jyoti jwala Tag: मुक्तक 471 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid jyoti jwala 10 Mar 2022 · 1 min read गद्दार है ये सोच रहा पद पाकर खालिस्तान बना देगा , भारत के टुकड़े कर दूजा पकिस्तान बना देगा , झूठ की कश्ती पर बैठे दूर तलक न जा सकता जल्द वक़्त... Hindi · मुक्तक 2 1 285 Share jyoti jwala 25 Feb 2022 · 1 min read गुजारिश ख़्वाहिश है कि तहरीर को सम्मान देंगे आप , मतदान करके इक बेहतर योगदान देंगे आप , कोशिश है बिखरे 'हिन्द ' को समेटने की फिर करके सही चयन सुरक्षित... Hindi · मुक्तक 1 1 298 Share jyoti jwala 14 Feb 2022 · 1 min read निवेदन? ना सरहद पर जाना है ,ना तुमको लहू बहाना है, राष्ट्र सुरक्षा हेतु केवल,इतना सा फर्ज़ निभाना है , विकास पथ पर बढ़ने , आतंकवाद से लड़ने को मतदान केंद्र... Hindi · मुक्तक 1 1 299 Share jyoti jwala 13 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक हम मौन रहे तो भारत को ये पाक बना देंगे , शरीयत से देश चलायेंगे इसे ख़ाक बना देंगे , इन्हें रोकना है वर्ना अंजाम पीढ़ियां भुगतेंगी देश ,धर्म ,संस्कृतियों... Hindi · मुक्तक 1 466 Share jyoti jwala 12 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक मेरे भारत के सीने में नफ़रत के तीर को , छोड़ गया गांधी ही इस मर्ज़ बवासीर को , लाखों हिंदू का गला काट ज़जिया वसूले पूजते हैं आज भी... Hindi · मुक्तक 283 Share jyoti jwala 12 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक ?????????????????????? यह सोच रहे हैं मेरा हिंदुस्तान बदल देंगे ? नफ़रत फ़ैलाकर दंगाई पहचान बदल देंगे जियो और जीने दो की नीति हम अपनाते शरिया वाले चाहते हैं, संविधान बदल... Hindi · मुक्तक 462 Share jyoti jwala 11 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक जो घोला है तुमने ज़हर हिजाब का , नबी के हुक्म आसमानी किताब का , चलने ना देंगे फिर नफ़रत की आंधी दुहाई खुदा की देकर झूठे जबाब का ,, Hindi · मुक्तक 313 Share jyoti jwala 11 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक लफ्ज़ भी दर्द कहाँ कह पाते , दिल के ज़ख्म नज़र ना आते , क्यूँ जिंदगी उस मोड़ पे लाई जहाँ मरते ना ज़िंदा रह पाते Hindi · मुक्तक 1 1 311 Share jyoti jwala 8 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक वतन के नाम कर साँसे जो दुनिया छोड़ के निकलूं, सफर जब आखिरी हो मै तिरंगा ओढ़ कर निकलूं , वतन की आन पर कुर्बान , मेरी जान हो जाये... Hindi · मुक्तक 323 Share jyoti jwala 7 Feb 2022 · 1 min read " फिर भाजपा ही आएगी " " फिर भाजपा ही आएगी " टीपू टोपी बदल लिए पर जनता फिर पहनाएगी, कौम को अपनी भूल गए तुमको याद दिलाएगी, नफ़रत बोकर पाओगे तुम कैसे प्रेम के फल... Hindi · मुक्तक 223 Share jyoti jwala 31 Jan 2022 · 1 min read .. गुंडों को विकास से क्या लेना वो देश को केवल बाटेंगे , चयन में चूक हुई तो वो हर हिन्दू को चुनकर काटेंगे , गर्व है जिन धामों पर रखना... Hindi · मुक्तक 215 Share jyoti jwala 23 Jan 2022 · 1 min read .... दर्द में भी सदा मुस्कुराते रहे , मोहब्बत दिलों में जगाते रहे , मेरी राहों में खार पत्थर मगर सबकी राहें आसां बनाते रहे,, Hindi · मुक्तक 292 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read .. करेंगे ना कोशिश तो पाएंगे क्या , सोचिये तो ज़रा