संजीव शुक्ल 'सचिन' Tag: कहानी 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2023 · 2 min read बाबुल (भाग-२) गतांक से आगे #बाबुल ( कहानी - भाग -२) मार्गदर्शन अपेक्षित अविनाश को उदास देख सुभाष को समझते देर न लगी कि आज फिर बेटी से फोन पर बिटिया से... Hindi · कहानी · धारावाहिक कहानी 1 299 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Feb 2023 · 2 min read बाबुल भाग - १ का लिंक बाबुल - Read on Sahityapedia The perfect app for writers. https://sahityapedia.com/?p=189607 #बाबुल (कहानी ) #मार्गदर्शन_अपेक्षित ______________________________________________ अविनाश को आज फिर से बिटिया का फोन आया,... Hindi · कहानी · धारावाहिक कहानी 1 234 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Dec 2021 · 3 min read ऐतिहासिक किवदंती (मंशाराम चौबे जी की ) नमन माँ शारदे? विषय :- ऐतिहासिक किवदंती (मंशाराम चौबे जी की कहानी) [ #दंतकथा/लोककथा ] यह कहानी मेरे गाँव के प्रणेता मंशाराम चौबे जी की है जो मैने अपने दादा... Hindi · कहानी 2 2 925 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Nov 2021 · 5 min read नव उत्सव का आगमन नव उत्सव का आगमन _____________________________________ "अमन इस बार कोई बहाना नहीं चलेगा, इस बार नवरात्रि में वैष्णव देवी दर्शन करने हम सभी चल रहे हैं और दशहरे के रोज बनारस... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 Jul 2021 · 7 min read दोराहा दोराहा ----------------/------------------ अभिनव देख लो आज वही तेरे जीवन रूपी नैया को किनारे लाई जिसे तू अबतक बेवफा कहता रहा, जिसका शक्ल भी देखना तुझे गवारा नहीं था। भाई एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 2 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jul 2021 · 8 min read कैसी बेबसी °°°°°°°°° कैसी बेबसी °°°°°°°°°° °°°°°°°°°●●●°°°°°°°°°° कितना खुश था पिता ; जब पहली बार देखा था अपने पुत्र का चेहरा जैसे दुनिया की सारी खुशी एक ही पल में उसके अन्तस... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 793 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 6 min read बड़का भइया बड़का भइया (समाजिक कुरीति) (भोजपुरी कहानी) ——————————————– अपना बेटवा के हतास मुर्झाईल, चेहरा देख के केतना ब्याकुल रहले फुलेना तिवारी। फुलेना तिवारी अनाम गाँव के एगो बहुते गरीब किसान हऊये... Bhojpuri · कहानी 2 1 529 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Dec 2020 · 3 min read लड़कियां कहाँँ से लाओगे?? लड़कियां कहाँ से लाओगे? __________________________________________ यवनिका उठता है पण्डित रामलोचन का द्वार , पण्डित जी चारपाई पर बैठे हुए हैं तभी वहाँ गाँव के अजुबे चंगू और मंगू आते हैं।... Hindi · कहानी 2 2 517 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Jun 2020 · 3 min read अर्चना वेंड्स संजू रात का वक़्त, ट्रेन की गति अपने पूरे शबाब पर थी। डिब्बे में लगभग सभी यात्री सो गये थे, केवल अर्चना की आँखों में नींद नहीं थी। इधर संजू भी... Hindi · कहानी 6 1 262 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 8 Mar 2018 · 5 min read रक्षक या भक्षक रक्षक या भक्षक *************** ट्रीन... ट्रीन....ट्रीन.... फोन की बजती घंटी को सुनकर नेता रसिकलाल जी फोन उठाते है ....हैलो कौन....उधर से उनके प्रतिउतर में...सर मैं रमेश ...नमस्कार सर! नमस्कार को... Hindi · कहानी 3 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Mar 2018 · 6 min read कन्यापक्ष और दहेज ? कन्यापक्ष और दहेज ? ************************* ( कहानी) ===¥===¥===¥=== रामजतन भागमभाग में लगे हुए थे ऐसे तो घर में उनके अलावा उनके अपने सगे दो भाई और दो बेटे भी... Hindi · कहानी 1 683 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Mar 2018 · 5 min read यह कैसा दौर...? यह कैसा दौर..? ************** होली का दिन....सुबह से ही चारो तरफ चहल पहल हर ओर प्रेम प्रित का बातावरण जिसे देखो रंग व गुलाल लेकर एक दुसरे को लगाने व... Hindi · कहानी 345 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Feb 2018 · 3 min read सामर्थ्य सामर्थ्य ................ पंडित जी हमारे बैलुन में भगवान गांठ बांध सकते हैं क्या--?-एक चार वर्ष के बच्चे ने हमसे पूछा ....मैं नियमित रुप से पिछले चार वर्षों से प्रतिदिन उस... Hindi · कहानी 491 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Feb 2018 · 8 min read यह कैसा परिणाम..? यह कैसा परिणाम..? -------------------------------- भैया के जाते ही भाभी ने मुझे बुलाया... देवर जी कहाँ हो भोजन तो कर लो वर्ना भोजन ठंढा हो जायेगा, कितना मिठास था उनके आवाज... Hindi · कहानी 396 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jan 2018 · 6 min read बड़का भईय ----2 (भोजपुरी) बड़का भईया-----2 (कैसा गुनाह) ------------- पंचायत आज चार दिन के पंचाईती के बाद आपन फैसला सुनावल चाहता, प्रविन आ नवीन दूनों जना राजीव के अर्जल संपत्ति पर आपन - आपन... Hindi · कहानी 493 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Jan 2018 · 6 min read बहारन (भोजपुरी कहानी) (प्रतियोगिता के लिए) बहारन (भोजपुरी कहानी) (प्रतियोगिता के लिए) ——————————————– अपना बेटवा के हतास मुरझाइल, चेहरा देखि के केतना ब्याकुल रहले फुलेना तिवारी। फुलेना तिवारी अनाम गाँव के एगो बहुते गरीब किसान हऊये... Bhojpuri · कथाकारी · कहानी 1 749 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Dec 2017 · 15 min read अधुरी कहानी (रांग नंबर) अधुरी कहानी (रांग नंबर) ------------------------------------------ ट्रीन..