Shailendra Aseem Tag: ग़ज़ल/गीतिका 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shailendra Aseem 20 May 2022 · 1 min read इक मुलाक़ात इक नज़र इक मुलाक़ात इक नज़र के लिए। है तरसती दुआ असर के लिए।। बस मेरी ही नज़र से पर्दा है, उनके दीदार हैं शहर के लिए। मालिके-ख़ुल्द ! काश हो जाये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share Shailendra Aseem 4 May 2022 · 1 min read धूप में मैं चला था आस लेकर रौशनी की, धूप में पाँव छालों से भरे हैं, ज़िन्दगी की धूप में दब गयी फ़रियाद, मोटी फाइलों के बोझ से मर गया इंसाफ़ देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share Shailendra Aseem 17 Jan 2022 · 1 min read ये हाल मेरे दिल का ये हाल मेरे दिल का दिलदार तक न पहुँचा ख़त लेके मेरा क़ासिद सरकार तक न पहुँचा बादे हयात भी मैं इक ऐसा परिन्दा हूँ 'जो छूटकर क़फ़स से गुलज़ार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 365 Share Shailendra Aseem 10 Jan 2022 · 1 min read चाँद से दिल लगा के चाँद से दिल लगा के बैठा हूँ चाँदनी में नहा के बैठा हूँ उस सितमगर से आशना दिल है चोट सारे भुला के बैठा हूँ ओढ़ ली है रिदा सियासत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share Shailendra Aseem 7 Jan 2022 · 1 min read अदब ही खेत है मेरा अगर मैं इक फ़साना हूँ तो ये उनवान है मेरा तेरी जागीर से प्यारा मुझे ईमान है मेरा बज़ाहिर यूँ तो मैं हर हाल में दिलशाद हूँ लेकिन चले आओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share Shailendra Aseem 16 Dec 2021 · 1 min read आपसे दूरियाँ आपसे दूरियाँ हो गयीं ख़्वाब सी चिट्ठियाँ हो गयीं कौन अब ज़ेह्नो-दिल में रहे ख़ाक ये बस्तियाँ हो गयीं पाँव अपने ज़मीं पर रहे चाँद सी रोटियाँ हो गयीं वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 423 Share Shailendra Aseem 6 Dec 2021 · 1 min read फ़िक्र का गहरा समन्दर फ़िक्र का गहरा समन्दर देखिए फिर अदब के लालो-गौहर देखिए हौसले से क्या नहीं मुमकिन हुआ जीत कर हारा सिकन्दर देखिए यूँ तो इक छोटा सा पंछी हूँ मगर छू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share Shailendra Aseem 1 Dec 2021 · 1 min read महकेगी शाम महकेगी शाम वक़्त वो तेरा भी आएगा ख़ुशियाँ लिए तमाम, सवेरा भी आएगा माना कि धूप तेज़ व रस्ते में ख़ार हैं मंज़िल पे सायबान घनेरा भी आएगा जलते दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 301 Share Shailendra Aseem 30 Nov 2021 · 1 min read कहने को तेरा कहने को तेरा हुस्न ज़माने के लिए है तू सिर्फ हसीं ख़्वाब सजाने के लिए है हर सुब्ह तुझे भूलने की सोच रहा हूँ हर शाम तेरी याद दिलाने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Shailendra Aseem 17 Nov 2021 · 1 min read उलझनें धड़कनों में पल रही हैं कल्पना की उलझनें पाँव से लिपटी हुई हैं वर्जना की उलझनें तुम तो सुख ठहरे, तुम्हारा हमसे क्या रिश्ता भला साथ अब देने लगी हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 339 Share Shailendra Aseem 16 Nov 2021 · 1 min read मैं लिखता हूँ दुनिया भर की बातें ख़ुद से करती है, मैं लिखता हूँ। लम्हा-लम्हा रात अकेली ढलती है, मैं लिखता हूँ।। तनहाई में टकराते हैं दर्दो-ग़म के पैमाने, दिल के मयख़ाने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 525 Share Shailendra Aseem 16 Nov 2021 · 1 min read मेरी भावना चाँद-तारों सी चमकी मेरी भावना। आपको पा के बहकी मेरी भावना।। दिल के पन्ने पे इक नाम रोशन हुआ, फिर गुलाबों सी महकी मेरी भावना। माँ के हाथों की रोटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 839 Share Shailendra Aseem 15 Nov 2021 · 1 min read साहिल के आस-पास साहिल के आस पास लिये जा रहा मुझे तूफान जो तबाह किये जा रहा मुझे खुद आसमां पे हो के भी वो चांद, देखिए हर रात नये ख़्वाब दिये जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 424 Share Shailendra Aseem 22 Oct 2021 · 1 min read हौसले की उड़ान हौसले की उड़ान है भाई आँख में आसमान है भाई मैं भजन तू अज़ान है भाई साथ हिन्दोस्तान है भाई फ़र्क़ उस दौर में रहा होगा आज सब कुछ समान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 628 Share Shailendra Aseem 19 Oct 2021 · 1 min read पलकों के दायरे में पलकों के दायरे में गिरफ़्तार हो गए लो हम भी आशिक़ी के गुनहगार हो गए बदले मिज़ाज यूँ हैं समन्दर के आजकल साहिल भी अब लहर के तलबगार हो गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 231 Share Shailendra Aseem 31 Aug 2021 · 1 min read राधिका मधुवन में महारास की पहचान राधिका अधरों पे जो कान्हा के, वो मुस्कान राधिका जग मन्त्रमुग्ध हो गया जिस टेर को सुनकर उस मोहिनी मुरली की मधुर तान राधिका बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 408 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read वो मिला मुझको वो मिला मुझको बेवफ़ा की तरह मैंने चाहा जिसे ख़ुदा की तरह याद ऐसे किसी की आई है जैसे आये कोई सबा की तरह देखता हूँ तो बहक जाता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 406 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read फिर नज़र में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ फिर नज़र में समाया हुआ है अब्र बनकर वो छाया हुआ है ख़्वाब जिसके लिए मुन्तज़िर थे वो हक़ीक़त में आया हुआ है। उनसे मिलकर मेरे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read वही मन का तरही ग़ज़ल --------------- मतला -------- वही मन का मेरे दरपन हुआ है जिसे पा कर मगन गुलशन हुआ है गिरह ------- चला मेले से हामिद ले के चिमटा 'खिलौनों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 384 Share Shailendra Aseem 5 Aug 2021 · 1 min read पा मुबारक तरही ग़ज़ल ~~~~~~ पा मुबारक इधर आते कभी फिर यार तेरे एक मुद्दत से नहीं हो सके दीदार तेरे राज़ की बात निगाहों ने बता ही डाली दिल में इक़रार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 196 Share Shailendra Aseem 30 Jul 2021 · 1 min read अँखिया में पानी तुहरी अँखिया में पानी बुझाते न बा पीर केतना सहीं हम, सहाते न बा रोज चूवेले टुटही पलानी नियन ई जिनिगिया के मड़ई छवाते न बा उनके अँगुरी के मुनरी... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 224 Share Shailendra Aseem 25 Jul 2021 · 1 min read दिल में कुछ रोज़ दिल में कुछ रोज़ अभी दर्द का आलम तो रहे अपनी आँखों में भी बरसात का मौसम तो रहे ज़ख़्म यह सोचकर भरने नहीं देता हूँ कभी ज़िन्दगी तुझसे कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Shailendra Aseem 18 Jul 2021 · 1 min read तुम्हारी आँख में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ तुम्हारी आँख में काजल नहीं है कि जैसे धूप में बादल नहीं है किधर को चल दिये इक रात में सब कहीं भी शह्र में हलचल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 304 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read फिर मेरे शेरो - सुख़न तरही ग़ज़ल ~~~~~~ फिर मेरे शेरो सुख़न से कोई जादू निकले काश ! नज़रों से मेरी हो के अगर तू निकले चार सू अब तो हलाहल ही नज़र आता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 341 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read हर तरफ है तबाही की कहानी हर तरफ है। क़यामत की निशानी हर तरफ है।। हमारी किश्तियाँ भी हैं सलामत, "अगर पानी ही पानी हर तरफ है।" न साक़ी है न रिन्दाना नज़ारे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 502 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read बात ये सच है बात ये सच है कि मैं हद से गुज़र जाऊँगा वो अगर फिर भी न माने तो किधर जाऊँगा मुझसे नफ़रत है तो मत खोल ये पलकें अपनी आँख के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read केहू फुलवा केहू फुलवा से रहिया सजावे, केहू कांटा बिछावल करेला चान कइसे के उतरी अँगनवा, लोग कनखी से ताकल करेला कवनो आन्ही हो, कवनो बवण्डर, बार बांका न करि पाई ओकर... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read बादल चन्दा बादल चन्दा तितली फूल समीर नहीं तुमसे सुन्दर दुनिया की तस्वीर नहीं जग जीता वह जिसने इसको जीत लिया दिल से बढ़कर कोई भी जागीर नहीं धरती से अम्बर तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 274 Share