Shashi kala vyas Language: Hindi 464 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashi kala vyas 12 May 2024 · 8 min read ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है " ये बिल्कुल मेरी मां जैसी है" माँ सबकी जगह ले सकती है लेकिन माँ की जगह कोई भी नहीं ले सकता है। "कार्डिनल मेमीलाड" "मां से बड़ा हमदर्द और... Hindi 17 Share Shashi kala vyas 3 Apr 2024 · 2 min read *सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा, *भीष्म पितामह की तरह से, कांटो भरी शय्या पर लेटे हुए, श्री राम भक्त *नरेश प्रसाद दुबे* ईश्वर की शरण में जाने को बैचेन रहते। *आंखों से देख नहीं पाते... Hindi · कविता 3 2 99 Share Shashi kala vyas 16 Feb 2024 · 1 min read *"परछाई"* *परछाई* खुद की परछाई देख ये प्रश्न उमड़ आया , क्यों कभी उजली तन कभी श्यामल काया। कुंठित मन दुखी हो श्याम वर्ण सी काया, मन प्रसन्न हो तब निखरी... Hindi · कविता 1 101 Share Shashi kala vyas 2 Oct 2023 · 3 min read *"बापू जी"* *"बापू जी"* आज 2अक्टूबर बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि आज दो महान व्यक्ति विभूतियों का जन्मदिन है जिन्होंने सच्चाई के राह पर चलकर अपनी कठिन परिस्थितियों में जीवन गुजारा।... Hindi 163 Share Shashi kala vyas 27 Sep 2023 · 1 min read *"मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो"* *मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो* हर अंदाज निराला होता है, जब प्रभु तुम मेरे साथ होते हो। तुमसे ही शक्ति तुमसे ही भक्ति मिली, तुमको ही अर्पण सर्वस्व समर्पण... Hindi 3 1 194 Share Shashi kala vyas 2 Sep 2023 · 5 min read *देश की आत्मा है हिंदी* *"देश की आत्मा है हिंदी"* हिंदी भाषा अधिकतर राज्यों में लिखी जाने वाली भाषा में से एक है हम जिस परिवेश में जन्म लेते हैं उसी संस्कृति की धरोहर की... Hindi 1 1 368 Share Shashi kala vyas 18 Aug 2023 · 4 min read *धन्यवाद* *"धन्यवाद"* शुक्रिया या धन्यवाद एक बहुत छोटा सा शब्द है लेकिन शुक्रिया अदा करने से शरीर में अंतरआत्मा में जो प्रबल शक्ति मिलती है वह किसी चमत्कार से कम नही... Hindi · आलेख 1 2 386 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *मनुष्य शरीर* *पुरुष का वह शरीर कहा गया है इससे बढ़कर अशुद्ध ,पराधीन ,दुखमय और अस्थिर दूसरी कोई वस्तु नहीं है।शरीर ही सब विपत्तियों का मूल कारण है उससे युक्त हुआ पुरुष... Hindi 1 1 324 Share Shashi kala vyas 6 Aug 2023 · 1 min read *आत्मा की वास्तविक स्थिति* *आत्मा की वास्तविक स्थिति* चेतन बुद्धि ,इंद्रियां और शरीर से पार्थक्य अवश्य है। आत्मा नामक कोई पदार्थ निश्चय ही विद्यमान है; परंतु उसकी सत्ता में किसी हेतु की उपलब्धि बहुत... Hindi 105 Share Shashi kala vyas 26 Jul 2023 · 5 min read *सत्य* *"सत्य" सत्य जीवन का आधार है सत्य वचन बोलना सुनना यथार्थ है परमार्थ है। वास्तविक जीवन की पहचान सत्य की राह चलने वाला हर व्यक्ति विघ्न बाधा को पार करते... Hindi 2 2 283 Share Shashi kala vyas 5 Jun 2023 · 1 min read *"प्रकृति की व्यथा"* *"प्रकृति की व्यथा"* प्रकृति की व्यथा सुनो ....! ! जो कभी किसी से कुछ न पाती। वृक्ष फल फूल देता लेकिन कुछ ना कह पाती। उठ जाग रे मानव प्रकृति... Hindi 1 267 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 3 min read *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* *"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"* जब कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बनाने के लिए सामने वाले व्यक्ति की निस्वार्थ भाव से सेवा देखभाल करता है तो उसे किसी बात... Hindi 5 1 407 Share Shashi kala vyas 2 Jun 2023 · 1 min read *"मजदूर की