Posts Tag: कविता 57k posts List Grid Previous Page 4 Next Rajesh Kumar Kaurav 16 May 2024 · 1 min read राम भजन सरसी छन्द राम जपो या जप लो कृष्णा,दोनों प्रभु के नाम। राम अयोध्या में जन्मे थे, कृष्णा मथुरा धाम। प्रभू राम त्रेता युग आए,कृष्णा द्वापर नाम । अब आ जाओ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share ABHA PANDEY 16 May 2024 · 1 min read *सीखो खुद पर हंसना* *खुद पर हंसना सीखो* बचपन की गलतियों पर, जवानी को हंसी आती है। जवानी की मूर्खता पर, बुढ़ापा हंसा करता है। यही अजब दस्तूर है जमाने का, सबको दूसरों पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 May 2024 · 1 min read हनुमान अष्टक हनुमानाष्टक राम भक्त हनुमान समाना। संकट मोचक को बलवाना।। तुलसी दास लिखी बहु महिमा। हनुमान अष्टक की गरिमा ।। आठ पद्य तुलसी जी गाये। अष्टक नाम पद्य कहलाये ।। बाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 May 2024 · 1 min read वंदना विनायक वंदना गणपति जी के द्वादश नामा। शुरू करें जपकर हर कामा।। नाम विनायक उनमें एका। सुमिरन करते जगे विवेका। सुमुख कपिल एकदंत गजानन। धूम्रकेतु विकट विघ्ननाशन।। गजकर्णक लम्बोदर कहते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Pratibha Pandey 16 May 2024 · 1 min read उमंग जगाना होगा #दिनांक:- 16/5/2024 #शीर्षक:- उमंग जगाना होगा पत्थर पेट में बांधकर, कब तक भूख सहेगी जिन्दगी ?? कैसे बदलेगी फुटपाथ की जिन्दगी ?? दो जून की रोटी के लिए, कब तक... Hindi · कविता 10 Share Ghanshyam Poddar 16 May 2024 · 1 min read किताब किताब सिखाती है; पढ़ना , लिखना, बोलना और जीना। किताब में है: ज्ञान, विज्ञान -कला, साहित्य -संस्कृति और असीमित गणित। किताब में मिलती है:: सत्यम, शिवम, सुंदरम और तीनों में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 12 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 16 May 2024 · 1 min read मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान हे मारूतिनंदन पवनपुत्र अंजनिलाला जय महावीर, अर्चन , वंदन करूं अभिनंदन तेरा हाथ जोड़ मैं कोटि कोटि। हे ज्ञान के सागर बजरंगी तेरी महिमा जग में... Hindi · कविता 16 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 16 May 2024 · 1 min read प्रेरणादायक कविता हार मैं मानू नहीं मार्ग कितना भी कठिन हो, हार मैं मानू नहीं, भारी भरकम भीड़ में भी, हार मैं मानू नही।। नित नई उम्मीदों के साथ, बढ़ती जा रही... Hindi · कविता 16 Share Sûrëkhâ 16 May 2024 · 1 min read बदलती फितरत हर लहज़ा, हर फितरत और हर क़िरदार देखा है भरी दुनिया में लोंगो का बदलता व्यवहार देखा है!! लोग मिलते हैं आपसे आपकी हैसियत देखकर! रिश्तों का हमनें भी एक... Poetry Writing Challenge-3 · इंसानियत अभी जिंदा है · कविता · बदलती फितरत · व्यवहार 9 Share Sûrëkhâ 16 May 2024 · 2 min read चलो बनाएं चलो बनाएं लोकल को वोकल बनाये चलो आज कुछ नया बनाये दुसरो के साये में खुद को न सजाकर आज फिर खुद से जद्दोजहद कर कोशिश नयी कुछ हटकर बनाये... Poetry Writing Challenge-3 · आज़ादी का गीत · कविता · देश भक्ति कविता · स्वतंत्रता और सीमाएँ 6 Share Mukta Rashmi 16 May 2024 · 1 min read *संत सर्वोच्च मानक हो जाये* वर्तमान परिस्थिति के मद्देनजर...... संत सर्वोच्च मानक हो जाये ______________________________ संत सर्वोच्च मानक हो जाये, यदि नृप पराक्रम पुरुषार्थ जाग्रत मार्ग अपनाये, शोर सुरों में मिलकर मधुर सरगम बन जाये,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 17 Share Sûrëkhâ 16 May 2024 · 1 min read ईष्र्या ईर्ष्या आज भी ईर्ष्या तू ना गई मेरे मन से आज भी पास