Mahesh Jain 'Jyoti' Tag: कविता 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahesh Jain 'Jyoti' 1 Feb 2023 · 1 min read सरसी छंद 🦚 सरसी छंद ******** कोमल कलियाँ फूल बनें तो, उड़ता है मकरंद । ऐसे ही मन की डाली पर , महका करते छंद ।। उर में अठखेली करते जब, लहरों... Hindi · कविता · सरसी छंद 105 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 5 Apr 2022 · 1 min read गंगोदक छंद 🦚 *गंगोदक छंद* * शारदे मात की जो शरण आ गया , मात देती उसे बुद्धि उपहार है । ज्ञान की रश्मियाँ उर प्रकाशित करें , भावना से भरे रिक्त... Hindi · कविता 220 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 27 Mar 2022 · 1 min read चिर निद्रा मन के मोती :- *चिरनिद्रा* *********** चिरनिद्रा भी क्या निद्रा है कोई जब इसमें सोता है किस गफलत में वह होता है सोने वाले को ध्यान नहीं यात्रा पूरी कर... Hindi · कविता 286 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Mar 2022 · 1 min read विध्वंकमाला छंद 🦚 विध्वंकमाला छंद- (वर्णिक) 221 221 221 22 ****************** आओ रचें छंद है ये पुराना । कोई चलेगा न कैसा बहाना ।। माँ की कृपा तो सभी को मिलेगी ।... Hindi · कविता 127 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Mar 2022 · 1 min read मुक्तामणि छमनद ? मुक्तामणि छंद- 25 मात्रा, (यति-13,12, यति पूर्व लगा, चरणांत गागा) ********************** शारद माँ! विनती सुनो, लाल पुकारें द्वारे । दया दृष्टि कर खोलिये, ज्ञान कपाट हमारे ।। छंदों का... Hindi · कविता 1 486 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Mar 2022 · 1 min read सारस छंद ? सारस छंद - मापनीयुक्त मात्रिक- 24 मात्रा । 2112 2112 2112 2112 *********************** गूँज रही है शहनाई अब तो तू सुन ले । प्रेम हृदय में महके रे! कुछ... Hindi · कविता 1 561 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Mar 2022 · 1 min read माधव मालती छंद ? माधव मालती छंद- 28 मात्रा 2122 2122, 2122 2122 *********************** ऋतु वसंती आ गई है, डाल पर कलियाँ खिली हैं । डोलते अलि गुनगुनाते, तितलियाँ हँसती मिली हैं ।।... Hindi · कविता 1 468 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Mar 2022 · 1 min read बिहारी- मृदुगति छंद ? ? *बिहारी छंद*- मापनीयुक्त मात्रिक - 22 मात्रा । 221 1221 1221 122 ******************** जो तू अब चेते तब ही बात बनेगी । धरती तब ही सुंदर ये खूब... Hindi · कविता 167 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Mar 2022 · 1 min read सुमेरु, शास्त्र, विधाता छंद ? !! श्रीं !! ? सुमेरु छंद- 19 मात्रा 1222 1222 122 **************** कभी भी कर्म से घबरा न जाना । कदम तुम ठोस ही अपना उठाना ।। सदा उसको... Hindi · कविता 152 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Mar 2022 · 1 min read छंद ? !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! ? सिंधु छंद- 21 मात्रा (मापनीयुक्त) 1222. 1222 1222 ****************** करें हम कामना हे... Hindi · कविता 210 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 5 Mar 2022 · 1 min read महाभुजंगप्रयात छंद (वर्णिक) ? !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! ? महाभुजंगप्रयात (वर्णिक छंद) 8 यगण (122) ********************** कभी भी नहीं छोड़ना हाथ माते,... Hindi · कविता 194 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 3 Mar 2022 · 1 min read मन के मोती मन के मोती :- मन के मरुस्थल में अंधड प्रश्नों का जब मडराता है रेत कणों से प्रश्न अनगिनत उड कर चुभते हैं आँखों में बचने की कोशिश करता हूँ... Hindi · कविता 1 250 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 27 Feb 2022 · 1 min read विविध छंद !!श्रीं !! ? नित छंद- 12 मात्रा, मापनी युक्त लगा लगा लगा लगा *************** खिले कली न तोड़ना । करे विकास सोचना ।। यही सुनो सुकर्म है । जियें सभी... Hindi · कविता 351 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Feb 2022 · 1 min read सीता छंद सीता छंद ******* पाप कर्मों से कभी भी मुक्ति हो पाती नहीं । सर्प-सी हो भावना सीधी कभी जाती नहीं ।। नैन खोले सो रहे हैं स्वप्न देखें जागते ।... Hindi · कविता 486 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 23 Feb 2022 · 1 min read सीता छंद सीता छंद: मापनीयुक्त वर्णिक 2122 2122 2122 212 ********************* शारदा ! स्वीकारिये माँ! दास की ये याचना । ज्ञान की धारा बहे माँ प्यार की हो भावना ।। लेखनी माँ... Hindi · कविता 749 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Feb 2022 · 1 min read सोचिए न ! *सोचिये न !