दो जून रोटी"* *"मजदूर की दो जून रोटी"* मेहनतकश मजदूर कठिन परिश्रम करता , रोजी रोटी की जुगाड़ में पसीना बहाते मजूरी करता। अचानक आये ये आपदा से बिखर गया निसहाय खड़ा रहता।... Hindi 2 1 464 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"तुम ही मेरा गुमान हो स्वाभिमान हो"* *तुम ही मेरा गुमान हो तुम ही मेरा अभिभान हो* पिता कर्म पिता धर्म पिता स्वर्ग , पिता सर्वश्रेष्ठ पूज्य देव तुल्य महान हो। मेरी प्रेरणा आदर्श उच्च विचारों की... Poetry Writing Challenge 1 195 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"भीगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* *"भींगी पलकें क्यों छुपा रहे हो"* नजरों से नजरें जब मिल गई , जुबां से कुछ ना बोल रहे हो। कुछ ना कहते फिर भी जाने क्यों , क्यों इतना... Poetry Writing Challenge 129 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 2 min read *"अन्नदाता"* *"अन्नदाता"* कृषि प्रधान भारत देश सोने की चिड़िया कहलाता। बंजर जमीन को उपजाऊ बनाके, बीज बोता सुनहरी फसल उगाता। सुबह सबेरे खेतों पे बैलों को बांधके, हल चला जुताई करने... Poetry Writing Challenge 2 274 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कलम की ताकत"* *"कलम की ताकत"* लेखनी जब कलमकारों के हाथों में चलती , तब आग की लौ लपेटे एक चिंगारी सी जलती , अंतर्मन तरंगों में ज्वाला धधकती हुई , जब शब्दों... Poetry Writing Challenge 1 186 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"मेघ आए हैं देखो बन ठन के"* *"मेघ आये बन ठन के"* धरा ने ओढ़ ली चुनरिया दुल्हन बनके , व्योम दूल्हा बने हैं, देखो सेहरा पहन के। उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये , चमक दामिनी चमकत... Poetry Writing Challenge 1 151 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"यूं ही कुछ नहीं होता जीवन में"* *"यूँ ही कुछ भी नही होता जीवन में"* अचानक *यूँ ही कुछ भी* हासिल नही होता, जीवन लक्ष्य बनाते हुए , जी जान से कड़ी मेहनत से , कुछ खोकर... Poetry Writing Challenge 3 1 497 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"ओ रे मांझी तू चल"* *"ओ रे मांझी तू चल"* दुर्गम पथ प्रदर्शक पथिक थक मत,ओ रे मांझी तू आगे बढ़ते चल..... सागर में उफनती लहरों के साथ में अपनी मंजिल तय करते चल... मीठी... Poetry Writing Challenge 4 2 229 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"कुदरत का करिश्मा है"* *कुदरत का करिश्मा"* कुदरत का ये खेल निराला , कहीं धरती हरीभरी हरियाली , कहीं सूखा प्रभावित बंजर भूमि, कहीं पानी भूकंप बाढ़ कहीं सूखी धरती , *कुदरत का करिश्मा... Poetry Writing Challenge 4 1 319 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"पावस ऋतु"* *"पावस ऋतु"* उमड़ घुमड़ गरजे मेघ , घनघोर घटा छाये। आसमान में लालिमा , मन हर्षित हो जाए। ****************** झूला डालो री सखी , सावन राजा आए। प्यारे गीत गाओ... Poetry Writing Challenge 1 315 Share Shashi kala vyas 1 Jun 2023 · 1 min read *"बारिश का पानी"* *"बारिश का पानी"* बूंदो की पड़ी फुहार ,रिमझिम सा बरसता वो बारिश का पानी। तनमन को भिंगोने आया ,आँगन में टपकता वो बारिश का पानी। मन की उम्मीदों को जगाने... Poetry Writing Challenge 3 1 263 Share Shashi kala vyas 31 May 2023 · 1 min read *"नमामि देवी नर्मदे"* *"नमामि देवी नर्मदे"* नमामि देवी नर्मदे हर हर कहते तुम्हें नमन। शिव के पसीने से प्रगटी हो करें आत्मचिंतन।