Santosh Shrivastava Tag: ग़ज़ल/गीतिका 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh Shrivastava 2 Aug 2020 · 1 min read अहसास होती नहीं सहन अब उनकी खामोशियां महकी हैं फ़िजा में ख़ुशबू बाबजूद ख़ामोशियों के अहसास हो रहा सांसों का उनकी स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 433 Share Santosh Shrivastava 28 Jan 2020 · 1 min read दर्द होते हैं आंसू बड़े बेदर्द सह सकते नहीं दर्द करते नहीं दर्द किसी से बेबफाई करते हैं बफाई बेरहमी से जब भी होती है बात दर्दे-ए-दिल की याद आयेगे बदनसीब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 580 Share Santosh Shrivastava 13 Dec 2019 · 1 min read बेरहम जिन्दगी उड़ रहे हो आसमां वक़्त है साथ तुम्हारे जमीं पर ही पाओगे होगा वक़्त साथ हमारे नहीं है हमें शौक उड़ने का कतर दिये जाते हैं पर परिन्दों के ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share Santosh Shrivastava 31 Oct 2019 · 1 min read मस्ती मौत की मौत भी बहुत मस्त होती है दोस्त न मनाने की चिंता न उसके रूठने की चिंता बस सोते रहो यार की गोद में Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 415 Share Santosh Shrivastava 15 Oct 2019 · 1 min read रहो निर्भय (सायली लेखन) 1 सन्नाटा निर्भय सैनिक चल उठी गोलियों शत्रु हाहाकार विजय 2 लड़की निर्भय अकेली चली घर से मिले मनचले कराटे स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 300 Share Santosh Shrivastava 20 Aug 2019 · 1 min read अधूरी है जिन्दगी अपनों की यादोँ सेे भरी है* *जिंदगी* *सुख और दुःख कि पहेली है* *जिंदगी* *कभी अकेले बैठ कर* *विचार कर तो देखो* *मौत के बगैर अधूरी है जिंदगी✍?* स्वलिखित लेखक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 231 Share Santosh Shrivastava 16 Aug 2019 · 1 min read बदनाम जिन्दगी बहुत ढूंढा उसे वो मिल न सकी , वक्त बेवक्त दिखती रही, वो कभी इस कंधे पर तो कभी उस कंधे पर, वो बस जिन्दगी यूँ ही बदनाम होती रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 494 Share Santosh Shrivastava 16 Aug 2019 · 1 min read बदनाम जिन्दगी बहुत ढूंढा उसे वो मिल न सकी , वक्त बेवक्त दिखती रही, वो कभी इस कंधे पर तो कभी उस कंधे पर, वो बस जिन्दगी यूँ ही बदनाम होती रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share Santosh Shrivastava 10 Aug 2019 · 1 min read वो पराई हो गयी ज़माने में यादें वो बेवक्त दे गयी बीच मझधार में छोड़ वो पराई हो गयी कहाँ तलक सहें उनकी बेबफाईयाँ पास हो कर वो गुमनाम हैं स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 412 Share Santosh Shrivastava 9 Jul 2019 · 1 min read उम्मीद जिन्दगी से यादें उनकी दिल में रखते हैं सलामती की दुआ हमेशा रखते हैं डगर हो मुश्किल हौसले बुलंद रखते है मंजिल मुश्किल , उम्मीद आसान रखते हैं प्यार बच्चों से माता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share Santosh Shrivastava 2 Jul 2019 · 1 min read अपना न कर सके दिनांक 2/6/19 हम चाह कर भी उन्हें अपना न कर सके वो सामने से गुजरते रहे बात न कर सके बदनाम गलियों में भी हम उन्हें अपना न कर सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 429 Share Santosh Shrivastava 29 Jun 2019 · 1 min read फासले जिन्दगी के अजब पहेली है ये जिन्दगी कभी देती खुशी तो गम दिखने लगे हैं फासले उम्र की कगार पर झुर्रिया बताने लगी