ट्रीन... ट्रीन संजू ने फोन की बजती हुई घंटी को सुन फोन उठाया हेलो..कौन उधर से एक मीठी अत्यंत सुरीली सुमधुर स्वर उभरी ......हेलो $$$$...अमित... Hindi · कहानी 1 2 747 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Dec 2017 · 5 min read समस्या नहीं मुद्दा समस्या नहीं मुद्दा...... ------------------------------------ अमरमणि जी का घर जैसे वैचारिक युद्ध का मैदान बना हुआ था .....बेटा और बाप दोनों अपने जगह से टस से मस होने को तैयार नहीं... Hindi · कहानी 239 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Dec 2017 · 6 min read कईएक पहलू जीवन के कईएक पहलू जीवन के....?? ...... ........ ....... .......... निश्तेज चेहरा, आंखें धसी हुई, शरीर का ढांचा जैसे कोई नरकंकाल यही हाल था उस वक्त बृजकिशोर का। बृजकिशोर बलिष्ट शरीर जैसे... Hindi · कहानी 572 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Nov 2017 · 8 min read बेबस पिता (कहानी) ★★★ बेबस पिता ★★★ °°°°°°°°°●●●°°°°°°°°°° कितना खुश था पिता ; जब पहली बार देखा था अपने पुत्र का चेहरा जैसे दुनिया की सारी खुशी एक ही पल में उसके अन्तस... Hindi · कहानी 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2017 · 2 min read जीरो फीगर जीरो फीगर..... ......................... रानी तुने यह कैसे किया, तेरी फिटनेस तो गजब ढा रही है कमाल का फीगर बनाया है तुने हमें भी तो बता ऐसी फीगर कैसे बनाये और... Hindi · कहानी 1 610 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Oct 2017 · 4 min read निर्मम रिश्ते ))))निर्मम रिश्ते(((( ============== बड़े ही रौबदार आवाज में शारदा देवी ने बहु को बुलाया ; क्यों बे कलमुँही अभी तक चाय नहीं बनी सुबह के सात बजने को आये ।... Hindi · कहानी 507 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Oct 2017 · 4 min read विवशता से समझौता *))))* बिवसता से समझौता*((((* ***************************** कितना बेबस था चेतन ,उसकी विवसता देख मैं भावविह्वल हुआ जा रहा था वह कह रहा था ; यार अब बहुत हो चुका जितना मेरे... Hindi · कहानी 535 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Oct 2017 · 3 min read अनुग्रह माँ अम्बे की अनुग्रह माँ अम्बे की......... ................................ एक मासूम सा चेहरा किन्तु दीर्घकालिक दुख से स्याह पड़ा, हुआ आखो से अश्रु की अविरल धारा बहकर जैसे सुख चुकी हो किन्तु अपना निशान... Hindi · कहानी 1 279 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Jul 2017 · 2 min read धर्मसंकट सन्नाटे को चीरती दशरथ की करुण पुकारा हे राम.. हे.राम.... हे राम पुत्र के प्रति उनके प्रेम रूपी अथाह सागर में समूचा जनमानस डूबा जा रहा था। कुछ हीं पलों... Hindi · कहानी 642 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Jul 2017 · 3 min read हकीकत का आईना ))))))=हकीकत का आईना=(((((( ======================== मुख्यमंत्री जी बड़े रौबदार अवाज में भाषण दे रहे थे ..भाईयों बहनों मैं आया तो था अपने प्रदेश का सबसे पिछड़ा गाँव देखने लेकिन यहाँ की... Hindi · कहानी 1 936 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jul 2017 · 4 min read हृदयाघात एक किसान प्रतीदिन सुबह घरवालों के जगने से पहले ही अपने खेतों पे निकल जाता और बेर ढले घर आता कुछ खाता और फिर खेतों पे निकल जाता और साम... Hindi · कहानी 368 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jul 2017 · 5 min read ....आवारा.... आवारा ................. गजब का रोस था वहा की फीजा में, हर शख्स का चेहरा तमतमाया हुआ था। जिसे देखो वहीं कुछ भी कर गुजरने को आमादा। इन्हें देख कर प्रथम... Hindi · कहानी 387 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jul 2017 · 4 min read परिस्थितियों से समझौता *))))* बिवसता से समझौता*((((* ***************************** कितना बेबस था चेतन ,उसकी विवसता देख मैं भावविह्वल हुआ जा रहा था वह कह रहा था ; यार अब बहुत हो चुका जितना मेरे... Hindi · कहानी 586 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Jul 2017 · 6 min read चकाचौंध महानगर की चार दिन हो गये लेकिन उस कमरे का दरवाजा नहीं खुला, ना कोई गया। मुहल्ले में सिर्फ और सिर्फ़ यही चर्चा तमाम थी। हर शख्स किसी अनहोनी को सोच ससंकीत... Hindi · कहानी 2 550 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Jul 2017 · 4 min read हुंकार रैली .............. वीरभद्र आज बहुत खुश है और हो भी क्यों ना आज उसके अध्यक्षता में इतनी बड़ी रैली वो भी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई थी। वीरभद्र जन आक्रोश पार्टी (JAP) का... Hindi · कहानी 2 1 466 Share