पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 10 Jan 2024 · 3 min read परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें दोस्तों, परीक्षाएँ प्रारम्भ होने में अब बस थोड़ा ही समय बाकी रह गया है । हमने पूरे साल जो किया-सो-किया लेकिन अब समय आ गया है कि हम अपने समय... Hindi 1 60 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 7 Jan 2024 · 1 min read साभार - कविताकोश वसुधा का नेता कौन हुआ? भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? अतुलित यश क्रेता कौन हुआ? नव-धर्म प्रणेता कौन हुआ? जिसने न कभी आराम किया, विघ्नों में रहकर नाम किया। जब विघ्न सामने... 1 1 40 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 5 Jan 2024 · 4 min read रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित सपने हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं जो हमारे उद्देश्य को नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। आज से कुछ दिन पूर्व मैंने एक सपना देखा... 1 91 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 5 Jan 2024 · 3 min read ‘सलाह’ किसकी मानें और कितनी मानें (सर्वाधिकार सुरक्षित) सलाह एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक अभिव्यक्ति है । किसी समस्या से त्रस्त व्यक्ति को सही समय पर सही सलाह मिल जाये तो निश्चित ही वह मानसिक परेशानियों एवं समस्याओं... Hindi 1 58 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 21 Oct 2022 · 1 min read तुम्हारा ध्यान कहाँ है..... ध्यान एक बहुमूल्य निधि है यदि यह सही प्रकार से सही जगह लग जाए तो ऐसे-ऐसे भेद उजागर होने लगते हैं जिसके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होता... Hindi 3 1 279 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 21 Oct 2022 · 2 min read जितना आवश्यक है बस उतना ही आज हम सब अधिकाधिक वस्तुओं के संग्रह में प्रवृत्त हैं।प्रत्येक व्यक्ति आवश्यकता से अधिक जोड़ने में लगा है। अपने लिए ही नहीं बल्कि हमारे बाद आने वाली पीढ़ियों के लिए... Hindi 2 294 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 21 Oct 2022 · 2 min read हम और हमारे 'सपने' सपने हमारी जिंदगी का हिस्सा हैं। जिनके सहारे हम अपनी जिंदगी में आगे बड़ने और कुछ करने के लिए उत्साहित रहते हैं। ये हमारे सपने ही हैं जो हमें ज़िंदादिल... Hindi 2 203 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 1 Jun 2022 · 3 min read प्रेमानुभूति भाग-1 'प्रेम वियोगी ना जीवे, जीवे तो बौरा होई।’ प्रेम जगत का सार स्वरुप है । जिसने ये समझा वो कृष्ण हो गया और जो इसमें समाहित हुई वह श्री राधा हो गईं । गोपियों का प्रेम भी कितना... Hindi · लेख 1 708 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 27 May 2021 · 4 min read मजबूर हूँ मज़दूर हूँ.. ‘मज़दूर’ एक ऐसा शब्द जिसके ज़हन में आते ही दुख, दरिद्रता, भूख, अभाव, अशिक्षा, कष्ट, मजबूरी, शोषण और अभावग्रस्त व्यक्ति का चेहरा हमारे सामने घूमने लगता है।आप जब भी किसी... Hindi · लेख 6 2 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 27 May 2021 · 1 min read जन्मदिवस का महत्व... जन्मदिवस का अपना एक विशेष महत्व है। ये दिवस जीवन के प्रति सार्थक चिंतन एवं मनन का दिन है । इसका अभिप्राय बिल्कुल भी ये नहीं है कि हम उदास... Hindi · लेख 2 635 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 26 May 2021 · 3 min read भारतीय संस्कृति और उसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता विश्व की सर्वोत्कृष्ट आदि,अनादि और प्राचीनतम संस्कृति है भारतीय संस्कृति यह इस भारत भूमि में रहने वाले हर भारतीय केलिए बड़े गौरव का विषय है परंतु ये बड़े दुख का... Hindi · लेख 1 946 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 26 May 2021 · 4 min read देवर्षि नारद ......जयंती विशेष देवर्षि नारद भगवान के जितने प्रेमी भक्त हैं,भगवान भी नारद जी के उतने ही बड़े भक्त हैं।लेकिन आज की पीढ़ीनारद जी का जिस तरह से चरित्र-चित्रण करती है, उससे उनकी... Hindi · लेख 1 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 26 May 2021 · 3 min read मंथरा के ऋणी....