लेके जाएंगे क्या , ख़िज़ां जिनकी यारों क़िस्मत में है बहारों के वह गीत गाएंगे क्या , Hindi · मुक्तक 1 260 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read ... हर दर्द लाज़वाब है तेरा दिया हुआ मेरे दुश्मनों के संग है तू भी मिला हुआ दुश्मन तो घर को आग लगाते रहे मगर घी डालने के वक़्त तू भी... Hindi · मुक्तक 313 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read ? शब रो -रो कर कटती दिन गम में गुजरता है , है खबर नहीं उसको दिल जिस पर मरता है , हर हाल में आना था लेकिन वो नहीं आया... Hindi · मुक्तक 237 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read ... नयनों में अगन रखते ये अधर सवाली हैं , नाज़ुक नहीं फूलों से गुलशन के माली हैं , वो दौर नहीं हम पर कोई हुकुम चलाएगा इन हाथों ने भी... Hindi · मुक्तक 2 2 283 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read .. मेरी मजबूरियों पे जश्न मनाने लगे हैं वो , जलाके जिंदगी मेरी मुस्कुराने लगे हैं वो , हमे देखके झुक जाती थी निगाहें शर्म से बन बेशर्म अब आंखें दिखाने... Hindi · मुक्तक 463 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read ... यह टोपी ज़ालीदार पहन इफ़्तार की दावत खाते हैं, टुकड़े टुकड़े गैंग से मिल नफ़रत की आग लगाते हैं जो कारसेवकों पर गोली चलवाने का आदेश दिए वह मंचो से... Hindi · मुक्तक 214 Share jyoti jwala 6 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक भविष्य के झूठे ख़्वाब दिखा वर्तमान बदल देंगे हम जो चूक गए तो हमारा हिन्दुस्तान बदल देंगे, झूठे वादों के पुल पे टहलाने की कोशिश ज़ारी है जीत गए ग़र... Hindi · मुक्तक 256 Share jyoti jwala 6 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक सुनहरा पल मिलेगा आपको गीता के पन्नों में सब का हल मिलेगा आपको गीता के पन्नों में, बुद्धि, आत्मा, वाणी सभी को शुद्ध कर डाले वो गंगा जल मिलेगा आपको... Hindi · मुक्तक 268 Share jyoti jwala 4 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक शुभ दीपावली ????????????? सजी धरती ये दुल्हन सी सिया संग राम आए हैं, प्रभु पावन रज लिए चरणों में चारों धाम आए हैं अति हर्षित अवध नगरी अधर फिर मुस्कुराए... Hindi · मुक्तक 274 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक हम भला रूकते कहाँ राहों में पत्थर देखकर, क्यूँ तुम्हें तकलीफ़ होती हाल बेहतर देखकर जब ज्योति ने की हर हाल में जलने की ज़िद आँधियों ने अपने पाँव खींचे... Hindi · मुक्तक 2 282 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक पत्थर इक रोज पिघलता है, यह सूरज भी नित ढलता है, भाग्य भरोसे ही जो बैठ गया वो केवल हाथ ही मलता है Hindi · मुक्तक 1 230 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक ज़ेहन में भर लिए नफ़रत जंग कर बैठे, खुद से ही खुद की जिंदगी तंग कर बैठे, मज़हबी रंग में रंगकर भूले हक़ीक़त को अपना धर्म छोड़ा खुद को बेढंग... Hindi · मुक्तक 1 275 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक कुछ तकलीफें है जिनके वो क़सूरवार नहीं हैं, मिट्टी वतन की बेचना उनका क़ारोबार नहीं हैं , उंगली लाख उठाओ, लगाओ नित आरोप नए सभी जानते बेदाग़ हैं तुम जैसे... Hindi · मुक्तक 245 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक सच है अब तादाद बहुत गद्दारों की