Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2023 · 1 min read

*”ओ रे मांझी तू चल”*

“ओ रे मांझी तू चल”

दुर्गम पथ प्रदर्शक पथिक थक मत,ओ रे मांझी तू आगे बढ़ते चल…..
सागर में उफनती लहरों के साथ में अपनी मंजिल तय करते चल…
मीठी से ख्वाबों को सजाये ,निराले अंदाज में नैया पार करते हुए चल….
नील गगन में उन्मुक्त हवाओं संग पतवार खोते हुए चल….
हौसलों की उड़ान भर कर मंद गति से निरन्तर बढ़ते चल……
संपूर्ण धाराओं को चीरते हुए स्वछंद हवाओं संग बहते हुए चल….
उन सतरँगी किरणों की प्रकाश में छटाओं को निहारते हुए चल….
अंबर के अनगिनत चमकते सितारों संग ,जन्नत की सैर करते हुए चल ….
स्वप्न लोक की दुनिया में सीमित दायरों में आगे कदम बढ़ाते हुए चल…..
समय सीमाओं में बंधकर समुंदर की गहराइयों को नापते हुए चल…
ओ रे मांझी तू निरन्तर प्रभु सुमिरन कर गुणगान करते भवसागर से तरते हुए चल…..
ओ रे मांझी अपनी नैया पतवार से खोते हुए हिम्मत व साहस के साथ बढ़ते मुस्कराते हुए चल….! ! !
शशिकला व्यास शिल्पी✍️

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कदीमी याद
कदीमी याद
Sangeeta Beniwal
*एक्सपायरी डेट ढूँढते रह जाओगे (हास्य व्यंग्य)*
*एक्सपायरी डेट ढूँढते रह जाओगे (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll
सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll
गुप्तरत्न
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
Anil Mishra Prahari
मज़दूर दिवस विशेष
मज़दूर दिवस विशेष
Sonam Puneet Dubey
मोह माया ये ज़िंदगी सब फ़ँस गए इसके जाल में !
मोह माया ये ज़िंदगी सब फ़ँस गए इसके जाल में !
Neelam Chaudhary
2897.*पूर्णिका*
2897.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
Poonam Matia
वो बचपन था
वो बचपन था
Satish Srijan
बाल वीर दिवस
बाल वीर दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
हर दर्द से था वाकिफ हर रोज़ मर रहा हूं ।
हर दर्द से था वाकिफ हर रोज़ मर रहा हूं ।
Phool gufran
"मैं आग हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
Dr fauzia Naseem shad
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
बचा ले मुझे🙏🙏
बचा ले मुझे🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दलित समुदाय।
दलित समुदाय।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
# होड़
# होड़
Dheerja Sharma
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
*लोकमैथिली_हाइकु*
*लोकमैथिली_हाइकु*
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
Neelam Sharma
"" *स्वस्थ शरीर है पावन धाम* ""
सुनीलानंद महंत
आप और हम जीवन के सच................एक सोच
आप और हम जीवन के सच................एक सोच
Neeraj Agarwal
मन से हरो दर्प औ अभिमान
मन से हरो दर्प औ अभिमान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ओसमणी साहू 'ओश'
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
सब्र का फल
सब्र का फल
Bodhisatva kastooriya
Happy Mother's Day ❤️
Happy Mother's Day ❤️
NiYa
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
Loading...