* (सार छंद) ************************* अपने सूरज को हाथों ले, जो प्रकाश फैलाता । दग्ध हुआ करता है लेकिन, स्वयं सूर्य बन जाता ।। आओ अपने अंतर्मन का, हम... Hindi · कविता 172 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Feb 2022 · 1 min read माँ भारती *माँ भारती* ********** मन में ममता नेह नयन में, मुख की आभा भोली । केशरिया चूनर के सँग में, श्वेत दमकती चोली ।। हरी घघरिया निरखूँ तो मन, अनुपम सुख... Hindi · कविता 185 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 17 Feb 2022 · 1 min read मनोरम छंद ? !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! ? मनोरम छंद - मापनीयुक्त मात्रिक मापनी- 2122 2122 ******************* कर्म ऐसे कुछ करें... Hindi · कविता 403 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 16 Feb 2022 · 1 min read तारक छंद ? !! श्रीं !! ? तारक छंद- मापनीयुक्त वर्णिक 112 112 112 112 2 ******************* करते विनती तुमसे जगदम्बे । कर थाम हमें वर दो अब अम्बे ।। उर में... Hindi · कविता 1 1 365 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Feb 2022 · 1 min read गीता छंद ? !! श्रीं !! ? गीता छंद - मापनीयुक्त मात्रिक 2212 2212 2212 221 ********************* मन रामजी का नाम रट हैं राम तारनहार । भज राम सीता राम सिय इस... Hindi · कविता 471 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Feb 2022 · 1 min read ताटंक छंद ? !! श्रीं !! ? ताटंक छंद- 30 मात्रा, 16-14 पर यति, चरणांत 3 गुरु । ***************** चैन चुराया नींद छीन ली,श्याम बँसुरिया वाले ने । बना लिया दीवाना अपना,... Hindi · कविता 1 1 814 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Feb 2022 · 1 min read राधिका छंद ? राधिका छंद: 22 मात्रा, 13-9 पर यति, यति पूर्व पश्चात त्रिकल, आदि वाचिक द्विकल अनिवार्य । ************************ घनश्याम ! सुना दो आज, मुरलिया प्यारी । हम मोर पंख पर... Hindi · कविता 219 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 1 Feb 2022 · 1 min read सरसी छंद ? (सरसी छंद- 27 मात्रा, 16-11 पर यति, चरणांत गाल ।) ************************** माटी से तन बना रह नित, अद्भुत बड़ा कुम्हार । एक दिवस माटी में मिलता, छोड़े सब संसार... Hindi · कविता 212 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Jan 2022 · 1 min read सरसी छंद ? !!श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! ? सरसी छंद- मात्रिक ! 27 मात्रा, 16-11 पर यति, चरणांत गाल ************************ नमन शारदा... Hindi · कविता 624 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 28 Jan 2022 · 1 min read नमन माँ ? नमन माँ (विजात छंद) ******* नमन माँ शारदे आना । हमें छवि आप दिखलाना ।। नयन प्यासे हमारे हैं । सभी हम सुत तुम्हारे हैं ।। ० वरद कर... Hindi · कविता 212 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 27 Jan 2022 · 1 min read अनमोल जल ? अनमोल जल ************ नीर निर्मल नहीं सुरसरी का रहा । गंद सारा नदी में रहे हैं बहा ।। मात यमुना कराहे विषैली हुई । हाय रे ! हर नदी... Hindi · कविता 1 240 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 26 Jan 2022 · 1 min read देश हमारा *गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ !* ? देश हमारा *********** विश्व गुरू था देश हमारा, फिर परचम लहरायेगा । अपना खोया वैभव जग में, देश पुनः फिर पायेगा ।। छुआछूत का... Hindi · कविता 1 1 244 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Jan 2022 · 1 min read वास्रग्विणी छंद ? (वास्रग्विणी) ********** माँ हमारे नमन आज स्वीकार लो । चाहते कुछ नहीं मात्र पुचकार लो ।। ज्योतियाँ ज्ञान की शारदे माँ जलें । आपकी छाँव में हम सभी माँ... Hindi · कविता 1 1 343 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Jan 2022 · 1 min read रूपमाला छंद !! श्री !! ? (रूपमाला छंद ) ************ साँस को जो भी चलाये, है कहो तो कौन । जानते हैं कौन वह फिर ,भी खड़े हैं मौन ।। मौन तोड़ें... Hindi · कविता 1 397 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Jan 2022 · 1 min read रूपमाला छंद ? !! श्री !! ? (रूपमाला छंद) *********** शारदे माता हमारी, आप रखिये लाज । लाल तेरे आज