संजीव शुक्ल 'सचिन' Language: Bhojpuri 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Mar 2024 · 1 min read होली गीत अँखिया गईले पथराई, दूरदेश बसेला सजनवां। 2 अँखिया गईले पथराई अँखिया गईले पथराई। 2 बीतलऽ अषाढ़ सावन बीतलऽ कुआर बा। कातिकऽ से माघ ले ना आइल बहार बा। गईले सवत... Bhojpuri · लोकगीत 1 66 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Aug 2023 · 1 min read #काहे_ई_बिदाई_होला_बाबूजी_के_घर_से? #काहे_ई_बिदाई_होला_बाबूजी_के_घर_से? _______________________________ सेनुरा के संङ्गे नाता छुटे नइहर से, काहें ई विदाई होला बाबूजी के घर से? टूटि जाला रिश्ता - नाता माई के आचर से, काहे ई बिदाई होला... Bhojpuri · बिदाई गीत · लोक गीत 1 240 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Oct 2022 · 1 min read हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। ___________________________________________ हमरे गउवाँ के अजबे कहानी, जुबानी आज हमरा सुनी। मंशाराम जी बाबाजी रहनी, सगरे कहानी मोर बाबाजी कहनी। रहनी पंड़ीजी... Bhojpuri · लोकगीत 3 319 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2022 · 1 min read सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात। जल बीच खाड़ बरतिया ये छठि मइया, अँखिया से गीरे बरसात। सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात। असरा लगाई माई! करेली बरतिया। रखिहें अमर माई! हमरो पीरितिया। लोरवा... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 2 202 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2022 · 1 min read सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया। सजनाँ बिदेशिया निठूर निर्मोहिया, अइले ना सजना बिदेशिया। रोंअत तिवइया कहे सुनऽ मइया, अइले न सजना बिदेशिया।। हुक उठे मनवाँ, सुन बा भवनवाँ, उसर लागेला सगरो जहानवाँ। छोड़ि के गइलऽ,... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 1 278 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2022 · 1 min read #होई_कइसे_छठि_के_बरतिया-----?? (मेलोडी) #होई_कइसे_छठि_के_बरतिया-----?? (मेलोडी) ________________________________________________ कठिन बरतिया, सजन परदेशिया-२ होतऽ बाटे मोर दुर्ततिया। ऐ राजा , हालि आ जा होई कइसे छठि के बरतिया।-२ राह जोहतानी तोहरे दिन रतिया, सुनऽ मानिल सजना... Bhojpuri · छठ गीत · मेलोडी (लोक गीत) 2 200 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Oct 2022 · 1 min read करीं हम छठ के बरतिया करी हम छठि के बरतिया, माई करीं सुइकार। छठि माई होईं ना सहइया, सुखी रहें परिवार।। ---+-++------ महिमा अपार जाने सकल जहानवा। देली माई गोदिया में सुनरऽ ललनवा। कर धनी... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 2 125 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Oct 2022 · 1 min read अँगना में कोसिया भरावेली पोड़े- पोड़े उखवा छठिय माई घटवा पऽ बरती चढावेली हो।-२ अंगना में कोसिया भरावेली गुन- गीत गावेली हो।-२ कठिन बरतिया कठिन बा नियमवा तोहरे में रमल बडुवे छठि माई मनवा।-२... Bhojpuri · छठ गीत · लोकगीत 1 117 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2022 · 1 min read #याद_आवेला_तनिको_न_देश ( भोजपुरी लोकगीत) #याद_आवेला_तनिको_न_देश ( भोजपुरी लोकगीत) ____________________________________ गउवा नगरिया तू छोडि के गइलऽ, जाई बसेलऽ विदेश, हो याद आवेला तनिको न देश।-२ पीपरा के गछिया आ बरगद के छउवा, याद करेला तोहे... Bhojpuri · लोकगीत 1 201 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Aug 2022 · 1 min read स्तुति वाणी माई शारदा जी, बुद्धि परदान करीं, चरन में शरन दीं मां, नमन स्वीकारीं जी, ज्ञान दीहीं दिप्त करी, हियरा आनंद भरीं, नाशि ना कुबुद्धिया के,, हमरा के तारी जी।... Bhojpuri · घनाक्षरी 5 4 396 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Aug 2022 · 1 min read बिहार एवं बिहारी (मेलोडी) बिहार एवं बिहारी (मेलोडी) ______________________________ हमहि बिहार हयी, हियरा के प्यार हयी । मीठ व्यवहार हयी, सुघर विचार हयी। समझी ना हमके जी गड़बड़ घोटाला-२ तनिको फुटानी ना सहाला, बिहारी... Bhojpuri · गीत · मेलोडी (लोक गीत) 6 2 454 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Aug 2022 · 1 min read माई थपकत सुतावत रहे राति भर। माई थपकत सुतावत रहे राति भर। हमके लोरी सुनावत रहे राति भर। नींद से अखियाँ मातल रहे माई के, चाँन हमरा दिखावत रहे राति भर। माई खइलस ना तनिका ऊ... