Posts Tag: कविता 56k posts List Grid Previous Page 3 Next अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य *जी करता है बाबा बन जाऊं* बाबा बनके प्रॉपर्टी बनाऊं अपना खुद का बिज़नेस चलाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं धर्म... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · हास्य-व्यंग्य 5 Share Mahima shukla 6 May 2024 · 1 min read 🌸अनसुनी 🌸 कविता 🌸अनसुनी 🌸 ======== " कोई जिस्म बिकता नहीं कभी. बिकती है लाचारी कभी बिक जाती है म1!।ज़बूरी कभी बिकती है मजबूरीaa2aa2wa0 भूख का सौदा होता है कभी. कभी धोखों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है *फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है* भाई अपने भाई से, जुदा हो गया है | रिश्तों की मर्यादा ने , सीमाएं लांघ दी हैं इंसानियत का जज़्बा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 May 2024 · 1 min read मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी *मुझको अपनी शरण में ले लो ,हे मनमोहन हे गिरधारी* चरण कमल तेरे बलि – बाले जाऊं ,हे मनमोहन हे गिरधारी मिथ्या अभिमान से दूर रखो तुम, हे मनमोहन हे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · भजन 7 Share VINOD CHAUHAN 6 May 2024 · 1 min read कांटों से तकरार ना करना अन्जाने में कोई गुनाह हो जाए तो इन्कार ना करना फूलों की चाहत में लूटे हो काटों से तकरार ना करना रिमझिम रिमझिम बरसे बादल जब सावन का मौजम आए... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · कविता 1 7 Share Nitesh Shah 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक प्रेम रंग से भरी , सर ज़मी चाहिए दर्द को बाँट ले , आदमी चाहिए स्वार्थ की आग में, ये चमन जल रहा आदमी सा कोई , आदमी चाहिए ।। Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 9 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बेदर्दी मौसम🙏 बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 मौसम है अनजान रास्ता है सुनसान बर्फीली बयार बह रही संय संय नाद हो रही घन घन-घना अम्बर से गद गद पानी बरस रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 18 Share डॉ. एकान्त नेगी 6 May 2024 · 1 min read गांव का बचपन क्या मजबूरी थी जो साथ तूने मेरा छोड़ा ये सूना-सूना सावन तुझ बिन भाता नहीं नाराज क्यों हैं बादल जाकर पूछना कभी झूमता हुआ सावन अब क्यों आता नहीं टिप-टिप... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बचपन मिलता दुबारा🙏 बचपन आता दुबारा ************** बीते बचपन के वो दिन स्मृतियों से भरा पिटारा मस्ती भरा अल्लड़ का नदिन खेल कूद हुल्लड़ में बीतना खाना पीना गाना घूमना बेताज वादशाह बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 14 Share Bodhisatva kastooriya 6 May 2024 · 1 min read सबका साथ गली गली में चर्चा है इस बात की! दो शहजादे मिल बैठे किस बात पर? इक कहता आओ साईकिल पर बैठो, दूजा कहता है मुहर लगेगी हाथ पर !! मतदाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 12 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, ख़ामोशी यूं कुछ कह रही थी मेरे कान में, बेबसी झलक रही थी किसी की मुस्कान में! ये अमीर-सेठ तो कमबख़्त कारोबारी ठहरे, थोड़ी हँसी बिक रही थी गरीब की... Hindi · कविता · बाल कविता 9 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आकांक्षा की पतंग आकांक्षा की पतंग हो, वास्तविकता की डोर हो!! यूं अपनों का प्यार हो, खुशियों का शोर हो!! सपनों का आकाश हो, समरसता के तिल हो!! आत्मीयता का गुड़ हो, राष्ट्र... Hindi · कविता 7 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read आरक्षण: एक समीक्षात्मक लेख मैं सोच रहा एक लेख लिखूं, मैं भी लेखक बन जाऊं क्या, आरक्षण की लौ पर