होकर तुम इतराती हो या फिर दूर रहकर यूं मुझसे विद्वेष रखतीं हो… अक्सर कई बार पढ़ा... Poetry Writing Challenge-3 · अच्छाई-और-बुराई · ईष्र्या · कविता · मानसिक कष्ट 1 14 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read कविता बिन जीवन सूना कविता है तो जीवन सरस कविता बिन जीवन नीरस कविता जीवन में खुशियांँ भर देती कविता जीवन के गमों को दूर कर देती कविता जवानों में जोश भर देती कविता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share DrLakshman Jha Parimal 16 May 2024 · 1 min read "चुभती सत्ता " डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============== जूते अब चुभने लगे हैं जगह -जगह पैरों में छाले उभर गए हैं चलना अब दूभर हो गया है सारा बोझ पैरों पर ही पड़ने... Hindi · कविता 9 Share Mukta Rashmi 16 May 2024 · 1 min read * का बा v /s बा बा * का बा v/s बा बा __________________________ का बा का बा रटते-रटते चढ़ गयी चने की झाड़ पर, टोंटी वाले कब लाओगे संसद के दुअरिया। बेदर्दी कजरी ने मोहे फांसा भ्रम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 14 Share दुष्यन्त 'बाबा' 16 May 2024 · 1 min read दस्त बदरिया (हास्य-विनोद) एक कविता आप देखिए जिसका कवि के दस्तों से कोई सम्बंध नही है अर्थात इसमें लिए गए प्रतीकों को दस्त के दौरान होने वाली घटनाओं से कतई न जोड़ें... प्रस्तुत... Hindi · कविता · गीत · हास्य 13 Share Awadhesh Singh 16 May 2024 · 1 min read जून की कड़ी दुपहरी जून की कड़ी दुपहरी ****************** प्रिय तुम , स्मृतियों की शीतलता टांक दो मेरी कमीज पर ऊपर से तीसरी बटन की जगह ताकि यह हृदय के ऊपर ही रहे इस... Poetry Writing Challenge-3 · Love Poetry · Poetry By Awadheshsingh · कविता 1 14 Share Awadhesh Singh 16 May 2024 · 1 min read नज्म- नजर मिला नज्म- नजर मिला ========== कभी तू भी मुझसे नजर मिला कभी तू भी मेरी राह आ । कि तू मुद्दतों से दूर है ये दिल गमों से चूर है तनहाई... Poetry Writing Challenge-3 · Awadheshsingh · Lovepoetry · Poetry · कविता 1 16 Share Awadhesh Singh 16 May 2024 · 1 min read बरक्कत बरक्कत ******** तुम डिब्बों में तलाशती रहीं घर की बचत कहती रहीं यही है बरक्कत मैं सब्जी की दुकान में छांटता रहा बासी के ढेर में पड़ी ताजी सब्जी... मैं... Poetry Writing Challenge-3 · Awadheshsingh · Lovepoetry · Poetry · कविता 1 18 Share Neeraj Mishra " नीर " 16 May 2024 · 1 min read गरीबी गरीबी भी अजीब , ढंग से पेश आती एक तो चादर फटी ऊपर से ठंड बढ़ी परेशान हो गया जिंदगी से कभी भर पेट तो काभी भूखे पेट भरा हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share Adha Deshwal 16 May 2024 · 1 min read मेरा सपना मेरा सपना मेरा है, किसी की दी हुई दौलत नहीं है, सपना भले ही बड़ा देखो, मगर पूरा देखो, लोग तो रोकेंगे भी, और टोकेगे भी, लेकिन तुम अपना देखो,... Poetry Writing Challenge-3 · Reality · कविता · कहानी 5 31 Share Neeraj Mishra " नीर " 16 May 2024 · 1 min read महाकाल महिमा कल कल बहती गंग धारा , जिन जटओं से कंठ नीला पड़ गया हो , जहर की धाराओं से सर्प ले रहा हो अंगड़ैया , जिस शिरोधरा पर तांडव कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका 1 13 Share Awadhesh Singh 16 May 2024 · 1 min read मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो उम्र की आधी सदी के पार लफ्जों से नहीं बल्कि इशारों में उमड़ता है प्यार किचन के लिए मेरी पसंद - जरूरतों की फेहरिस्त बनाते हुए मेरा सुझाव और सहयोग... Poetry Writing Challenge-3 · Love · कविता 1 13 Share ABHA PANDEY 16 May 2024 · 1 min