Sarita Pandey Tag: मुक्तक 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarita Pandey 21 May 2020 · 1 min read अंधेरे तेरे कमरे के स्याह अंधेरों ने हमें अपने घर को रोशन करने ना दिया। Hindi · मुक्तक 1 382 Share Sarita Pandey 20 May 2020 · 1 min read भागना उससे बचकर चलते रहे हम सदा जहाँ जाकर रुके वहाँ बस वही था। Hindi · मुक्तक 2 718 Share Sarita Pandey 18 May 2020 · 1 min read बद्दुआ घबरा गया है दिल ना जाने क्यूँ आज उसकी बद्दुआ में बड़ी खामोशी थी। Hindi · मुक्तक 1 454 Share Sarita Pandey 9 Apr 2020 · 1 min read ख्वाहिश कह दो ना उस मौत से अपने घर चली जाय ख्वाहिशों का परिंदा अभी और उड़ना चाहता है। Hindi · मुक्तक 2 551 Share Sarita Pandey 7 Apr 2020 · 1 min read आशा-निराशा मजबूत बनने की चाहत में ना जाने अंदर तक कब और कितने टूट गये। Hindi · मुक्तक 2 358 Share Sarita Pandey 24 Mar 2020 · 1 min read आफ़त मुश्किल घड़ी है आफ़त बड़ी है फिर भी मुझको यकीं है दर्द का यह मँजर गुज़र जायेगा ये वक्त है यारों, ये कहाँ ठहरता है आज है, कल-परसों ये भी... Hindi · मुक्तक 308 Share Sarita Pandey 8 Mar 2020 · 1 min read औरत एक दिन याद करने को कोई किस्सा नही हूँ मैं याद रखों, इस समाज का एक अहम हिस्सा हूँ मैं। Hindi · मुक्तक 310 Share Sarita Pandey 15 Jan 2020 · 1 min read डाकिया वो जो डाकिया है ना रोज गुजर जाता है दरवाजे के सामने से तुम्हें पता तो याद है ना। -सरितासृजना Hindi · मुक्तक 2 306 Share Sarita Pandey 9 Jul 2019 · 1 min read मशहूर कोई उम्र नही होती मशहूर होने की ज़ज्बा तो रख कुछ कर गुजरने का ताकत तब तक समझ नही आती जब तक खुली हथेली बंद मुठ्ठी नही होती। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 600 Share Sarita Pandey 8 Jul 2019 · 1 min read मँजिल चल उठ ,कभी तो चल, कभी तो सफ़र पर निकल, रास्तों पर ना इंतजार कर, क्या पता कोई मँजिल , तेरा रास्ता निहारती हो। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 352 Share Sarita Pandey 4 Jul 2019 · 1 min read आरजू तुझसे मिलने की आरजू को बरसों दिल में दबाये रखा, एक टिमटिमाती रोशनी को बरसों दिल में जलाये रखा। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 273 Share Sarita Pandey 3 Apr 2019 · 1 min read तुम ये तो तय है कि मोहब्बत नही थी तुमसे कभी, मगर हाँ, ख्वाहिशों में तुम भी शामिल थी कभी। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 1 411 Share Sarita Pandey 3 Apr 2019 · 1 min read ख्याल कुछ इस कदर था खुद का ख्याल, तेरा खुबसूरत ख्याल नजर नही आया, शम्मां को फुर्सत कहाँ थी परवाने, तेरा जल जाना नजर नही आया। #सरितासजृना Hindi · मुक्तक 284 Share Sarita Pandey 3 Apr 2019 · 1 min read ख्वाब जी लेने दो मुझको भी ख्वाबों में, हकीकत में तो हर कोई जीता है, उधड़ी हुई पुरानी यादों के लिबास को, मन तनहाईयों में अक्सर, अकेले सीता है #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 540 Share Sarita Pandey 18 Dec 2018 · 1 min read प्यार उम्र गुज़र गई तुमको हमपें,हमकों तुमपें ऐतबार न हुआ, ना जाने क्यों हमको कभी,तुमसे "प्यार"न हुआ। नज़रों से नज़रे उलझती रही हमेशा, लब्ज़ो से कभी मगर कोई इकरार न हुआ।... Hindi · मुक्तक 367 Share Sarita Pandey 25 May 2018 · 1 min read कोई जहाँ कब्रे होती है वो कब्रिस्तान कहलाता है। मेरा दिल भी एक कब्रिस्तान है "सरिता" दफ़न है वहाँ पर कोई। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 553 Share Sarita Pandey 24 May 2018 · 1 min read "तुम" हाँ यह तय है की मोहब्बत नही थी तुमसे कभी मगर ख्वाहिशों में तुम भी शामिल थी कभी। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 518 Share Sarita Pandey 24 May 2018 · 1 min read अपनापन वो सामने से गुज़रा किए कई बार अज़नबियों से, और हम उनमें अपनापन तलाशते रह गये। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 290 Share Sarita Pandey 20 May 2018 · 1 min read जरुरी अधूरा है कुछ ,जिसको पूरा करना जरुरी है अब, इन कागज़ो पर मिसाल बनकर उभर जाय, ऐसा कुछ लिखना जरुरी है अब। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 263 Share Sarita Pandey 17 May 2018 · 1 min read किस्मत तोड़ना है तेरी फितरत, और जोड़ना मेरी फितरत, देखना है साथ कितना देती है, तेरी "किस्मत" औ मेरी "किस्मत"। #सरितासृृजना Hindi · मुक्तक 722 Share Sarita Pandey 1 May 2018 · 1 min read "अभिमन्यु" दर्द ने सबको सताया , खुशी और सुँकून की तलाश है। ज़िदगीं की मुश्किलें चक्रव्युह के समान, जिसे तोड़ने को एक "अभिमन्यु" की तलाश है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 265 Share Sarita Pandey 23 Apr 2018 · 1 min read "तू" वो मेरे घर का ख़ाली-ख़ाली सा क़ोना, जहाँ तू रहती थी। वहाँ अब य़ादों ने घर बसा लिया है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 435 Share Sarita Pandey 11 Apr 2018 · 1 min read अभिव्यक्ति मैं पीर पराई कैसे जानूँ, जब मैंने सौ-सौ नीर बहाये है। पग-पग काँटे हरपल शोले, दुनिया ने मेरे कदमों तले बिछाये है। Hindi · मुक्तक 401 Share Sarita Pandey 9 Apr 2018 · 1 min read रंग हास्य के "रंग" मैं बिखेर नही सकती, मुझको गम की काली चादर से इश्क है। होगा उनको नाज़ अपनी खोखली मुस्कुराहटों पर, मुझको अपने नमकीन अश्कों पर फ़क्र है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 1 612 Share Sarita Pandey 4 Apr 2018 · 1 min read आग इक आग तेरे सीने में भी है, तपिश मैंने महसूस की है, तुझे माचिस की क्या ज़रुरत। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 600 Share