डॉक्टर रागिनी 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉक्टर रागिनी 20 May 2024 · 1 min read बीज हूँ--- बीज हूँ ------- बीज हूँ , अपने अंदर समेटे हुए सृजन महोत्सव..! धूप हो या छाँव सर्दी ,गर्मी ,बारिश..! सृजन की ललक लिये ढूढ़ता नमी..! गहन तमस को चीरता प्रकाश... Poetry Writing Challenge-3 9 Share डॉक्टर रागिनी 16 May 2024 · 1 min read नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार । नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार । नयन सींचते प्रेम को,नयन लगें घनसार।। वृष्टि करें आनन्द की,नयन प्रीत के द्वार। नयन-नयन में पल रहा,इस जीवन का सार ।। स्वरचित... Quote Writer 68 Share डॉक्टर रागिनी 16 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे 01 नयन वार पर ,वार कर ,कर जाते बेचैन । नयनो में ही चाँद है,नयनों में ही रैन ।। 02 नयनों में ही रैन है,नयनों में शुभ -भोर। नयन... Poetry Writing Challenge-3 4 58 Share डॉक्टर रागिनी 15 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे —————————-– 01 नदियाँ जीवन -स्रोत हैं,और प्राण आधार। कल-कल जल की धार से,करें सदा हम प्यार।। 02 मौसम की बदमाशियाँ, निशि -दिन के उत्पात। कभी प्रेम से तर करे,कभी... Poetry Writing Challenge-3 1 11 Share डॉक्टर रागिनी 15 May 2024 · 1 min read विश्वपर्यावरण दिवस पर -दोहे दोहे ----------------------------– 01 नदियाँ जीवन -स्रोत हैं,और प्राण आधार। कल-कल जल की धार से,करें सदा हम प्यार।। 02 मौसम की बदमाशियाँ, निशि -दिन के उत्पात। कभी प्रेम से तर करे,कभी... 15 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे 🍃 तन मन मधुवन हो गया,नैन हुए बृजधाम । श्वासों मे सुमरिन हुआ, रोम -रोम में श्याम ।। 🍃 कान्हा की बंशी मधुर, स्वर के उठे हिँडोल । बलि... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 23 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे ------- ०1 मैं नदिया के तट खड़ी,लिये नयन में नीर। नदिया बोली मैं कहूँ,किससे अपनी पीर।। ०2 पथ -पथरीला है कठिन,करती नदिया पार। सागर से मिलने चली,प्रेम नहीं व्यापार।।के... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 30 Share डॉक्टर रागिनी 9 Apr 2024 · 1 min read दिन गुज़रते रहे रात होती रही। दिन गुज़रते रहे रात होती रही। उनसे तन्हाई में बात होती रही। दीं ज़माने ने हमको बहुत तोहमतें, दिल- से- दिल -की मुलाक़ात होती रही।। डॉ .रागिनी स्वर्णकार ( शर्मा),... Quote Writer 25 Share डॉक्टर रागिनी 2 Apr 2024 · 1 min read विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप। विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप। गंध बाँटते हैं सुमन ,दाता है हर रूप।। डॉ. रागिनी शर्मा,इन्दौर Quote Writer 2 1 1k Share डॉक्टर रागिनी 2 Apr 2024 · 1 min read ऋतुराज (घनाक्षरी ) -(घनाक्षरी) -------------------------- हरियाली छा रही है,धरा इठला रही है मदमस्त आम्र कुंज ,कोयलिया गा रही है बासन्ती बयार चली,झूम रही कली- कली संदली बही है हवा ,सुख अति पा रही... Hindi · कविता 3 3 1k Share डॉक्टर रागिनी 29 Mar 2024 · 1 min read पाती कोई जब लिखता है। पाती कोई जब लिखता है। पृष्ठों पर प्रेम उतरता है। सुधियों में खोया रहता मन, श्वासों का बाग महकता है।। ✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर #कविता Quote Writer 65 Share डॉक्टर रागिनी 29 Mar 2024 · 1 min read पाती पाती कोई जब लिखता है। पृष्ठों पर प्रेम उतरता है। सुधियों में खोया रहता मन, श्वासों का बाग महकता है।। ✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर Hindi · कविता 59 Share डॉक्टर रागिनी 8 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक हर दिन हर लम्हा नई मुस्कान चाहिए। ऊँचाइयाँ छू लूँ ,वो आयाम चाहिए। अँधेरों में खोना 'मे'री फितरत नहीं है, मुझे अपने वजूद की पहचान चाहिए। डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर Poem 96 Share डॉक्टर रागिनी 8 Mar 2024 · 1 min read हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए। हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए। ऊँचाइयाँ छू लूँ ,वो आयाम चाहिए। अँधेरों में खोना ,मेरी फितरत नहीं है, मुझे अपने वजूद, की पहचान चाहिए। डॉ. रागिनी शर्मा,इन्दौर Quote Writer 1 66 Share डॉक्टर रागिनी 3 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ग़ज़ल कहते नहीं हैं हम,सदा एहसास लिखते हैं। तुम्हारा नाम भी मितवा,ख़ुदा के पास लिखते हैं। नहीं हम जानते लिखना,हमारे शब्द मामूली, ज़रा-सी तृप्ति लिखते हैं,ज़रा-सी प्यास लिखते हैं।।... Quote Writer 80 Share डॉक्टर रागिनी 3 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ग़ज़ल कहते नहीं हैं हम,सदा एहसास लिखते हैं। तुम्हारा नाम भी मितवा,ख़ुदा के पास लिखते हैं। नहीं हम जानते लिखना,हमारे शब्द मामूली, ज़रा-सी तृप्ति लिखते हैं,ज़रा-सी प्यास लिखते हैं।।... Quote Writer 73 Share डॉक्टर रागिनी 27 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात ख़ूबसूरत से सफ़र का ,रास्ता हो जाऊँगी। फूल,कलियों ख़ुशबुओं का, सिलसिला हो जाऊँगी। दूर मंज़िल है बहुत पर, रख दिया पहला क़दम, साथ दोगे तुम अग़र तो,कारवां हो जाऊँगी।... Quote Writer 70 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात कभी शोला ,कभी शबनम, कभी अंगार होती है । कभी पाषाण सी निष्ठुर, सुमन -सुकुमार होती है । बदलता वक्त जब-जब है ,बदलती है अदाएं यह , कभी यह... Quote Writer 1 78 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात नयन प्रेम का बीज है, नयन प्रेम विस्तार । नयन सींचते प्रेम को, नयन लगें घनसार ।। डॉ.रागिनी ,इन्दौर Quote Writer 83 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी मुक्तक कभी कभी शोला , कभी शबनम, कभी अंगार होती है । कभी पाषाण सी निष्ठुर, सुमन -सुकुमार होती है । बदलता वक्त जब-जब है ,बदलती है अदाएं यह ,... Poem 74 Share डॉक्टर रागिनी 7 Aug 2023 · 1 min read नयन 🌹🙏🏻 नयन प्रेम का बीज है, नयन प्रेम विस्तार । नयन सींचते प्रेम को, नयन लगे घनसार ।। वृष्टि करें आनन्द की , नयन प्रीत के द्वार। नयन -नयन में... Hindi · कविता · दोहा 295 Share