नर्मदा जल पवित्र पावन हो जाये जब दर्शन। सुख देने वाली जलधारा... Poetry Writing Challenge 2 2 373 Share Shashi kala vyas 31 May 2023 · 1 min read *"धधक रही हृदय में ज्वाला"* *"धधक रही हृदय में ज्वाला"* अनगिनत सवालों से जूझते हुए, अंतर्मन में धधक रही ये ज्वाला। ओ मानव निर्लज्ज , बेखबर प्रकृति से क्यों करता खिलवाड़ , यही तो है... Poetry Writing Challenge 2 1 204 Share Shashi kala vyas 30 May 2023 · 2 min read *"दोस्ती की अनोखी मिसाल"* ***"दोस्ती की अनोखी मिसाल "*** रामचरित मानस में एक चौपाई लिखी गई है ; *"धीरज ,धर्म ,मित्र ,अरु नारी ।आपद काल परिखिये चारि ।"* अर्थात विपत्ति का ही वह समय... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता 6 3 264 Share Shashi kala vyas 30 May 2023 · 2 min read *"गंगा"* *"गंगा"* हिन्दू धर्म में गंगा नदी को पवित्र मानी जाती है देवी माँ के रूप में पूज्यनीय है।घर में प्रतिदिन पूजन में भी उपयोग किया जाता है गंगा नदी के... Hindi 2 207 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 3 min read *"टूट चुकी हूं निखरना बाकी है"* *"टूट चुकी हूँ निखरना बाकी है"* जीवन पथ पर चलते चलते , न जाने ये कैसी आँधी की लहर छाई। न कोई सूचना ना कोई अंदेशा .. सौ साल बाद... Poetry Writing Challenge 2 1 90 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 1 min read "*कभी तो खुली सी किताब हो जिंदगी"* *कभी तो खुली सी किताब हो जिंदगी* किताब के पन्नों को पलटते हुए निगाहें, थम सी गई ख्यालों में गुम हो गई जिंदगी। धड़कनें तेज हुई रिश्तों की दरकार से... Poetry Writing Challenge 1 1 269 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 2 min read *"उन्मुक्त गगन"* *"उन्मुक्त गगन"* उमड़ घुमड़ कर घिर आए काले बदरा छाए, पवन अविरल उन्मुक्त चले झूमे नाचे गीत गाती। अठखेलियाँ करता मन बावरा ,कुदरत को देख मचलती। बादलों में लुकाछिपी चाँद... Poetry Writing Challenge 5 1 255 Share Shashi kala vyas 29 May 2023 · 1 min read "*खुशबू बता रही है वो रास्ते में है"* *"खुशबू बता रही है वो रास्ते में है"* मौसम परिवर्तन पत्ते झड़ते जाते , नव तरु पल्लव फिर से उग आते , हरियाली से चहुँ ओर फैल जाते , उपवन... Poetry Writing Challenge 2 1 252 Share Shashi kala vyas 28 May 2023 · 2 min read *आज फिर तेरी जरूरत है* *"आज फिर जरूरत है तेरी"* उदास अँखियाँ जब किसी को ढूंढती है, तेरे सिवा मेरे पास और कोई नजर नहीं आता है। बस मेरे कान्हा तेरा दर्शन ही मुझे बहुत... Poetry Writing Challenge 6 2 310 Share Shashi kala vyas 27 May 2023 · 1 min read *झूठी दुनिया झूठे लोग* *"झूठी दुनिया झूठे लोग"* झूठी शान शौकत दिखावटी अजीब से लोग, सारे रिश्ते नाते छूटे ,काम क्रोध मद मोह लोभ, सामने मीठी बातें करते ,पीठ पीछे बुराई करते लोग। झूठी... Poetry Writing Challenge 3 1 961 Share Shashi kala vyas 26 May 2023 · 1 min read "*तुम सांझ ढले चले आना"* *"तुम साँझ ढले चले आना"* सुबह सबेरे सूर्य उदित हो , काम की धुन में हड़बड़ी लिए हुए, खामोश निगाहें पलकें झुकी हुई , इधर उधर हलचल भगदड़ मची हुई... Poetry Writing Challenge 5 1 312 Share Shashi kala vyas 25 May 2023 · 2 min read *"जीवन पथ"* *"जीवन पथ"* जीवन पथ का पथिक हूँ मैं , हिम्मत से आगे घुटनों के बल बड़ती रही, आंधी आये या तूफानों में खड़ी रही, मंजिल तक पहुंचने को अडिग ही... Poetry Writing Challenge 4 1 172 Share Shashi kala vyas 24 May 2023 · 1 min read "*छू लो आसमां को"* "*छू लो आसमां को"* छू लो आसमां को मंजिल अभी दूर है , आशायें कम ना हो, उम्मीद की किरणें अभी बाकी है। कुछ अरमान संजोये हुए , जो अधूरे... Poetry Writing Challenge 6 1 90 Share Shashi kala vyas 24 May 2023 · 1 min read "*सिद्धिदात्री मां"* *"सिद्धिदात्री माँ"* अष्ट सिद्धि नव निधि की अधिष्ठात्री , हे जगजननी शुभ मंगल आनंद करणी। अष्टभुजा माँ शक्ति स्वरूपिणी भयनाश भवतारिणी भयहारिणी। 🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱 अष्टभुजा