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Tag: ग़ज़ल
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ऐसी तो कोई जिद न थी
ऐसी तो कोई जिद न थी
Sumangal Singh Sikarwar
चेहरा
चेहरा
Sumangal Singh Sikarwar
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
sudhir kumar
*मैं और मेरी चाय*
*मैं और मेरी चाय*
sudhir kumar
*भूल कर इसकी मीठी बातों में मत आना*
*भूल कर इसकी मीठी बातों में मत आना*
sudhir kumar
कि घमंड ना करना जिंदगी में
कि घमंड ना करना जिंदगी में
Vishal Prajapati
इंतज़ार
इंतज़ार
Dipak Kumar
कैसे भूलूँ
कैसे भूलूँ
Dipak Kumar
यादों की तस्वीर
यादों की तस्वीर
Dipak Kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आइना हूं
आइना हूं
Sumangal Singh Sikarwar
दोस्ती
दोस्ती
Phool gufran
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Phool gufran
मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
चाहत
चाहत
Phool gufran
मौहब्बत
मौहब्बत
Phool gufran
मां
मां
Phool gufran
हालात
हालात
Phool gufran
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
यादों की सफ़र
यादों की सफ़र"
Dipak Kumar
बचपन
बचपन
Phool gufran
दीवाना दिल
दीवाना दिल
Dipak Kumar
व्यथा
व्यथा
विजय कुमार नामदेव
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
तेरा ग़म
तेरा ग़म
Dipak Kumar
में बेरोजगारी पर स्वार
में बेरोजगारी पर स्वार
भरत कुमार सोलंकी
खामोस है जमीं खामोस आसमां ,
खामोस है जमीं खामोस आसमां ,
Neeraj Mishra " नीर "
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी
मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन के सवालों का जवाब नाही
मन के सवालों का जवाब नाही
भरत कुमार सोलंकी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
ज़िन्दगी में अब बचा क्या है?
ज़िन्दगी में अब बचा क्या है?
Juhi Grover
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
जमाने से विद लेकर....
जमाने से विद लेकर....
Neeraj Mishra " नीर "
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
अंसार एटवी
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
अंसार एटवी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
अंसार एटवी
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
अंसार एटवी
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अंसार एटवी
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
वो ठोकर से गिराना चाहता है
वो ठोकर से गिराना चाहता है
अंसार एटवी
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
अंसार एटवी
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
अंसार एटवी
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
अंसार एटवी
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