की। उंगली पकड सिखाया चलना, मन ही मन मे फूला था। इतना... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 1 77 Share surenderpal vaidya 11 Dec 2024 · 1 min read संगीत गीतिका ~~~~ बरसे ज्यों आनंद घन, ऐसा है संगीत। बन जाता है जब कभी, मन का सच्चा मीत। साज अनेकों संग हैं, ढोलक और मृदंग। आदि काल से चल रही,... Hindi · गीतिका · दोहा गीतिका · संगीत 1 1 114 Share surenderpal vaidya 8 Dec 2024 · 1 min read इस धरा को गीतिका ~~~ इस धरा को प्यार करना हैं हमें। हर हृदय यह भाव भरना है हमें। हर तरह यह स्वच्छ निर्मल ही रहे। आचरण में धैर्य धरना है हमें। देखिए... आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 1 1 92 Share surenderpal vaidya 7 Dec 2024 · 1 min read चाहत गीतिका ~~~~ हृदय में है बहुत चाहत तुम्हें अपना बनाऊं मैं। हमेशा स्नेह से भरपूर लम्हों को बिताऊं मैं। न मन में बात आए अब कभी भी दूर जाने की।... Hindi · गीतिका · विधाता छन्द 1 1 87 Share Ashwani Kumar 7 Dec 2024 · 1 min read यार हम कैसे करें यार हम कैसे करें। तुम निभाओ दुश्मनी फिर प्यार हम कैसे करें ज़िंदगी तूझ पे भरोसा यार हम कैसे करें ख़ास है रिश्ता हमारे बीच इक उम्मीद का पर तुझे... Hindi · गीतिका 98 Share surenderpal vaidya 6 Dec 2024 · 1 min read बुनते रहे हैं गीतिका ~~~~ नये से स्वप्न हम बुनते रहे हैं। बहाने क्यों मगर सुनते रहे हैं। नहीं है मानता मन देखिए अब। महकते पुष्प प्रिय चुनते रहे हैं। नहीं है स्वार्थ... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 2 1 93 Share surenderpal vaidya 5 Dec 2024 · 1 min read झुक नहीं सकती गीतिका ~~~ बन सघन घन हर दिशा में छा रही है देखिए। नील नभ को भी झुकाती जा रही है देखिए। हर चुनौती को सहज स्वीकार कर लेती स्वयं। और... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · नारी शक्ति 2 2 76 Share surenderpal vaidya 2 Dec 2024 · 1 min read मंजिल नहीं जहां पर गीतिका ~~~~ मंजिल नहीं जहां पर उस राह पग धरें क्यों। सबका भला न जिसमें वह काम हम करें क्यों। हम प्यार ही करेंगे सब दूरियां भुलाकर। ये मूल्यवान आंसू... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 2 1 83 Share surenderpal vaidya 1 Dec 2024 · 1 min read आकाश में गीतिका ~~~~ आकाश में उड़ें हैं पंछी तरह तरह के। बिन भेदभावना से देखो सभी जगह के। जब छा रहे सघन घन देखो सभी दिशा में। अब क्या करें दिवस... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 108 Share Ashwani Kumar 24 Nov 2024 · 1 min read गीतिका ज़िंदगी को प्यार पहला मानकर अपना समझ चाहकर पाई नहीं हर चीज़ को सपना समझ फल नहीं मिलता बराबर कोशिशों का हरसमय एक रोटी के लिए दिन रात है खपना... Hindi · गीतिका 115 Share surenderpal vaidya 23 Nov 2024 · 1 min read नज़र चाहत भरी गीतिका ~~~ नहीं वश में रहा करती हमें जब भी मिलाती है। नज़र चाहत भरी प्रिय भावनाओं को जगाती है। नहीं बातें करो हमसे कभी अब दूर जाने की। मगर... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 97 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2024 · 1 min read समय बदलता गीतिका ~~~ धीरे धीरे समय बदलता, जाता है अपनी ही चाल। मौसम ने करवट बदली है, शीत ऋतु हो गई विकराल। देखो छोटे छोटे दिन हैं, लम्बी होती जाती रात।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 109 Share डी. के. निवातिया 22 Nov 2024 · 1 min read आऊंगा एक दिन, बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन, लहराते तेरे बदन पर ये तेरा पल्लू उड़ाऊंगा एक दिन, सरसरा उठेगा जब तेरा जिस्म इस अनजानी छुअन से, छूकर... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 90 Share Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छंद: हरिगीतिका : इस आवरण को फोड़कर। साथी पुराने मीत सब, सम्पर्क उनसे तोड़कर। जिनके लिए तुम खट रहे,सब स्वप्न अपने छोड़कर। जिसदिन लगाओगे गणित,तुमको समझ ये आएगा, पाया नहीं कुछ अंततः, रिश्ते नये ये जोड़कर। देते... Hindi · गीतिका 85 Share surenderpal vaidya 20 Nov 2024 · 1 min read मधुर संगीत की धुन गीतिका ~~~ सभी कुछ भूलकर अपनी ही धुन में डूबते जाना। मधुर संगीत की धुन पर सभी को झूमना गाना। पुराने वाद्य यन्त्रों के बहुत शौकीन हैं अब भी। जमाना... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 105 Share डी. के. निवातिया 18 Nov 2024 · 1 min read तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ, डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में, जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 93 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2024 · 1 min read प्रतीक्षा गीतिका ~~~ प्रतीक्षा धूप की करता रहा मन है। करें क्या छा गया लेकिन सघन घन है। दिशाएं भर गयी शीतल हवाओं से। बहुत धूमिल हुआ हर ओर आंगन है।... Hindi · गीतिका · पर्यावरण · सिंधु छंद 1 1 75 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2024 · 1 min read कठिन पथ पर गीतिका ~~ हमेशा राम का हम नाम लेंगे। कठिन पथ पर नहीं विश्राम लेंगे। अकेले राह कैसे कट सकेगी। किसी का हाथ भी हम थाम लेंगे। स्वयं जीवन सँवरता है... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 2 1 123 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read व्यर्थ यह जीवन गीतिका ~~~ व्यर्थ यह जीवन कभी जाए नहीं। दौर कष्टों का कभी आए नहीं। मुस्कुराहट है बहुत ही कीमती। लुप्त यह होने कभी पाए नहीं। है जरूरी मन प्रफुल्लित हो... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 82 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read मस्त बचपन गीतिका ~~~ मस्त बचपन की लहर है देखिए। बढ़ चली अपनी डगर है देखिए। भेद भावों की नहीं कोई खबर, खूब यह बचपन निडर है देखिए। गगरिया को थाम कर... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 1 104 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2024 · 1 min read संसार क्या देखें * गीतिका * ~~~~ प्रदूषित है धरा सारी यहां संसार क्या देखें। ग्रहण जब लग चुका मौसम हुए लाचार क्या देखें। नहीं खिल पा रहे हैं फूल पत्ते सूखते जाते।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 97 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read मिला क्या है गीतिका ~~ बढ़ाकर दूरियां तुमको मिला क्या है। बताते क्यों नहीं हमसे गिला क्या है। बहुत ही खूबसूरत मुस्कुराहट है। बताओ फूल मनभावन खिला क्या है। सभी है वाह करते... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 1 1 102 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read कर्म पथ पर गीतिका ~~~ कर्म पथ पर व्यक्ति जो उत्साह दिखलाता नहीं। वह सहज परिणाम में भी पूर्णता पाता नहीं। दूर रहने से कभी मजबूत रिश्ते कब हुए। वह अकेला ही रहा... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 134 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2024 · 1 min read रूप आपका गीतिका ~~ रूप आपका खूब सभी से, सुन्दर है। हर्षित मन में प्यार बहुत ही, प्रियकर है। अधरों पर मुस्कान सहज ही, जब खिलती। लगता जैसे स्नेह उमड़ता, सागर है।... Hindi · गीतिका · रास छंद 1 1 90 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2024 · 1 min read वादा निभाना गीतिका ~~ कभी जो भी करें वादा निभाना। निराशा में न रहना मुस्कुराना। समय है सामने जब खूबसूरत। नहीं अब व्यर्थ में इसको गँवाना। दिखाएं सत्य लाएं रौशनी में। पड़ा... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 1 1 118 Share surenderpal vaidya 26 Oct 2024 · 1 min read कदम आंधियों में गीतिका ~~~ जब कदम आंधियों में बढ़ेंगे नहीं। घन सघन मुश्किलों के छटेंगे नहीं। कूदना है नदी में जरूरी बहुत। श्रम बिना तो किनारे मिलेंगे नहीं। एकता में बहुत शक्ति... Hindi · गीतिका · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 112 Share surenderpal vaidya 25 Oct 2024 · 1 min read हमेशा जागते रहना गीतिका ~~~~ हमें हर हाल में मन में जमा सब मैल है धोना। हमेशा जागते रहना नहीं बेवक्त है सोना। बहुत ही मन लुभावन है बदलता जा रहा मौसम। खिले... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 136 Share Pramod kumar 24 Oct 2024 · 1 min read जिन्दगी का संघर्ष हमारी जिंदगी के बीच हम जिन जिन परिस्थितियों से गुजरते है हम लोग इतना संघर्ष करते है वो हम किसी से कह नहीं पाते हमने एक किताब लिखी है जो... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · गीतिका · पुस्तक समीक्षा 122 Share Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya" 23 Oct 2024 · 1 min read सुख दुख जीवन का संगम हैं भावों में भाव धधकती हो,अधरों पर मुस्कान चमकती हो। उस प्रेम भाव का क्या कहना,जिसमें रसधार न बहती हो ।। सनम जुस्तजू हो गई हैं, फिर मेरे दिल की तन्हाई... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · दोहा · मुक्तक 1 135 Share Page 1 Next