जलते, चिताओं की गाथा गाउं क्या!! जब था आरक्षण दिया गया, तब की स्थिति... Hindi · कविता · लेख 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read 🌳पृथ्वी का चंवर🌳 सत्य है! वृक्ष तू धरा का नव श्रृंगार है, हे पृथ्वी का चंवर, तेरी महिमा अपरंपार है!! मनस्वी तपस्वी सा, शीर्षासन किए खड़ा है, तेरी कृपा दृष्टि से ही, जलदों... Hindi · कविता 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read पिता एक उम्मीद है, एक आस है पिता एक उम्मीद है, एक आस है, परिवार की हिम्मत और विश्वास है!! बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उसके दिल में दफन कई मर्म हैं!! पिता ज़मीर है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 7 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read सावन का मेला आया सावन का मेला है, त्यौहार बड़ा अलबेला है हर हर बम बम गूंज रहा, जन- दर्शन को उमड़ रहा बादल अभिषेक को आए हैं, घनघोर घटाएं लाए हैं सावन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read मौत मंजिल है और जिंदगी है सफर मौत मंजिल है और जिंदगी है सफर में मौत मंजिल है, और जिंदगी है सफर इस सफर का, जहां में मजा लीजिए कब आएगी मंजिल, किसको पता लुफ्त हर घड़ी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read मिट्टी का एक घर मिट्टी का एक घर है मेरा, बरसात की चाहत रखता हूं!! कलेजा देख तो मेरा, मैं इसी तरह हर रोज़, मुसीबतों का सामना करता हूं!! आंखें ज़रूर नम हो जाती... Hindi · कविता · ग़ज़ल 6 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read भगवान शिव शंभू की स्तुति 🌺हर हर महादेव🔱🌺 शिव अमृत की पावन धारा, धो देती है हर कष्ट हमारा!! शिव का पाठ सदा सुखदाई, शिव के बिना है कौन सहाई!! शिव की निशदिन कीजो भक्ति,... Hindi · कविता 6 Share ललकार भारद्वाज 6 May 2024 · 1 min read मनु और मोदी एक मनु और एक हैं मोदी, दोनो ने निष्पक्ष ही होके। संपूर्ण धर्म को एक किया, फिर भी अपनो ने बदनाम किया।। एक ने जीवन को दी थी ज्योति, एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read चार कंधों पर जब, वे जान जा रहा था चार कंधों पर जब, वे जान जा रहा था मन ही मन में अपने, पश्चाताप आ रहा था राम नाम सत्य है संवेद स्वर आ रहा था सत्य बोलो गत्य... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 7 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी चलती है ज़िंदगी चलती है, एक धड़कन के वास्ते!! घड़ियां चल रही है, अपने समय के रास्ते!! मुद्दतों बाद एक मुस्कान, वो भी लाख शर्तों के साथ!! ये प्यार ना होगा कम,... Hindi · Quote Writer · कविता 13 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read नर्म वही जाड़े की धूप सूरज कुछ शर्माता, थोड़ा सा सकुचाता, धरती पर देरी से आता, बाहें अधखुली सी खोल कर मुस्काता!! धरती की बैचेनी पर घबराता, बिखरा कर कुछ किरणें अपनी, स्वप्न मृदुल कर... Hindi · कविता 1 9 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read गाती मीरा भक्ति भजन है गाती मीरा भक्ति भजन है, कृष्ण हृदय में उसके रमन है, सादा जीवन उसने बिताया, मोह उसने कान्हा से लगाया। नैनो मे उसने गोपाल समाया, बावली हुयी मीरा ऐसा बताया,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 2 6 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read हे ! निराकार रूप के देवता तुझमें है बसता, मुझमें है बसता, करू मै उसको प्रणाम हे ! हे! निराकार रूप के देवता, आदि अंत है तुझसे जुड़ा, जीवन ये मेरा तूने दिया है, तुम ही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 6 Share VINOD CHAUHAN 6 May 2024 · 1 min read कोई जिंदगी में यूँ ही आता नहीं कोई जिन्दगी में यूँ ही आता नहीं आ जाए तो फिर निभाता नहीं दो दिन की बस होती है ये दोस्ती कोई उम्र