हैं हाले ए मिजाज के दूरियाँ कुछ यूँ बढ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 347 Share Santosh Shrivastava 29 Jun 2019 · 1 min read सिलसिला क्या उम्मीद करूँ ऐ जिंदगी तूझे से सांसों में बाँट रखी है ये जिंदगी कब तलक आबाद रहेगी ये जिंदगी न मुझे पता न उसे पता जब तलक मोहब्बत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 440 Share Santosh Shrivastava 4 Jun 2019 · 1 min read दीवाना हूँ यारों उसका दिनांक 4/6/19 दीवाना तो यूँ ही बदनाम है दोस्त कहो उनसे वह इतराये नहीँ अपनी अदाओ पर इतना हर कोई दीवाना होता है दोस्त किसी न किसी का कोई दौलत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share Santosh Shrivastava 27 May 2019 · 1 min read गीत , मीत के दिनांक 27/5/19 गुनगुनाने लगी हूँ मैं गुनगुनाने का तो बहाना चाहिए जिन्दगी अब मुस्कुराने लगी है जब तुम गुनगुनाने लगे हो तो दूर जाने लगी हैं बिरहने खास हो तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 644 Share Santosh Shrivastava 8 May 2019 · 1 min read रुख़सत हो गया मैं दिनांक 8/5/19 जब हो गया मैं रुखसत दुनियां से तब मिला खत उसका मुझे क्या समझूं ? ईरादा उसका इश्क किया या रुख़सत किया उसने जिन्दगी से न जाने कैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 233 Share Santosh Shrivastava 9 Apr 2019 · 1 min read बुलंदियाँ दिनांक 9/4/19 बेटियां जब छूए बुलंदियाँ आसमां तलक तो गजल होती है बै-कोफ निकले बेटियाँ जब घर से तो गजल होती है घर में रहे जब सब खुशमिज़ाज तो गजल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Santosh Shrivastava 7 Apr 2019 · 1 min read बेवफा जिन्दगी दिनांक 7/4/19 सफर वही रहते हैं बदल जाते हैं मुसाफिर सड़क के दोराहे वही रहते हैं सड़क पर भटक जाता है आदमी यहाँ आ कर ताउम्र प्यार करता है इन्सान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share Santosh Shrivastava 19 Mar 2019 · 1 min read रंगों की दुनियाँ निराली हुलियारों की निकली टोली सब ने तन मन रंग लिया राधा संग किसन खेली होली वृन्दावन रंग लिया मिले गले , मिटा गिले शिकवे हर कोई अपने में रंग लिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share Santosh Shrivastava 29 Jan 2019 · 1 min read महफ़ूज जिन्दगी मैं तो खुद पर हुकुमत करता हूँ इसलिए महफ़ूज रहता हूँ दूसरों पर हुकुमत करने वाले तो डरे से रहते है मेरा मौला मेरा सिपहसलार इसलिए महफ़ूज रहता हूँ किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share Santosh Shrivastava 29 Jan 2019 · 1 min read चाहत आखें हँसती रहती हैं दिल उदास रहता है इस तरह मैं उसके करीब रहता हूँ किसी से कुछ कहता नही हूँ वह मुझसे दूर रहता है बहाना कुछ भी हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 523 Share Santosh Shrivastava 28 Jan 2019 · 1 min read बहुत हैं ख्बाईशे ख्बाईशे बहुत ज्यादा पाल रखी है मैने जानता हूँ जिन्दगी छोटी है और ख्बाईशे लम्बी हैं ख्वाइशों के लिए दिन रात भागता भटकता हूँ नहीं मिले तो , लूट खसोट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share Santosh Shrivastava 27 Jan 2019 · 1 min read मेरी जिन्दगी की कैताब मेरी जिन्दगी की किताब को गौर से पढ़िए करीबी सा लगूं मुझे दिल खोल के पढ़िए। अरसे से पड़ी बन्द किताब के पीले पन्नों में सूखे हुए फूलों में यादों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 195 Share