Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2022 · 1 min read

माधव मालती छंद

?
माधव मालती छंद- 28 मात्रा
2122 2122, 2122 2122
***********************
ऋतु वसंती आ ग‌ई है, डाल पर कलियाँ खिली हैं ।
डोलते अलि गुनगुनाते, तितलियाँ हँसती मिली हैं ।।
पुष्प खिलकर मुस्कुराये, गंध से महकी पवन है ।
तान धनु फिरता अनंगा, प्रकृति का होता सृजन है ।।
*
जिन्दगी हमको मिली‌ जो, ये अमानत और की है ।
पीर जिसने पी पराई ये उसी ने यार जी है ।।
जिंदगी का अर्थ जिसने, भोग करना है निकाला, ।
आदमी की जाति में वह, आदमी लगता निराला ।।
?
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
???

Language: Hindi
1 Like · 419 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
*मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप (छह दोहे)*
*मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप (छह दोहे)*
Ravi Prakash
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
अनिल कुमार
वो जो ख़ामोश
वो जो ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दलित साहित्यकार कैलाश चंद चौहान की साहित्यिक यात्रा : एक वर्णन
दलित साहित्यकार कैलाश चंद चौहान की साहित्यिक यात्रा : एक वर्णन
Dr. Narendra Valmiki
3148.*पूर्णिका*
3148.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
Er. Sanjay Shrivastava
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
पूर्वार्थ
Love life
Love life
Buddha Prakash
...
...
Ravi Yadav
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
ज़िंदगी मेरी दर्द की सुनामी बनकर उभरी है
ज़िंदगी मेरी दर्द की सुनामी बनकर उभरी है
Bhupendra Rawat
"व्यथा"
Dr. Kishan tandon kranti
Trying to look good.....
Trying to look good.....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मानव  इनको हम कहें,
मानव इनको हम कहें,
sushil sarna
पुस्तकों से प्यार
पुस्तकों से प्यार
surenderpal vaidya
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
" तुम्हारे संग रहना है "
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी जब जब हमें
जिंदगी जब जब हमें
ruby kumari
विश्वास मिला जब जीवन से
विश्वास मिला जब जीवन से
TARAN VERMA
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
Kshma Urmila
प्यार
प्यार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कविता-
कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे"
Dr Tabassum Jahan
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
Subhash Singhai
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
Phool gufran
Loading...