*घुटन बहुत है बरसो बादल(हिंदी गजल/गीतिका)*
इंसान को इंसान से दुर करनेवाला केवल दो चीज ही है पहला नाम मे
सहमी -सहमी सी है नज़र तो नहीं
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
बैलगाड़ी के नीचे चलने वालों!
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Kudrat taufe laya hai rang birangi phulo ki
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
नन्हीं - सी प्यारी गौरैया।
💐प्रेम कौतुक-368💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
जवानी
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)