मैया, दे रहे आवाज ।। छंद का माँ ज्ञान दे दो, रच... Hindi · कविता 187 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Jan 2022 · 1 min read नारी हूँ अभिशाप नहीं नारी हूँ अभिशाप नहीं ००००००००००००० चिड़ियों के बिन सूना आँगन, कलियाँ बिन सूनी डाली । कन्या के बिन सूना लगता, पूरा घर आँगन खाली ।। जब ये किलकें खेलें चहकें,... Hindi · कविता 1 219 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Jan 2022 · 1 min read राधा छंद ? !! श्री !! ? ( छंद राधा ) ००००००० शारदा माता तुम्हारे द्वार आये हैं । भाग्यशाली हैं बड़े जो दर्श पाये हैं ।। गीत का दो ज्ञान माता... Hindi · कविता 2 405 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 5 Jan 2022 · 1 min read आर हो या पार हो !! श्रीं !! (आधार छंद -हरिगीतिका , 2212 2212 2212 2212 समांत आर, पदांत -हो ! ००००००००००० आर हो या पार हो ००००००००००० कुछ कीजिये हल्का सभी का तनिक सा... Hindi · कविता 193 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Feb 2021 · 1 min read कुछ रूप जिन्दगी के रूप जिन्दगी के:- .>>>>> जिन्दगी जैसे डाल की चिडिया , छोड कर नीड फुर्र उड जाती । साँस की डोर पर पतंग तनी, पेच लडते हैँ और कट जाती ।।... Hindi · कविता 2 5 399 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Jun 2020 · 1 min read ग्रीष्म ऋतु गीत ००० *ग्रीष्म ऋतु* ०००००००० लाल गाल रंग रही हवाएं, खेलें जैसे फाग रे । नहीं सुहाती गर्मी की ऋतु, बरसे नभ से आग रे ।। ० भोर हुए यों... Hindi · कविता 1 1 235 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Oct 2018 · 1 min read श्री कृष्ण कथा सार ः सवैया !!श्री कृष्ण !! *श्री कृष्ण कथा सार* प्रथम सोपान अंक - ११ *** *सवैया* ******* नौबत बाज रही नँद द्वारन, गूँजत गोकुल में शहनाई । ढोल मृदंग बजें ढप ढोलक... Hindi · कविता 335 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 29 Sep 2018 · 1 min read दुर्मिल सवैया उद्धव से...! ००० जब से वह छोड़ गये हमको सुध भूल गयीं तब से तन की । उर में अब एक न फूल खिले,कलियाँ सब सूख गयीं मन की ।।... Hindi · कविता 226 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Aug 2018 · 1 min read तुझको नारी शक्ति नमन ! नमन *********** तुझको नारी शक्ति प्रणाम । * ईश्वर का सुविचार है नारी , सृष्टी का आधार है नारी, शक्तिपुंज अवतार है नारी, दुर्गा सी साकार है नारी , नारी... Hindi · कविता 604 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 1 May 2018 · 2 min read श्रमिक श्रमदिवस पर विशेष (वर्ष १९८४ में सृजित एक रचना) -०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०- *श्रमिक* ******** सिसक रहा संसार श्रमिक का तुम उसकी तकदीर जगा दो उठो राम ! इस पूँजीवादी रावण में अब... Hindi · कविता 261 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Nov 2017 · 1 min read कुकुभ छंद कुकुभ छंद...! (30 मात्रा भार , 16-14 पर यति , चरणांत दो गुरु) ******** मात शारदे हंसवाहिनी,श्वेत वसन हैं तन धारे । अक्षमाल वीणा कर सोहे,सजे कर्ण कुण्डल प्यारे ।।... Hindi · कविता 725 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Sep 2017 · 1 min read विजात छंद ??????? विजात छंद ----------( 14 मात्रा- मापनी 1222 1222 ) *********** बड़ा नटखट कन्हैया है । चराता वन में' गैया है ।। बजाता बाँसुरी प्यारी । वही कहलाय बनवारी ।।1... Hindi · कविता 2 1k Share Mahesh Jain 'Jyoti' 16 Jul 2017 · 1 min read * बेटियाँ * बेटियाँ तो हैं कली सी डाल से इनको न तोड़ । हैं बहुत नाजुक सभी ये भावनायें मत मरोड़ ।। सृष्टि की आधार हैं ये वासना को दे बिसार ।... Hindi · कविता 801 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 16 Jul 2017 · 1 min read * बेटियाँ * बेटियाँ तो हैं कली सी डाल से इनको न तोड़ । हैं बहुत नाजुक सभी ये भावनायें मत मरोड़ ।। सृष्टि की आधार हैं ये वासना को दे बिसार ।... Hindi · कविता 417 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Jul 2017 · 1 min read सवैया छंद कभी भी नहीं छोड़ना हाथ माते , करें प्रार्थना मान लीजे हमारी । बचा लो हमें घेरने आ रही है , शिकारी बनी मात माया तुम्हारी ।। हमें बुद्धि दो... Hindi · कविता 1k Share Mahesh Jain 'Jyoti' 29 Jan 2017 · 1 min read कुछ परिभाषाएँ...! कसम ---- बातों की श्रंखला में विश्वास की चेष्टा और झूँठ की पराकाष्ठा को 'कसम' कहते हैं । कदम ---- समीप से सुदूर तक सुदूर से समीप तक जाने और... Hindi · कविता 431 Share