भर ये निभाता नहीं खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · कविता 12 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read तुम्ही हो तुम्ही हो मालिक, तुम्ही खुदा हो, तुम्ही इस जगत के, जगत पिता हो। तुम्ही हो अम्बर, तुम्ही धरा हो, तुम्ही जीवन के, मात-पिता हो। तुम्ही हो दाता, तुम्ही ईश्वर हो,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 9 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read चाहे जितनी देर लगे कण-कण का कल्याण करे, रोम-रोम में होता है बसा, ऐसी है निराकार की कथा, देता है वह अंत में स्वतः, करता है जो भक्ति सदा। चाहे जितनी देर लगे……।। मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 7 Share Kapil Kumar Gurjar 6 May 2024 · 1 min read अस्तित्व कौन चाहता है? अपना अस्तित्व खो देना ऐसे किसी धीमी हवा में उड़ते रेत की तरह पतझड़ में पेड से गिरते पत्तों की तरह घुप्प-अंधेरे में जलते दीयें से टकराते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 15 Share Kapil Kumar Gurjar 6 May 2024 · 1 min read रातें क्या, तुमने कभी पत्थर तोड़े है? उस काली स्याह रात में जिससे हम समझौता करते है एक गहरी नींद में सोने का या फिर एक ऐसा नाटक करते है जैसे-हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read करता हूँ, अरदास हे मालिक ! करता हूँ ,अरदास हे मालिक ! तेरे दर पर आया हूँ, तेरी कृपा से मै जो पाऊ, जीवन का मेरा प्रसाद बने। मोह माया भय लोभ क्रोध यह, शांति मिले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 5 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read संत की महिमा संतो की बात न कहिये, संत की ना कोई काया है, पूर्ण ज्ञान जो पा सका, आनंद उसकी ही छाया है। शांत मन प्रेम की वाणी, भोजन भिक्षा में पाया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 2 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read बाबा फ़क़ीर हमारे बाबा फ़क़ीर हमारे, हर लेते पीर सारे, दुःख झोली में अपनी भरते, दुआओं से भरते खुशियाँ सारी। एक फ़क़ीर संसार का, सूफ़ी गीत सुनता उसका, कण-कण हृदय प्रेम से भरता,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 2 6 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read जैन मुनि है महावीर स्वामी भगवान हो जैन मुनि है महावीर स्वामी भगवान हो, दर्शन कर लो तुम इनके आज हो, कहलाते है जिन ये खास हो, अपनाते है पंच महाव्रत हर बार हो, महावीर स्वामी जीता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 2 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read बुद्ध रूप में गुरू बन गये भ्रमण कर रहे भिक्खु जग में, बुद्ध रूप में गुरू बन गये , दे रहे है ज्ञान जगत को, पाने को मन शांति सबको। विश्व गुरू बने बुद्ध हमारे, खोज... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 8 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read संत हूँ मैं संत हूँ मैं, मेरी ना काया, मोह माया मुझमें ना बकाया । धारण करता पट एक निर्मल, हाथ कमंडल झोली खाली, गाता रहता गुणगान जगत का, ईश्वर के कल्याण गाथा।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 7 Share Chunnu Lal Gupta 6 May 2024 · 1 min read *** मैं प्यासा हूँ *** *** मैं प्यासा हूँ *** ------------------------ मानवीय संवेदनाओं की गहन अभिलाषा हूँ • मैं प्यासा हूँ - ऊंचे-ऊंचे महल,आफिसों,बंगलों में जीवन ढूंढ रहे पक्षियों में आज़ निराशा हूँ • मैं... Hindi · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 53 Share VINOD CHAUHAN 6 May 2024 · 1 min read दोस्ती क्या है दोस्ती क्या है क्या तुम जानते हो कहते हो तुम दोस्त हूँ मैं तुम्हारा तुम्हारे लिए जान दे दूँ अपनी क्या जान देने को कहते है दोस्ती मैं पूछता हूँ... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · कविता 1 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read आये हो तुम मेरे अंगना आये हो तुम मेरे अंगना, मेरी कुटिया मे तुम यूँ पधारो, कोटि कोटि नमन करू मै, दर्शन कर लूँ भर भर नैना। आये हो तुम मेरे अंगना, तेरी आओभगत मै... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 7 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read एक पल में जब हटेगी छाया खून पसीना खूब बहाया, अपने घमंड में खूब कमाया, दे सका कोई दान रे! क्या पायेगा उद्धार रे ? तेरी है नियत खोटी जग में, खोटा अगर इंसान है, एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 10 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read कैसे हुआ मै तुझसे दूर तेरी ही माया, तेरी ही काया, मालिक है तू, तेरी ही छाया । कैसे हुआ मैं तुझसे दूर, मन में बसा तू मेरे अंदर, हर पल करता मेरा सहारा, तू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 8 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read हे ईश्वर ! कर रहा हूँ मैं आराधना तेरी हे ईश्वर ! कर रहा हूँ मैं आराधना तेरी, अब चाह नहीं है मन मे मेरे, पाऊ कुछ और तेरे बिना, दर्शन के कुछ और सिवा। भज रहा हूँ नाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 8 Share Buddha Prakash 6 May 2024 · 1 min read उसकी याद कर ले , हे बन्दे ! उसकी याद कर ले , हे बन्दे ! जीवन जिसने तुझको दिया है, तेरी रक्षा उसने किया है, घाट घाट में फिर ना बन्दे, दिल में तेरे वास किया है।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 6 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 May 2024 · 1 min read अंगराज कर्ण अछि गरजन डोलैत सिंहासन— ‘हो भले ओ त्रिदेव,माधव—? हा!’ राधेय पधारो देस हमारे । दानवीर ! गौरवगाथा ! कोन ? वसुंधरा हुनिक सिंगार करैए दिव्यरत्न आ नेहक विपरीत सूतपुत्र कहितो... Hindi · कविता 9 Share Raju Gajbhiye 6 May 2024 · 1 min read रंग जाओ रंग जाओं ओ माई ... ओ माई ... ओ माई ... उस मासूम ने मुरझा हुआ चेहरा लेकर व भुख से व्याकुल होकर लगातार आवाज़ दे रहा था । घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read मातृशक्ति को नमन त्याग तपस्या की मूरत,सूरत प्रेम और बलिदान की नारी है धरती की पुत्री, जननी सकल जहान की सारी धरती गोद है उसकी, और आंचल है नीलगगन विश्व उसके वात्सल्य में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 12 Share डॉ. एकान्त नेगी 6 May 2024 · 1 min read सावन और बचपन घनन-घनन गरज रहे हैं पियक्कड़ मेघा अंगड़ाई लेकर मतवाला सावन झूम रहा घूंघट हटाके झाँक रही हैं काली घटायें उल्लसित बचपन बादलों को चूम रहा उतावली बारिश की थिरकती स्वेत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share Raju Gajbhiye 6 May 2024 · 1 min read मुलभुत प्रश्न मुलभुत प्रश्न ना बताओं रहस्यात्मक चमत्कार विचार ना फैलाओं कटुता , व्देष संकीर्णता विकार ना उलझाओं मुख्य मुलभुत समस्याओं को ना फैलाओं नदारद झुठी अफवाहों को हर एक का प्रश्न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 12 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2024 · 1 min read पूंछ टूटी तो आदमी हो जाओगे पेड़ पर उछलते कूदते बंदर की पूंछ, जब डालियों में फंसी तो बंदरिया जोर से हंसी ओ मेरे हमजोली अपनी पूंछ बचाओ ये टूटी तो आदमी हो जाओगे अपने साथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 19 Share Rekha Drolia 6 May 2024 · 1 min read क्या क्या बदले बहना बाबुल मैया बदले आँगन अमिया सखियाँ बदले उमंग तरंग प्रसंग बदले जीने के भी ढंग बदले काया साया छाया बदले आत्मा अंतस् अमाया बदले चाल ढाल ख़्याल बदले मन... Hindi · कविता 9 Share Previous Page 3 Next