read *यह कैसा न्याय* *यह कैसा न्याय* कहीं है अति का सागर, कहीं बिलखती भूख अपार। ना उन्हें पता क्षुधा होती है क्या, ना इन्हें पता तृप्ति चीज है क्या। कर्मों के सब लेख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 14 Share ABHA PANDEY 16 May 2024 · 1 min read *स्वयं से मिलन* *स्वयं से मिलन* (कोरोना/लॉकडाउन) आपदा के इस प्रहर में, घर से बाहर में जो झांकी, गली सुनसान राहें वीरान, जाना अनजाना कोई, साया नजर नहीं आया। मैं सिहर कर लौट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 May 2024 · 1 min read विदा पल कहूं कैसे, बिटिया आती रहना कैसे मैं कह दूं, बेटी है परायी, बड़ी मन्नतों से परी सी है आई!! बेटी है तो घर में, रंगोली है सजती, बेटी है पायल, रूनझुन सी बजती!! मोती है,माला... Hindi · कविता 18 Share Ghanshyam Poddar 16 May 2024 · 2 min read शहीद का गांव चलकर गया था जो शान से, अपने कर्मक्षेत्र को, ताबूत में होकर बंद तिरंगे के साथ कंधो पे आया है। संघर्ष में होकर शहीद सहर्ष मातृभूमि की बलवेदी पर अपनों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 15 Share Mukta Rashmi 16 May 2024 · 2 min read *वह अनाथ चिड़िया* वह अनाथ चिड़िया!_____________________ हाड़ कंपाती पूस की ठंढ़, सिर से पाँव ढंके तन , सूरज की हल्की लाली संग मैं बाहर घर से निकली थी। काँटों की झुरमुट से क्रंदन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share Sûrëkhâ 16 May 2024 · 1 min read गुस्सा गुस्सा हां देखो! मैने अभी अभी गुस्से को यूं आते देखा है “नाक “पे ज़रा अपनी “नाक” को यूं चढ़ाते देखा है है जो तैश में ताव, वो उबाल यहां... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गुस्सा एक शारीरिक हानि · गुस्से का अपहरण · गुस्से का गुब्बारा 12 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों जन जन के पीड़ा को मन ने गंतव्य निधि में पाया हैं वाम पंथ धर्म अपनाते नेताओं को हमने पाया हैं सहादत पर वोट मांगते, जनता के दरबारों से व्यथा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मेघनाद लंका का वह गर्व धरोहर, कुल का वह अभिमान हैं इंद्रदेव को जीतने वाला, वह बालक तो बलवान हैं युद्ध को निर्णायक पथ पर, करना उसकी शान हैं आत्मज जी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read श्रद्धांजलि समर्पित कुल भूषण प्रतिष्ठ कलश को, मेघ नीर पंकिल किए सुशोभित गृह बाखर मेरे, विशिक चाप् से झील किए आकर प्रपंच के मानवता में, मंगल राहु शनि भूत हुए अरण्य कृशानु,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मन का प्रोत्साहन उपवन खिली बहार थीं, आशाओं के पहने हार थीं स्रोतस्विनी के धार में, अवलम्ब बनी पतवार थीं निराशाओं में आश जगाने, वाली तेरी पहचान थीं किलिष्ट कड़ी घटना को, सुलझाने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read शिव जी प्रसंग श्वेत शैल, सिंहासन हिम गिरी, नन्दी की सवारी बाघम्बर का छाला पहनें, महादेव त्रिपुरारी सुशोभित भुजा में बांधे, रुद्राक्ष की माला पहनें हीरा मोती आभूषण, भुजंग मुंड की माला शशिभूषण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read संघर्ष मंजिले तड़प रहीं, मिलने को ए सिपाही सोचता क्या हैं तू, बन संघर्ष का राहीं चक्र हैं घटना क्रम, मिश्रित सफल कहानी बहा कर देख ले, तन सीकर का पानी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read महाराणा प्रताप मुग़लों के दाँत हुये खटे, मेवाड़ी राज पूतनो से हल्दी घाटी हो गयी घायल, मुगल सिसोदिया राज घरानो से बरछी भाल कटारी लेकर, चेतक के टँकारो से राणा को तो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मुज़रिम सी खड़ी बेपनाह प्यार