शंख चक्र गदा पुष्प पद्मवासिनी बल... Poetry Writing Challenge 2 2 94 Share Shashi kala vyas 24 May 2023 · 1 min read *"सरस्वती वंदना"* *"सरस्वती वंदना"* ऐसा ज्ञान बहा दो मैया , चरणों में झुक जाऊँ मैं , तम अंधकार मिटा दो मैया , अंतर्ज्योति जलाऊँ मैं , *ऐसी प्रीत जगा दो मैया* *निज... Poetry Writing Challenge 4 3 113 Share Shashi kala vyas 23 May 2023 · 2 min read *नन्हीं सी गौरिया* *"नन्हीं सी गौरैया"* भोर होने से पहले जग जाती , सांझ ढलने पर सो जाती। सुबह सबेरे उठ ची ची चहकती , कलरव कर हमें संदेश दे जगाती। *वो नन्हीं... Poetry Writing Challenge 4 2 172 Share Shashi kala vyas 23 May 2023 · 1 min read *खामोशी अब लब्ज़ चाहती है* *खामोशी अब लफ्ज चाहती है* जीने का अंदाज बदल कर , तन्हाई में घुट घुट कर क्यों मरना , पुराने जमाने की बातें सुनना , आखिर ऐसा काम क्यों करना... Poetry Writing Challenge 3 1 127 Share Shashi kala vyas 23 May 2023 · 1 min read *कभी तो खुली किताब सी हो जिंदगी* *कभी तो खुली सी किताब हो जिंदगी* किताब के पन्नों को पलटते हुए निगाहें, थम सी गई ख्यालों में गुम हो गई जिंदगी। धड़कनें तेज हुई रिश्तों की दरकार से... Hindi 3 2 513 Share Shashi kala vyas 19 May 2023 · 1 min read वट सावित्री व्रत *"वट सावित्री"* ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि, वट सावित्री का व्रत ,सदा सुहागन वरदान है पाती। बरगद वृक्ष के नीचे दीप प्रज्वलित, सत्यवान ,सावित्री की मूर्ति रख, सुहाग... Hindi 2 2 437 Share Shashi kala vyas 14 May 2023 · 8 min read *ये बिल्कुल मेरी मां जैसी है* *मातृत्व दिवस आयोजन* " ये बिल्कुल मेरी मां जैसी है" माँ सबकी जगह ले सकती है लेकिन माँ की जगह कोई भी नहीं ले सकता है। "कार्डिनल मेमीलाड" "मां से... Hindi 2 338 Share Shashi kala vyas 13 May 2023 · 2 min read *खुशबू* *खुशबू* इन फूलो की खुशबू की महक दूर से ही, महकने लगती है। ईश्वर के पास महकते फूलो की ,खुशबू कर्म करने से पहले ही महकने लगती है । चाहे... Hindi · कविता 2 2 479 Share Shashi kala vyas 4 May 2023 · 1 min read नरसिंह अवतार *"नरसिंह अवतार"* विष्णु जी का रूप धारण नरसिंह जी लिए अवतार। प्रहलाद की भक्तिज्ञान विजय की हो जय जय जयकार। सच्चाई की विजय पथ पर मानव अपने मन मे उतार।... Hindi 1 486 Share Shashi kala vyas 3 May 2023 · 1 min read श्री विध्नेश्वर श्री विघ्नेश्वर एकदंताय , विघ्न विनाशक , प्रथम पूज्य गणेश , सुखकर्ता दुखहर्ता , विघ्नेश्वराय। वक्रतुण्डाय , गजवदन विनायक , रिद्धि सिद्धि दाता , गौरी नंदन , लम्बोदराय। गणपति ,... Hindi 1 501 Share Shashi kala vyas 1 May 2023 · 1 min read *श्रमिक मजदूर* *श्रमिक मजदूर* जीविकोपार्जन के लिए प्रत्येक मनुष्य संघर्ष करता है इस समय पूरे विश्व में केरोना विषाणु के कारण चारो ओर कोहराम मचा हुआ है इस संक्रमण के कारण बहुत... Hindi 333 Share Shashi kala vyas 1 May 2023 · 1 min read *मजदूर* *"मजदूर"* मजदूर , कठिन परिश्रम , खून पसीना बहाता, साधन जुटाता , प्रतिदिन। मेहनतकश , सच्चा ईमानदार , पत्थर तोड़ते हुए , भूखे पेट , भरणपोषण । कर्मयोगी , मजदूर... Hindi 186 Share Shashi kala vyas 29 Apr 2023 · 4 min read *सीता नवमी* *"सीता जी का अवतार"* रामायण के रामकथाओं में "सीता माता" के चरितार्थ मुख्य पात्र है सीता मैया मिथिला में जन्मी थी। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी... Hindi 1 1 731 Share Shashi kala vyas 22 Apr 2023 · 2 min read दशावतार *"दशावतार"* हमारे पौराणिक शास्त्रों में दशावतार व्रत के संबंध में बतलाया गया है कि यह व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस व्रत को... Hindi 1 530 Share Page 1 Next