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका · भोजपुरी ग़ज़ल 1 307 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 Jul 2022 · 1 min read सुखला से सावन के आहत किसान बा।। सुखला से सावन के आहत किसान बा।। ____________________________________ बगली में ढेबुआ ना हो हो हो हो------ बगली में ढेबुआ ना, डेहरी में धान बा। सुखला से सावन के आहत किसान... Bhojpuri · गीत · लोकगीत 1 782 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Jun 2022 · 1 min read नशामुक्ति (भोजपुरी लोकगीत) #नशामुक्ति (भोजपुरी लोकगीत) ______________________________________ छोड़ऽ गांजा बीड़ी कइल सुधार पिया, जिनगी से प्यार पिया ना।। लेलऽ चरस अफीम, फेरु खोजेल हकीम। इत ऽ मउगत महीन, छेड़ऽ मुक्ति के मुहीम। दारू... Bhojpuri · लोकगीत 4 1 910 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jan 2022 · 1 min read गरम आजु लोहा बा हालात के। गरम आजु लोहा बा हालात के। -------------------------------------------- गरम आजु लोहा बा हालात के। इहै बा समयिया खुराफ़ात के। सियासत ग़लत भा सही जे करे, मगर आजु जलवा बा हजरात के।... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 331 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2022 · 1 min read लोक_गीत (परदेशी के पीड़ा) #लोक_गीत (परदेश के पीड़ा) _________________________________________ बाँधि पीढि पर बैग ऊ बड़हन, लेई मनवाँ अरमान। आजु निकलनी दिल्ली भइया, छोड़ि खेत-खलिहान। मिली नोकरी सुनर- सुघर, आ पइसो भरपूर। येहि आस में... Bhojpuri · गीत 1 365 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2022 · 1 min read हमरे_भावे_व्यञ्जन_ओकर, दुधपुआ_हऽ_नाम..!! #विधा - गीत (छंदमुक्त) (भोजपुरी #हमरे_भावे_व्यञ्जन_ओकर, #दुधपुआ_हऽ_नाम..!! ________________________________________ हमरे भावे व्यञ्जन ओकर, दुधपुआ हऽ नाम। अगर बताइब बनी ई कइसे, दिहब का इनाम।। पहिले चाउर धोईं ओकरा, घाम में खूब... Bhojpuri · गीत 1 195 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2022 · 1 min read अजबे जमाना आइल गजबे बुझात !! विध- गीत (छंदमुक्त) अजबे जमाना आइल गजबे बुझात !! ________________________________ अजबे जमाना आइल गजबे बुझात| बढ़ल महंगाई मुंह दाँतो अब बन्हाता|| खाईं भात चोखा अब मिली नाहीं पुआ| सगरो अँहार... Bhojpuri · गीत 1 218 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jan 2022 · 1 min read गोरी कइलू तू सोलह सिङ्गार गोरी कइलू तू सोलह सिङ्गार, ( भोजपुरी लोकगीत ) भोजपुरी:- लोकगीत लेखन #दिनांक:- १५/०६/२०२१ #रस :- श्रृंगार रस ______________________________________ गोरी कइलू तू सोलह सिङ्गार, मगन मन होला हमार।। लह –... Bhojpuri · गीत 1 222 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Jan 2022 · 1 min read चलत खेल इहवाँ ह सह मात के। भरोसा करीं हम कवन बात के। चलत खेल इहवाँ ह सह मात के। हरत चीर केहूँ बा आपन कहीं, सजा ई कहेला ह बदज़ात के। मिटल लाज अँखियाँ के पानी... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 481 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Dec 2021 · 1 min read धान कटाई (पेशा लोकगीत) लोकभाषा/बोली :- ठेठ भोजपुरी #भूमिका :- उक्त रचना में हमारे यहाँ तराई क्षेत्रों में पेशा लोकगीत के अन्तर्गत गाये जाने वाला धान कटाई गीत आप सभी के समक्ष प्रस्तुत करने... Bhojpuri · गीत 1 405 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Dec 2021 · 2 min read रानी कुँअर जी की कहानी (कजरी) विषय :- गाथा लोक गीत के अन्तर्गत रानी कुँअर की जीवन गाथा लोकभाषा/बोली :- ठेठ भोजपुरी (खड़ी बोली) #भूमिका:- प्रदत्त रचना में मैं पश्चिमी चम्पारण में बोली जाने वाली ठेठ... Bhojpuri · गीत 1 562 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Nov 2021 · 1 min read सोहर गीत मामा घर बजत बधाईया, त पापा घर सोहर हो, ललना लऊकेला गोल मटोल तऽ दुनो कुल तारन हो।। ये ललना लऊकेला गोल मटोल तऽ दुनो कुल तारन हो।। लेईआवहु जाई... Bhojpuri · गीत 1 605 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Nov 2021 · 1 min read महंगाई के मार महंगाई के मार (भोजपुरी