घुसपैठी,दंगाइयों और मक्कारों की, मज़हब की आड़ में छिपके बैठें जो है आतंकी पैदाइश उन्हीं हज़ारों की,, Hindi · मुक्तक 1 238 Share jyoti jwala 28 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सोच कर रिश्ता बनाना सीखिए, राज अपने भी छिपाना सीखिए ज़ख्म भी हँसने लगेंगे कर यकीं दर्द में केवल मुस्कराना सीखिये Hindi · मुक्तक 487 Share jyoti jwala 26 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कोरोना में.... जब व्यवस्था मसीहा बन कर नज़र आई वक़्त रहते ही करोड़ों जिंदगी भी बच पाई हीरे की हक़ीक़त तो परख के समझे वरना धूप में तो कांच ने... Hindi · मुक्तक 2 352 Share jyoti jwala 26 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक झलक ही देखो तो कैसे जौहर ताप बताती है, वीरों की वीरता को, पापियों के पाप बताती है गद्दारो की कमी न थी कल भी अपने खेमो में आस्तीन में... Hindi · मुक्तक 1 459 Share jyoti jwala 25 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सब लिखते हैं धीमे - धीमे तू थोड़ी रफ्तार से लिख, ज्वाला की लेखनी तू प्यार से लिख,अंगार से लिख, सब लिखते अपनी बातें बस अपने दिन अपनी रातें कलम... Hindi · मुक्तक 1 2 472 Share jyoti jwala 20 Oct 2021 · 1 min read इस दिवाली ? केवल दीपक ही नही साज सज्जा के सामान भी हों, उपहार,मिठाई,दीपक,बाती भारतीय परिधान भी हो, स्वदेश प्रेम के हृदय में जगमग दीप जलें दिवाली में स्वदेशी अपना,अपनों की मेहनत का... Hindi · मुक्तक 1 299 Share jyoti jwala 19 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सत्य को वर्णित कर दे आओ मिलके कुछ खास लिखें राम-कृष्ण को समझे हम शिवशंकर का सन्यास लिखें कुछ वीर सपूतों की कुर्बांनी गुप्त रहीं जो अमर कहानी उनकी वीर... Hindi · मुक्तक 1 307 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक हवाओं में दीपक जलाने की कोशिश हथेली में उसको छुपाने की कोशिश, न उलझे तो सुलझेगी उलझन भी कैसे ये उलझन भी है सुलझाने की कोशिश Hindi · मुक्तक 262 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक यह उलझनों से तो कभी प्यार से गुज़रती है हमारी ज़िंदगी हर रोज़ रफ़्तार से गुज़रती है, बड़ा मुश्किल होता रिश्तों को संभाले रखना रिश्तों की डोर शब्दों के तलवार... Hindi · मुक्तक 249 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक ये माना हमारी जिंदगी, आसान नहीं है इंसान कौन है जो, यहाँ परेशान नहीं है, वक़्त कब ठहरा,जो ठहर जायेगा अभी सब वक़्त के प्यादें कोई सुल्तान नहीं है " Hindi · मुक्तक 398 Share jyoti jwala 14 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सब के बस की बात नहीं जीना भी इक फ़न होता है, अंतरमन में झाँक के देखें, मन में इक दरपन होता है, पूरा भारत ही लगता है ऐसा, जैसे... Hindi · मुक्तक 2 2 314 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक अगर फूलों की चाहत है तो फिर खारों से बचना है, मज़हब ओढ़कर निकलें उन अदाकारों से बचना है, बचाना है जरूरी ग़द्दार देशद्रोहियों से इस वतन को नक़ाबपोश, आतंकी,... Hindi · मुक्तक 272 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कल तलक तो खेत थे जो आज बंज़र से हुए वो फूल से क़िरदार थे जो आज खंजर से हुए वक़्त जब बिगड़ा तो महसूस ये मुझको हुआ दिल, दिमाग,... Hindi · मुक्तक 1 272 