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8 Apr 2020 02:07 AM
मेरे दिल के टुकड़े न जोड़िए ।
मेरी खामोशी को न तोड़िए ।
यही आईना तो है काम का ।
जो टूट कर भी सदा न दें ।
श़ुक्रिया !
मेरे दिल के टुकड़े न जोड़िए ।
मेरी खामोशी को न तोड़िए ।
यही आईना तो है काम का ।
जो टूट कर भी सदा न दें ।
श़ुक्रिया !
बढ़िया!