कविता)......... *************************** ऐह दीवाली सगरो हमें अंहार दिखेला। महंगाई के मार महंग समान मिलेला।। सबका हमसे रहला हरदम बहुते आशा लाख जतन करके भी हमरा मिलल... Bhojpuri · कविता 2 564 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Oct 2021 · 1 min read सुख के आशा सुख के आशा ************** कहिया ले मन के छली ई अंधेरा। कहियो त होई सुख के सबेरा। नया फूल खीली जीवन डगर में महँका दी हमका ऊ सगरो नगर में,... Bhojpuri · गीत 258 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Oct 2021 · 1 min read लोक नृत्य आधारित मचल बाटे करमा के, धूम सजी ओरिया, सुनऽ ये सखी। सङ्गे-सङ्गे नाचत पंवड़िया, सुनऽ ये सखी। हरखू नचावतारे, देखऽ कठ-घोड़वा। घूमि-घूमि नाचे जइसे, नाचताटे मोरवा। बुधनी मगन नाचे-२ माथ लेई... Bhojpuri · गीत 1 262 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Oct 2021 · 1 min read लोक रीति- रिवाज विषय :- लोक रीति-रिवाज लोकभाषा/बोली :- खड़ी भोजपुरी #भूमिका :- उपर्युक्त विषयांतर्गत रचित अपनी में मैंने भोजपुरी भाषी नेपाल - बिहार सीमा पर अवस्थित तराई क्षेत्र के रीति-रिवाजों का कुछ... Bhojpuri · सवैया 1 554 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Oct 2021 · 1 min read लोक पर्व लोकभाषा/बोली :- खड़ी ठेठ भोजपुरी #भूमिका :- मैं इस रचना के माध्यम से बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल सीमा पर अवस्थित तराई क्षेत्र में मनाये जाने वाले लोक पर्वों का जिक्र... Bhojpuri · गीत 1 747 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Sep 2021 · 1 min read मन कहेला नेह बन के हाथ उनकर थाम ली। भोजपुरी ग़ज़ल _____________________________________________ मन कहेला नेह बन के हाथ उनकर थाम ली। सब कहेला दिल से ना दिमाग से बस काम लीं। चल रहल बाटे हवा बा बेवफाई से भरल,... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 615 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। _________________________________ आदमी से आजु देखीं जल रहल बा आदमी। राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। पाठ - पूजा... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 397 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। __________________________________________ लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। बेंचि के ईमान आपन जुर्म... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 355 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read माथ टिकुला सुबह के छटा हो गइल। माथ टिकुला सुबह के छटा हो गइल। केश करिया ई सवनी घटा हो गइल। गोर सुग्घर बदन बा बिजुरिया नियन, रूप निरखत रहीं रतजगा हो गइल। नेह लागल बा तोहसे... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 184 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read राह अगले चल रहल हर आदमी हम का करीं। (ग़ज़ल) भोजपुरी ग़ज़ल ____________________________________________ राह अगले चल रहल हर आदमी हम का करीं। मन भरल सबका इहाँ अब तिश्नगी हम का करीं। नीर अँखियाँ से झरेला देख अब हालात के, आजु... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 308 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Jul 2021 · 1 min read लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। __________________________________________ लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। बेंचि के ईमान आपन जुर्म... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 363 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jul 2021 · 1 min read राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। #नमन_भोजपुरी_कलम_कार्यशाला फ़िल्बदीह संख्या 👉 १३ से हासिल ग़ज़ल दिनांक:- १८/०७/२०२१ (इतवार) _________________________________ राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। _________________________________ आदमी से आजु देखीं जल रहल बा आदमी।... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Jul 2021 · 1 min read सइयां हम के दिखाई देतऽ मेला सइयां हमके दिखाई देतऽ मेला, काहे करेलऽ झमेला सङ्गे बनके तू रहतऽ अलबेला, काहे करेलऽ झमेला।। सङ्गहि के सखी सब, भइली लरकोरिया। हमका ना छोडला तू, कतहुं के ओरिया। कइल... Bhojpuri · लोकगीत 2 2 459 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Jul 2021 · 1 min read बनल देहिया बा माटी के, निरेखला से जी का होई। बनल देहिया बा माटी के, निरेखला से इ का होई। पिंजरवा तोड़ि के एक दिन, सुगनवा त दफा होई। चलीं रहिया भलाई के, जिन्दगियां के इहे मक़सद, विधाता भेजले बाड़ें,... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 439 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Jul 2021 · 1 min read घनी सुखवीर ई किस्मत बा जरूरी।। घनी सुग्घर ई किस्मत बा जरूरी। समझ लीं ई हकीकत बा जरूरी। कइल गर बन्दगी जिनिगी में चाहीं, वेदवन के तिलावत बा जरूरी। दिखावा से न कवनो काम होई, जिनिगिया... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 224 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jul 2021 · 1 min read साड़ी साड़ी ______ बबलू ये बबलू कहा बाड़ऽ हो, दादी जोर जोर से हांक लगावत रहली पऽ बबलूआ कहीं लउकाते ना रहल। ये फुलेसर कहां बा हो बबलूआ, बहुत ही देर... Bhojpuri · लघु कथा 3 447 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Jul 2021 · 1 min read जियरवा में भरल नेहिया, कहऽ कइसे दिखाई हम। जियरवा में भरल नेहिया, कहऽ कइसे दिखाई हम। बनल बाड़ऽ तू पाथर के, कहऽ कइसे सुनाई हम। ना जाने लऽ ना माने लऽ, इश्क़ ई चीज का होला, ई नेहिया... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 927 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 3 min read पहिले जतरा ससुरारी के विधा:- संस्मरन पहिले जतरा ससुरारी के। ____________________''''''_____"'"_____________________ एगो अइसन अनुभव जवना के जेहन में अवते खुदही पऽ हंसे के मजबूर हो जानी। बात तब के हऽ जब हमरा बिआह भइला... Bhojpuri · लेख 2 653 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 6 min read बड़का भइया बड़का भइया (समाजिक कुरीति) (भोजपुरी कहानी) ——————————————– अपना बेटवा के हतास मुर्झाईल, चेहरा देख के केतना ब्याकुल रहले फुलेना तिवारी। फुलेना तिवारी अनाम गाँव के एगो बहुते गरीब किसान हऊये... Bhojpuri · कहानी 2 1 487 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया (भोजपुरी) मत्तगयंद सवैया (भोजपुरी) आज गुहार करे भगता धर ध्यान कहे प्रभु लाज बचाईं। व्याधि हरीं हरि कोविड के मनु प्रान हरीं जिन आज बचाईं। देश दशा सब रूद्ध दिखे जन... Bhojpuri · सवैया 1 1 368 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read सैनिक आतंकी हमला कबो, कबो नक्सली घात | दिल्ली में बइठल रही, अउर बनाईं बात ||१|| माई अपना पूत के, देत रहे आशीष | रक्षा करिह देश के, कटे भले ही... Bhojpuri · दोहा 1 2 295 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read भोजपुरी मुक्तक भोजपुरी मुक्तक काल आइल अकड़ सब हवा हो गइल। एक दूजे से दूरी दवा हो गइल। जे विधाता बने के जुगत में रहे- आज पहिले पहर अलविदा हो गइल।। पं.संजीव... Bhojpuri · मुक्तक 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया छंद (भोजपुरी) छंद- ०१ राम रमापति नाथ उमापति कष्ट हरीं जन के त्रिपुरारी। टूटत बा अब आज मनोबल दूर करीं भय हे! बनवारी। कोविड नाम महाभट पे बस वार करीं अब हे!... Bhojpuri · सवैया 2 578 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी जहां में जी मुहब्बत बा जरूरी। मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी। अदा दिखला रिझाई रोज दिल के, मुहब्बत मे शरारत बा जरूरी। बड़ा मुद्दत भइल हियरा लगवले, मिले दिलदार... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read प्यार मे़ दौलत के का दरकार बा ______________________________ आशिक़न के बस जरूरत प्यार बा। प्यार में दौलत के का दरकार बा। जीत लेहल हार के मन प्यार में, इश्क़ के इहे सुघर व्यापार बा। जिन्दगी के शाम... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read समाजिक बुराई माई-बाबू से बिगाड़, ससुरे से बड़ी प्यार- भाई जस मुदई ना, केहू बा ज़हान में। घरे-घरे इहे चले, दोसरा के दाल गले- घर तुड़े वाला सभे, बोलेला जी कान में।।... Bhojpuri · घनाक्षरी 2 1 480 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read प्रकृति से पंगा नमन मंच प्रकृति से पंगा _______________ मौत के नियरे बुला के, देख लीं बतिया रहल बा। आज अपने ही पतन के, गीत मानव गा रहल बा।। एक से बड़ एक... Bhojpuri · गीत 2 1 266 Share Page 1 Next