श्री राम मंथरा’ ये शब्द सुनते ही हमारे सामने एक अधेड़ उम्र की कुरूप,घृणित किन्तु रामायण की अत्यंत महत्वपूर्ण स्त्री की छवि बन जाती है जिसका नाम था ‘मंथरा’। इस पात्र ने... Hindi · लेख 1 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 26 May 2021 · 4 min read आत्महीनता एक अभिशाप किसी मनुष्य के सामान्य गुणों कि प्रशंसा कर उसे सम्मान देना तथा उसे और श्रेष्ठ कार्य करने के लिए प्रेरित करना हम सभी मनुष्यों के मनुष्यत्व के विशेष गुणों को... Hindi · लेख 2 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 30 Sep 2017 · 4 min read पैसा बहुत कुछ है लेकिन सब कुछ नहीं वर्तमान मनुष्य पैसे के लिए पागल हुआ घूम रहा है| जिसे देखो अधिक से अधिक पैसा कमाकर अमीर बनने और अपने जीवन को अधिक सुविधायुक्त बनाने की धमाल चौकड़ी में... Hindi · लेख 4 4 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 30 Sep 2017 · 5 min read तपस्या और प्रेम की साकार प्रतिमा है 'नारी' नारी तुम केवल श्रद्धा हो, विश्वास रजत नभ पग तल में। पीयूष स्रोत सी बहा करो, जीवन के सुन्दर समतल में॥ प्राचीन समय से स्त्रियों के नाम के साथ देवी... Hindi · लेख 2 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 30 Sep 2017 · 3 min read नारी एक कल्पवृक्ष प्रेम नारी का जीवन है |अपनी इस निधि को वो आदिकाल से पुरुष पर बिना किसी स्वार्थ के पूर्ण समर्पण और इमानदारी के साथ निछावर करती आई है |कभी न... Hindi · लेख 1 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 28 Sep 2017 · 3 min read ‘कन्याभ्रूण’ आखिर ये हत्याएँ क्यों ? बेटा वंश की बेल को आगे बढ़ाएगा,मेरा अंतिम संस्कार कर बुढ़ापे में मेरी सेवा करेगा| यहाँ तक की मृत्यु उपरान्त मेरा श्राद्ध करेगा जिससे मुझे शांति और मोक्ष की प्राप्ति... Hindi · लेख 1 355 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 23 Sep 2017 · 3 min read नारी सृष्टि निर्माता के रूप में आज के लेख की शुरुआत दुर्गा सप्तशती के इस श्लोक से करता हूँ इसमें कहा गया है... विद्याः समस्तास्तव देवि भेदाः, स्त्रियाः समस्ताः सकला जगत्सु। त्वयैकया पूरितमम्बयैतत्, का ते स्तुतिः... Hindi · लेख 1 813 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 23 Sep 2017 · 3 min read तकनीकी के अग्रदूत राजीव गांधी का शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण हमारे भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी का कहना था कि देश के प्रत्येक व्यक्ति तक शिक्षा का प्रसार होना चाहिए| यदि प्रत्येक नागरिक शिक्षित होगा तो एक श्रेष्ठ राष्ट्र... Hindi · लेख 2 1 357 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 18 Aug 2017 · 3 min read ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ विश्व एक परिवार हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति समूचे विश्व की संस्कृतियों में सर्वश्रेष्ठ और समृद्ध संस्कृति है | भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का देश है। भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण तत्व शिष्टाचार,... Hindi · लेख 8 3 20k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 8 Aug 2017 · 2 min read प्रेम एक अनुभव कबीरा मन निर्मल भया जैसे गंगा नीर पीछे-पीछे हरि फ़िरे कहत कबीर कबीर|| यदि मनुष्य का मन निर्मल हो जता है तो उसमे पवित्र प्रेम उपजता है वो प्रेम जिसके... Hindi · लेख 2 761 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 22 Jun 2017 · 5 min read आपकी सोच जीवन बना भी सकती है बिगाढ़ भी सकती है सकारात्मक सोच व्यक्ति को उस लक्ष्य तक पहुंचा देती है जिसे वो वास्तव में प्राप्त करना चाहता है लेकिन उसके लिए एक दृण सकारात्मक सोच की आवश्यकता होती है| जब... Hindi · लेख 2 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 9 Jun 2017 · 3 min read “अच्छे दिन आने वाले है” आ गये किसानो के अच्छे दिन राजनैतिक परिस्थितियाँ इतनी दुर्भाग्यपूर्ण हो गयी है कि देश का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हमारा अन्नदाता किसान आज विकट परिस्थितियों से जुझ रहा है कारण है की वो अपनी मेहनत का... Hindi · लेख 2 482 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 9 Jun 2017 · 4 min read हिन्दू मुस्लिम समन्वय के प्रतीक कबीर बाबा आज धर्म के नाम पर एक दुसरे पर छींटाकसी करने वाले तथाकथित हिन्दू और मुसलमान जो शायद ही धर्म के वास्तविक स्वरूप की परिभाषा जानते हो ऐसे समय में उन्हें... Hindi · लेख 1 587 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 3 Jun 2017 · 3 min read भारत का महान सम्राट अकबर नही महाराणा प्रताप थे राजस्थान की भूमि वीर प्रसूता रही है इस भूमि पर ऐसे-ऐसे वीरों ने जन्म लिया है जिन्होंने अपने देश की