में गुम शुम बैठी रही मैं सुबह शाम में नैन आँसू उदासी कैसे भेजू पैग़ाम में दिल डूबा हुआ मेहबूब याद में इश्क़ की जंजीर तोड़े किस ख्यालें आजाद में उह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मैं(गाँव) तड़प रहा हूँ पल-पल में वीभत्स का तू धूप लिया हैं मानसिकता अगुण रूप लिया हैं भाई-चारा लूट लिया हैं धन वैभव मन खोट किया हैं जाति-पाती के दल-दल में अनैतिकता के हल-चल में व्यक्ति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read द्रौपदी मामा शकुनी की वह चाल द्रुत क्रीड़ा में किया कमाल दास बने बैठे सब पाण्डव छल से जीता हर एक दाव धर्मराज नहीं धर्म निभाये पत्नी को भी दाव लगाये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मेरा हृदय मेरी डायरी कुर्सी मेज़ कलम की यारी अंतर मन में कवि को प्यारी मिश्रित भाव की मेरी शायरी मेरा हृदय, मेरी डायरी ज्योति दीप प्रेरित अभिलाषा प्रकृत भाव की मेरी भाषा सार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read अधूरा मिलन मिलकर भी ना मिल सके आप से दो क्षण ही सही हम जुड़े आप से भीतर भीतर हमें भी ग्लानि हुई मेरे मौन शब्द ना जुबानी हुई सोचा बहुत सा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं सच्चे प्रेम की तीखी बोली, मृत्यु सुनिश्चित करवाता हैं रण कौशल का मूल खिलाड़ी, शून्य गति को जाता हैं मूल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read कर्त्तव्य के विरुद्ध हो अटका हुआ हैं सारंग धारा के चाल में भटका हुआ हैं निर्मोही माया के जाल में दोष कैसे मढ़े किसी तनुजा के शीश को अनुचित विभक्ति ग्रहण करें नित्य विष... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read फाल्गुन महिनवा में पतझड़ महीना नई आश लेई आईल अमवा बऊर देखी मन हर्षा-ईल पौधा पुष्प खिला दी अंगनईयाँ फाल्गुन महिनवा में धली रेल गड़ियाँ रतिया में हम के बीरावे ले अजोरियाँ धई-धई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read प्रकृत की हर कला निराली छप्पन भोग सजा दे थाली श्रृंगार सुशोभित करने वाली ममता स्नेह की इनकी प्यारी उपवन की सजा वे क्यारी भू- गर्भ सी क्षमता वाली उपमा सी ये शक्तिशाली प्रकृत की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read द्वार खुले, कारागार कक्ष की द्वितीय घड़ी, वह कृष्ण पक्ष की द्वार खुले, कारागार कक्ष की उमड़ घुमड़ घन, शोहर गाते शेषनाग फन, छप्पर छाते माँ यमुना हैं, चरण पखारत लालच नारद, मुनि को आवत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read अनमोल दोस्ती अनमोल दोस्ती का अनमोल तू खजाना जीवन सोपान पद का पहचान भी कराना अदृश्य डोर बंधकर, एहसास भी कराना कमजोर जब पड़े तो विश्वास भी जगाना ए दोस्त तू मेरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 12 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read दर्द कहूं कैसे दर्द कहूं मैं अपने कैसे सपने दफन हुए हैं जैसे बड़े सिखाएं मर्यादा को भंग करें कानूनी कायदा को नियम विच्छेदन करते जाए छोटो को नया पाठ पढ़ाए गांवों के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read तेरा ही आभाव हैं जीवन के दर्पण में खुद का ही गुणगान हैं संताप की धरती में अनेकों बलिदान हैं रहस्य की दुनिया में रहस्य-मयी घाव हैं तूफान के आगोश में डूबने को नाव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Er.Navaneet R Shandily 16 May 2024 · 1 min read तुझे बनाऊँ, दुल्हन घर की कुछ हैं अधूरा कुछ हैं पूरा नव-जीवन का नया सवेरा किस जन्म का रिश्ता तेरा मिलने को मन करता मेरा तू सपना हिय के मंदिर की तुझे बनाऊँ, दुल्हन घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share Previous Page 4 Next