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक जाने कितनी ज़ालिम हो जाती है जज़्बात की ताप होश ठिकाने कर देती है अक्सर एहसासात है ताप उनसे पूछो जो झुलसे हैं सावन की घनघोर घटा में हम न... Hindi · मुक्तक 278 Share jyoti jwala 12 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक दूसरों के वास्ते जो खुद को उलझाते रहे, भीड़ में तन्हा रहे पर दिल को बहलाते रहे जब भी तनहाई मिली अपने ग़म पे रो लिये वो महफिलों में तो... Hindi · मुक्तक 1 283 Share jyoti jwala 12 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक राधा सी जो प्रीत मिले मन वृन्दावन सा हो जाए बरसे नेह की बरखा पतझड़ भी सावन हो जाए बसा हुआ हो हृदय में, यदि कृष्ण-सा पावन प्रेम चहके फूलों... Hindi · मुक्तक 236 Share jyoti jwala 12 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक "तख्तों ताज़ पे नाज़ तुम्हें वो ताज़ यही रह जाएगा, बना रेत से महल तुम्हारा लहरों के संग बह जाएगा, तुम बोलो मीठे बोल सदा ही एक दूजे का मान... Hindi · मुक्तक 1 373 Share jyoti jwala 10 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक मानवता की कब्र पर नैतिकता के मुर्दे जलाते हैं फूहड़ चुटकुले सुनाकर कुछ तालियाँ भी पाते हैं हमने, हमारी कलम ने कभी ये शौक नहीं पाला हमें गर्व है माँ... Hindi · मुक्तक 1 377 Share jyoti jwala 7 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सिंह सवारी करने वाली रण चंडी माँ दुर्गा हैं, दुखहरनी,जगजननी, कृपादायीनि माँ दुर्गा हैं, इस दुनिया में कोई है नहीं माँ से बड़ा कृपालु संतानों के संग खड़ी हर पल... Hindi · मुक्तक 556 Share jyoti jwala 7 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक होती है क्या मोहब्बत एक बार करके देखो, है बेचैनियाँ बढ़ानी तो फिर प्यार करके देखो, किस्से बहुत से मिल जाते हैं लैला मझनू जैसे प्रेम बावरी मीरा सा तुम... Hindi · मुक्तक 386 Share jyoti jwala 6 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक जिनकी दहाड़ से दुश्मन भय से भूतल में गड़ जाते हैं, कुर्सी की जिन्हें परवाह नहीं देशद्रोहियों से लड़ जाते हैं, वो शेर पुत्र है भारत माँ के नित भारत... Hindi · मुक्तक 2 265 Share jyoti jwala 6 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सच जो भी हम देख रहे हैं, दुनिया को दिखलायेंगे निज धर्म-कर्म पर दृढ़ होना दुनिया को सिखलायेंगे कंपित होगी यह धरती भी ये आसमान हिल जाएगा, वज्र की भांति... Hindi · मुक्तक 414 Share jyoti jwala 5 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक आज़ाद परिन्दों को चहकने की ज़रूरत है, फूल को गुलशन में महकने की ज़रूरत है , कुछ लोग जो ख़ुद की निगाहों में गिरे गए उन्हें अपने ख़यालात बदलने की... Hindi · मुक्तक 327 Share jyoti jwala 5 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक ख़ार नज़र आते हैं भावों के इस उपवन में, मुरझाते फूलों को देख देख कर गुलशन में, हृदय व्यथित होता अपनों के छल जाने से मन मेरा जाना चाहे नादां... Hindi · मुक्तक 1 4 279 Share jyoti jwala 5 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक ना मोहब्बत रही ना फ़साने रहे, ना रिश्तों के अब वो खज़ाने रहे, सूरज से नज़रे मिलाने की ज़ुर्रत ज़िद्द वाले कहाँ अब ज़माने रहे,, Hindi · मुक्तक 2 252 Share Page 1 Next