रक्षा में न केवल अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया... Hindi · लेख 1 1 615 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 21 May 2017 · 2 min read स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी स्त्री और नदी दोनों ही समाज में वन्दनीय है तब तक जब तक कि वो अपनी सीमा रेखाओं का उल्लंघन नही करती | स्त्री का व्यक्तित्व स्वच्छ निर्मल नदी की... Hindi · लेख 1 732 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 14 May 2017 · 5 min read सफलता की आधारशिला सच्चा पुरुषार्थ मानव ईश्वर की अनमोल कृति है लेकिन मानव का सम्पूर्ण जीवन पुरुषार्थ के इर्द गिर्द ही रचा बसा है गीता जैसे महान ग्रन्थ में भी श्री कृष्ण ने मानव के... Hindi · लेख 1 535 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 3 Apr 2017 · 5 min read “अवसर” खोजें, पहचाने और लाभ उठायें अवसर का लाभ उठाना एक कला है एक ऐसा व्यक्ति जो जीवन में बहुत मेहनत करता है लेकिन उसे अपने परिश्रम का शत-प्रतिशत लाभ नही मिल पाता और एक व्यक्ति... Hindi · लेख 1 532 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 1 Mar 2017 · 6 min read विद्यार्थी परीक्षाओं से डरें नही बल्कि डटकर मुकाबला करें प्रिय विद्यार्थीयों जैसा की आप लोग जानते है की कुछ ही दिनों में बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही है ऐसे में आप लोगों के परीक्षा संबंधी तनाव... Hindi · लेख 1 442 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 13 Feb 2017 · 7 min read वैलेंटाइन डे युवाओं का एक दिवालियापन प्रेम शब्दों का मोहताज़ नही होता प्रेमी की एक नज़र उसकी एक मुस्कुराहट सब बयां कर देती है, प्रेमी के हृदय को तृप्त करने वाला प्रेम ईश्वर का ही रूप... Hindi · लेख 1 775 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 7 Feb 2017 · 5 min read राम केवल एक चुनावी मुद्दा नही हमारे आराध्य है राम केवल चुनावी मुद्दा नही बल्कि हमारे आराध्य होने के साथ-साथ हमारे गौरव का प्रतीक है | ये देश जो राम के आदर्शों का साक्षी रहा है ये अयोध्या जहां... Hindi · लेख 2 395 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 1 Feb 2017 · 8 min read वाणी की देवी वीणापाणी और उनके श्री विगृह का मूक सन्देश (वसंत पंचमी विशेष लेख) वसंत को ऋतुराज राज कहा जाता है पश्चिन का भूगोल हमारे देश में तीन ऋतुएं बताता है जबकि भारत के प्राचीन ग्रंथों में छ: ऋतुओं का वर्णन मिलता है उन... Hindi · लेख 1 737 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 30 Jan 2017 · 4 min read आधुनिकता के इस दौर में संस्कृति से समझौता क्यों आज एक बच्चे से लेकर 80 वर्ष का बुज़ुर्ग आधुनिकता की अंधी दौध में लगा हुआ है आज हम पश्चिमी हवाओं के झंझावत में फंसे हुए है |पश्चिमी देशो ने... Hindi · लेख 1 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 30 Jan 2017 · 4 min read एक महान सती थी “पद्मिनी” एक सती जिसने अपने सतीत्व की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया उसकी मृत्यु के सैकड़ों वर्ष बाद उसके विषय में अनर्गल बात करना उसकी अस्मिता को... Hindi · लेख 3 1 737 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 27 Jan 2017 · 4 min read हिन्दू धर्म और अवतारवाद हम जब बात करते है भारतीय संस्कृति और विशेषकर हिन्दू धर्म की तो इसमें “अवतारवाद” ये शब्द ज्यादातर सुनने को मिलता है भगवान् कभी राम बनकर आ जाते है कभी... Hindi · लेख 1 1k Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 25 Jan 2017 · 6 min read गौरवशाली राष्ट्र का गौरवशाली गणतांत्रिक इतिहास गणतन्त्र दिवस यानी की पूर्ण स्वराज्य दिवस ये केवल एक दिन याद की जाने वाली देश भक्ति नही है बल्कि अपने देश के गौरव ,गरिमा की रक्षा के लिए मर... Hindi · लेख 610 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 24 Jan 2017 · 4 min read अद्भूत व्यक्तित्व है “नारी” भारत वर्ष ना केवल महापुरुषों का देश है बल्कि ये उन महान भारतीय नारियों का देश है जिन्होंने इस देश को विवेकनन्द, महर्षि रमण ,अरविन्द घोष ,रामकृष्ण परमहंस ,दयानंद ,शंकराचार्य... Hindi · लेख 651 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 24 Jan 2017 · 4 min read आरक्षण का दंश वर्तमान समय में हर क्षेत्र में आरक्षण विद्यमान है,|चिकित्सक, इंजिनियर, अध्यापक लगभग सभी क्षेत्रों में आरक्षण का विष घुला हुआ है | यदि आप किसी भी सरकारी नौकरी में जाना... Hindi · लेख 1 1 497 Share